NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
मुख्तार अंसारी की पत्नी ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र : योगी सरकार बोली- कानून करेगा अपना काम
मुख्तार की पत्नी ने राष्ट्रपति  को लिखे पत्र में कहा है कि"... उन्हें इस बात का खतरा महसूस हो रहा है कि पंजाब की जेल से बांदा लाए जाते वक्त रास्ते में फर्जी मुठभेड़ की आड़ में उनके पति की हत्या की जा सकती है।"
भाषा
01 Apr 2021
yogi

लखनऊ: जाब की जेल में बंद माफिया नेता मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी ने बुधवार को अपने पति की हिफाजत के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखकर गुहार लगाई, वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने कांग्रेस पर अंसारी को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि अंसारी के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।

मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में कहा है कि इस वक्त पंजाब की रोपड़ जेल में बंद उनके पति मुख्तार अंसारी एक मुकदमे में चश्मदीद गवाह हैं, जिसमें भाजपा के विधान परिषद सदस्य माफिया बृजेश सिंह और उनके साथी त्रिभुवन सिंह अभियुक्त हैं। इन दोनों की सत्ता प्रतिष्ठान से नजदीकी को देखते हुए उन्हें इस बात का खतरा महसूस हो रहा है कि पंजाब की जेल से बांदा लाए जाते वक्त रास्ते में फर्जी मुठभेड़ की आड़ में उनके पति की हत्या की जा सकती है।

अफशां ने पत्र में कहा, "प्रार्थी को मिल रही पुख्ता सूचना और दी जा रही धमकी के कारण अब ऐसा लगता है कि अगर मेरे पति के जीवन की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी तय किए बगैर उन्हें उत्तर प्रदेश भेजा गया तो निश्चित रूप से कोई झूठी कहानी रच कर मेरे पति की हत्या करा दी जाएगी। इसलिए राष्ट्रपति से गुजारिश है कि वह सरकार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दस्ते के साथ जेल से अदालत और अदालत से वापस जेल तक मेरे पति को सुरक्षित भेजने के प्रबंध करने का आदेश दें।" इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर मुख्तार अंसारी का बचाव करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि योगी आदित्यनाथ सरकार किसी भी अपराधी को नहीं बख्शेगी। उन्होंने कहा कि राज्य की पिछली समाजवादी पार्टी सरकार ने ऐसे तत्वों को बढ़ावा दिया और उन्हें पैठ बनाने दी, जिसकी वजह से हमारा सिर दर्द बढ़ गया है।

उन्होंने कहा, "अंसारी को वापस उत्तर प्रदेश लाने के प्रयास किए जा रहे हैं और यहां उनके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। नंबर एक माफिया को उत्तर प्रदेश लाया जा रहा है और इसके लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं।" हालांकि, अंसारी को कब उत्तर प्रदेश लाया जाएगा, इस बारे में शासन का कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। इतना जरूर बताया जा रहा है कि बांदा जेल में अंसारी को रखने की तैयारियां पूरी की जा रही हैं।

दरअसल, योगी सरकार ने शिकायत की थी कि दो साल पहले एक पेशी के लिए पंजाब ले जाए गए मुख्तार अंसारी को पंजाब सरकार वापस नहीं भेज रही है। इससे राज्य में लंबित संगीन अपराध के मुकदमे प्रभावित हो रहे हैं। वहीं, अंसारी ने उत्तर प्रदेश में अपनी जान को खतरा बताते हुए गुहार लगाई थी कि उन्हें वहां न भेजा जाए।

इस बीच, मुख्तार अंसारी को बुधवार को रंगदारी से संबंधित एक मामले में पंजाब के मोहाली स्थित एक अदालत में पेश किया गया। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 12 अप्रैल नियत की है।

गौरतलब है कि मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी कई विचाराधीन आपराधिक मामलों में 25 अक्टूबर 2005 से न्यायिक अभिरक्षा में जेल में है। इस वक्त वह पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है। वर्ष 2005 में कथित रूप से मुख्तार अंसारी गिरोह के हाथों मारे गए भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की विधायक पत्नी अलका राय, अंसारी को उत्तर प्रदेश की जेल में लाए जाने की मांग करते हुए कई बार पत्र लिख चुकी हैं।

इस बीच, वर्ष 2004 में मुख्तार अंसारी पर आतंकवाद रोधी कानून 'पोटा' के तहत कार्रवाई करने वाले पूर्व पुलिस उपाधीक्षक शैलेंद्र सिंह पर दर्ज तोड़फोड़ तथा बलवा करने के एक मुकदमे की वापसी के राज्य सरकार के फैसले पर वाराणसी की एक अदालत ने मुहर लगा दी है।

Mukhtar Ansari
Ram Nath Kovind
Yogi Adityanath

Related Stories

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा

यूपी में  पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों का प्रदर्शन

UPSI भर्ती: 15-15 लाख में दरोगा बनने की स्कीम का ऐसे हो गया पर्दाफ़ाश

क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?

यूपी: बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के बीच करोड़ों की दवाएं बेकार, कौन है ज़िम्मेदार?

उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव का समीकरण

योगी 2.0 का पहला बड़ा फैसला: लाभार्थियों को नहीं मिला 3 महीने से मुफ़्त राशन 

चंदौली पहुंचे अखिलेश, बोले- निशा यादव का क़त्ल करने वाले ख़ाकी वालों पर कब चलेगा बुलडोज़र?

ग्राउंड रिपोर्ट: स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रचार में मस्त यूपी सरकार, वेंटिलेटर पर लेटे सरकारी अस्पताल


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License