NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
घटना-दुर्घटना
समाज
भारत
राजनीति
मुरादाबाद में सीएम योगी के दौरे के समय पत्रकारों को कमरे में बंद किया!
'हम लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निरीक्षण कवर करने के लिए जिला अस्पताल गए थे। वहां पर करीब 25 पत्रकार थे। हमें अचानक इमरजेंसी वार्ड में जाने का कहा गया जब हम इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे तो बाहर से ताला बंद कर दिया गया।’
अमित सिंह
01 Jul 2019
Kamra
फोटो साभार: Aaj Tak

उत्तर प्रदेश में पत्रकारों के दिन अच्छे नहीं चल रहे हैं। कुछ दिन पहले पत्रकारों को गिरफ्तार करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार एक बार फिर विवादों में है। आरोप है कि इस बार पत्रकारों को कमरे में बंद किया गया। 

दरअसल यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को मुरादाबाद के जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान वहां कई स्थानीय पत्रकार भी पहुंचे लेकिन उन्हें कवरेज से रोक दिया गया। पत्रकारों का आरोप है कि मुरादाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के आदेश पर दर्जनों मीडिया कर्मियों को इमरजेंसी वार्ड में बंद कर दिया गया। जब तक योगी अस्पताल का निरीक्षण करते रहे, तब तक पत्रकारों को बंद रखा गया। पत्रकार दरवाजा पीटते रहे, लेकिन जिला प्रशासन ने दरवाजा नहीं खोला। 

हालांकि वहीं प्रशासन का कहना है कि पत्रकारों को कमरे में बंद करने की खबरें गलत हैं और हॉस्पिटल में व्यवस्था बनाए रखने के लिए पत्रकारों को इमरजेंसी कॉरिडोर में रोक दिया गया था। 

न्यूज़क्लिक से बातचीत में मुरादाबाद के स्थानीय पत्रकार राजू ने बताया, 'हम लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निरीक्षण कवर करने के लिए जिला अस्पताल गए थे। वहां पर करीब 25 पत्रकार थे। हमें अचानक इमरजेंसी वार्ड में जाने का कहा गया जब हम इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे तो बाहर से ताला बंद कर दिया गया। हमने ताला खोलने के लिए काफी आवाज लगाई लेकिन हमारी एक भी नहीं सुनी गई। योगी आदित्यनाथ के वहां से जाने के बाद दरवाजा खोला गया। इस दौरान वार्ड ब्वाय, डॉक्टर और कुछ मरीज भी हम पत्रकारों के साथ वहां पर बंद रहे।'

राजू ने आगे बताया कि जिला प्रशासन ने जानबूझ कर मुख्यमंत्री के जिला अस्पताल में दौरा करने के दौरान किसी भी पत्रकार का मीडिया पास भी नहीं बनाया था। वहीं एक अन्य स्थानीय पत्रकार ने आरोप लगाया कि इस घटना के बाद हम लोग शिकायत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की कोशिश किए लेकिन जिला प्रशासन ने हमें उनसे मिलने नहीं दिया।

ज़िलाधिकारी ने दी सफाई

इन आरोपों पर मुरादाबाद के डीएम राकेश कुमार सिंह ने सफाई दी है। डीएम ने बताया, 'यह सही नहीं है। निरीक्षण के दौरान बहुत सारे मीडियाकर्मी वार्ड में थे। मैंने पत्रकारों से माननीय मुख्यमंत्री के साथ वार्ड में न जाने की अपील की थी।'

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में डीएम ने कहा, 'मीडियाकर्मियों को इमरजेंसी वार्ड में बंद किए जाने की खबरें गलत हैं। पत्रकारों को पुलिस ने सिर्फ इमरजेंसी वार्ड के गेट पर रोक रखा था।'

उन्होंने कहा कि अस्पताल के अंदर एक साथ कई सारे लोगों के अचानक पहुंच जाने पर मरीजों को दिक्कत न हो इसलिए हमने पत्रकारों को बाहर ही रोक दिया था। ताकि अस्पताल का निरीक्षण शांतिपूर्वक किया जा सके। 

प्रियंका गांधी ने साधा निशाना 

इस मामले को लेकर सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार जनता के सवालों पर मुंह बिचका रही है।

प्रियंका ने ट्विटर पर लिखा,'पत्रकार बंधक बनाए जा रहे हैं, सवालों पर पर्दा डाला जा रहा है, समस्याओं को दरकिनार किया जा रहा है। प्रचंड बहुमत पाने वाली उप्र भाजपा सरकार जनता के सवालों से ही मुंह बिचका रही है। नेताजी ये पब्लिक है ये सब जानती है। सवाल पूछेगी भी और जवाब लेगी भी।'

आपको बता दें कि योगी सरकार ने कुछ दिन पहले पत्रकारों को गिरफ्तार करने पर सुप्रीम कोर्ट की फटकार झेली थी। लेकिन फिर एक बार योगी सरकार का पत्रकारों से बेतुका बर्ताव सामने आया है।

Journalists
Yogi Adityanath
freedom of expression
Freedom of Press
curbing freedom of expression
UttarPradesh
BJP

Related Stories

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

चंदौली पहुंचे अखिलेश, बोले- निशा यादव का क़त्ल करने वाले ख़ाकी वालों पर कब चलेगा बुलडोज़र?

2023 विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र तेज़ हुए सांप्रदायिक हमले, लाउडस्पीकर विवाद पर दिल्ली सरकार ने किए हाथ खड़े

चंदौली: कोतवाल पर युवती का क़त्ल कर सुसाइड केस बनाने का आरोप

प्रयागराज में फिर एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या, दो साल की बच्ची को भी मौत के घाट उतारा

रुड़की से ग्राउंड रिपोर्ट : डाडा जलालपुर में अभी भी तनाव, कई मुस्लिम परिवारों ने किया पलायन

हिमाचल प्रदेश के ऊना में 'धर्म संसद', यति नरसिंहानंद सहित हरिद्वार धर्म संसद के मुख्य आरोपी शामिल 

प्रयागराज: घर में सोते समय माता-पिता के साथ तीन बेटियों की निर्मम हत्या!

ग़ाज़ीपुर; मस्जिद पर भगवा झंडा लहराने का मामला: एक नाबालिग गिरफ़्तार, मुस्लिम समाज में डर


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    मुंडका अग्निकांड के खिलाफ मुख्यमंत्री के समक्ष ऐक्टू का विरोध प्रदर्शन
    20 May 2022
    मुंडका, नरेला, झिलमिल, करोल बाग से लेकर बवाना तक हो रहे मज़दूरों के नरसंहार पर रोक लगाओ
  • रवि कौशल
    छोटे-मझोले किसानों पर लू की मार, प्रति क्विंटल गेंहू के लिए यूनियनों ने मांगा 500 रुपये बोनस
    20 May 2022
    प्रचंड गर्मी के कारण पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे गेहूं उत्पादक राज्यों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
  • Worship Places Act 1991
    न्यूज़क्लिक टीम
    'उपासना स्थल क़ानून 1991' के प्रावधान
    20 May 2022
    ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़ा विवाद इस समय सुर्खियों में है। यह उछाला गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर क्या है? अगर मस्जिद के भीतर हिंदू धार्मिक…
  • सोनिया यादव
    भारत में असमानता की स्थिति लोगों को अधिक संवेदनशील और ग़रीब बनाती है : रिपोर्ट
    20 May 2022
    प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट में परिवारों की आय बढ़ाने के लिए एक ऐसी योजना की शुरूआत का सुझाव दिया गया है जिससे उनकी आमदनी बढ़ सके। यह रिपोर्ट स्वास्थ्य, शिक्षा, पारिवारिक विशेषताओं…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    हिसारः फसल के नुक़सान के मुआवज़े को लेकर किसानों का धरना
    20 May 2022
    हिसार के तीन तहसील बालसमंद, आदमपुर तथा खेरी के किसान गत 11 मई से धरना दिए हुए हैं। उनका कहना है कि इन तीन तहसीलों को छोड़कर सरकार ने सभी तहसीलों को मुआवजे का ऐलान किया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License