NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
मप्र : शिवराज का बुरा हाल, पत्नी और बेटे से जनता कर रही है कड़े सवाल
महिलाएं मुख्यमंत्री चौहान की पत्नी साधना सिंह से अपना गुस्सा जाहिर कर रही हैं, समस्याएं बता रही हैं, दूसरी ओर बेटे कार्तिकेय से सड़क की बदहाली को लेकर गांव के लोग सवाल कर रहे हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
16 Nov 2018
SHIVRAJ
Image Courtesy: Khas Khabar

मध्य प्रदेश में मतदाताओं को लुभाने वाला भाजपा का सबसे प्रभावशाली चेहरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को माना जा रहा है, मगर इस बार के चुनाव में चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी से जो तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं, उनमें चौहान की पत्नी साधना सिंह और बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान से विकास को लेकर सवाल किए जा रहे हैं। कई तो उन्हें खरी-खोटी तक सुना रहे हैं। शिवराज सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने नामांकन भरने के बाद ऐलान किया था कि वे स्वयं प्रचार करने नहीं आएंगे। चौहान पूरे प्रदेश में घूमकर भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं, वहीं उनके परिवार के सदस्यों ने बुधनी में कमान संभाल रखी है। 

बीते तीन दिनों में दो ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिसमें रहड़ी गांव में जहां महिलाएं मुख्यमंत्री चौहान की पत्नी साधना सिंह से अपना गुस्सा जाहिर कर रही हैं, पानी की समस्याएं बता रही हैं, साथ ही चुनाव के समय ही वादे करने की बात कह रही हैं, तो दूसरी ओर बेटे कार्तिकेय से सड़क की बदहाली को लेकर गांव के लोग सवाल कर रहे हैं।

चौहान की पत्नी व बेटा गांव वालों को समझाते हैं, वादे करते हैं, मगर गांव के लोगों का गुस्सा कम नहीं होता। पानी समस्या और सड़कों की हालत को लेकर गांव के लोगों में नाराजगी है। 

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और इस समय चुनाव प्रचार बेहद तेज़ हो गया है। बीजेपी ने लगभग अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन इस बार उसकी हालत पतली नज़र आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज से मोर्चा संभाल लिया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले से चुनावी रैलियां कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अलावा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी यहां उतारा जा रहा है। इसी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यहां मुकाबला आसान नहीं है और भाजपा के लिए मामला किस कदर फंसा हुआ है।

(इनपुट आईएएनएस)

Madhya Pradesh elections 2018
Assembly elections 2018
Shivraj Singh Chauhan

Related Stories

आख़िर किसानों की जायज़ मांगों के आगे झुकी शिवराज सरकार

कटाक्ष: ये बुलडोजरिस्तान हमारा, हम को प्राणों से है प्यारा!

बुलडोज़र की राजनीति पर चलता लोकतंत्र, क्या कानून और अदालतों का राज समाप्त हो गया है?

मध्यप्रदेश: सागर से रोज हजारों मरीज इलाज के लिए दूसरे शहर जाने को है मजबूर! 

पड़ताल: मध्य प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों के जरिए चुनावी तैयारी में जुटी है भाजपा

मध्य प्रदेश : मर्दों के झुंड ने खुलेआम आदिवासी लड़कियों के साथ की बदतमीज़ी, क़ानून व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

अनुसूचित जाति के छात्रों की छात्रवृत्ति और मकान किराए के 525 करोड़ रुपए दबाए बैठी है शिवराज सरकार: माकपा

मध्य प्रदेश: अपनी बर्बादी का तमाशा देखने को मजबूर राजगढ़ के किसान

यूपी: दाग़ी उम्मीदवारों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी, लेकिन सच्चाई क्या है?

मध्य प्रदेश आनंद विभाग: कर्मकांड और प्रचार से दूर 'आनंद' की हक़ीक़त


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में करीब दो महीने बाद एक दिन में कोरोना के सबसे ज़्यादा मामले दर्ज
    07 May 2022
    देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3,805 नए मामले सामने आए हैं। देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 20 हज़ार से भी ज़्यादा यानी 20 हज़ार 303 हो गयी है।
  • मुकुंद झा
    जेएनयू: अर्जित वेतन के लिए कर्मचारियों की हड़ताल जारी, आंदोलन का साथ देने पर छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष की एंट्री बैन!
    07 May 2022
    कर्मचारियों को वेतन से वंचित करने के अलावा, जेएनयू प्रशासन 2020 से परिसर में कर्मचारियों की संख्या लगातार कम कर रहा है। इसके परिणामस्वरूप मौजूदा कर्मचारियों पर काम का भारी दबाव है। कर्मचारियों की…
  • असद रिज़वी
    केंद्र का विदेशी कोयला खरीद अभियान यानी जनता पर पड़ेगा महंगी बिजली का भार
    07 May 2022
    कोल इंडिया का कोयल लगभग रुपया 3000 प्रति टन है.अगर विदेशी कोयला जो सबसे कम दर रुपया 17000 प्रति टन को भी आधार मान लिया जाए, तो एक साल में केवल 10 प्रतिशत  विदेशी कोयला खरीदने से 11000 करोड़ से ज्यादा…
  • बी. सिवरामन
    प्रेस स्वतंत्रता पर अंकुश को लेकर पश्चिम में भारत की छवि बिगड़ी
    07 May 2022
    प्रधानमंत्री के लिए यह सरासर दुर्भाग्य की बात थी कि यद्यपि पश्चिमी मीडिया में उनके दौरे के सकारात्मक कवरेज को सुनिश्चित करने के लिए उनके बैकरूम प्रचारक ओवरटाइम काम कर रहे थे, विश्व प्रेस स्वतंत्रता…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    सिख इतिहास की जटिलताओं को नज़रअंदाज़ करता प्रधानमंत्री का भाषण 
    07 May 2022
    प्रधानमंत्री द्वारा 400वें प्रकाश पर्व समारोह के मौके पर दिए भाषण में कुछ अंश ऐसे हैं जिनका दूरगामी महत्व है और बतौर शासक  देश के संचालन हेतु उनकी भावी कार्यप्रणाली एवं चिंतन प्रक्रिया के संकेत भी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License