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भारत
राजनीति
सिंघु बॉर्डर पर बरामद हुई क्षत-विक्षत लाश पर संयुक्त किसान मोर्चा ने मामले की जांच व दोषियों को सज़ा की मांग की
सोशल मीडिया पर शुक्रवार की सुबह से ही सिंघु बॉर्डर के पास औंधे पड़े एक पुलिस बैरिकेड से बंधे एक मृत व्यक्ति की वीडियो और तस्वीरें सामने आने लगीं, जहाँ पर किसान पिछले नवंबर से ही शांतिपूर्ण ढंग से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं।
रौनक छाबड़ा
16 Oct 2021
singhu border
मात्र प्रतीकात्मक उपयोग

नई दिल्ली: शुक्रवार की सुबह, कुंडली के पास सिंघु बॉर्डर पर किसानों के विरोध स्थल के समीप एक व्यक्ति का लटका हुआ शव, उसके हाथ को काट कर अलग कर दिया गया था, मिलने के कुछ घंटे बाद ही संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की ओर से इस भयावह हत्याकांड की भर्त्सना के साथ-साथ इस घटना की जाँच और दोषियों के लिए सजा की मांग की गई है।

40 से अधिक किसान संगठनों के एक छतरी निकाय के तौर पर, एसकेएम की ओर से दिए गए बयान के अनुसार, मृतक की पहचान पंजाब के लखबीर सिंह के रूप में हुई है, जिसकी “हत्या और शरीर को क्षत-विक्षत” कर दिया गया था। इसमें आगे कहा गया है कि “घटना स्थल पर मौजूद एक निहंग समूह ने (एक सिख योद्धा क्रम) इस घटना को अंजाम देने की जिम्मेदारी अपने सर ली है” यह दावा करते हुए कि मृतक ने “सरबालोह ग्रंथ” के संबंध में बेअदबी करने का प्रयास किया था।”

विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर सामने आये एक कथित वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को खून से लथपथ पड़े व्यक्ति के पास खड़े देखा जा सकता है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, क्लिप में निहंगों को यह कहते सुना जा सकता है कि उक्त व्यक्ति को सिखों के एक पवित्र ग्रंथ को अपवित्र करने के लिए दंडित किया गया है।

एसकेएम ने कहा है कि इन दोनों ही पक्षों - मृतक और निहंग समूह के साथ उसका कोई संबंध नहीं है और मांग की है कि दोषियों को “हत्या के आरोप और धर्मग्रंथ की बेअदबी किये जाने के पीछे की साजिश की जाँच के पश्चात” कानून के मुताबिक दंडित किया जाये। 

शुक्रवार की सुबह से ही सोशल मीडिया के विभिन्न मंच सिंघु बॉर्डर के पास एक ओंधे पड़े पुलिस बैरिकेड से बंधे एक मृत व्यक्ति के कथित वीडियो और तस्वीरों से अटे पड़े थे, जहाँ पर तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल नवंबर से किसानों ने अपना डेरा डाल रखा है।

35-वर्षीय पीड़ित लकबीर सिंह के पंजाब के तरनतारण जिले के चीमा कला गाँव का निवासी होने की खबर प्राप्त हुई है।

इंडियन एक्सप्रेस ने सोनीपत के पुलिस अधीक्षक, जशनदीप सिंह रंधावा के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि “घायल व्यक्ति को सरकारी अस्पताल ले जाया गया था, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। हमने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। ऐसे कई वीडियो प्रकाश में आये हैं जिनमें कुछ निहंग सिखों ने दावा किया है कि उक्त व्यक्ति ने पवित्र ग्रंथ की बेअदबी की थी। ऐसा संदेह है कि उसे कुछ निहंग सिखों ने मारा-पीटा और उसकी हत्या कर दी। यह एक जांच का विषय है।” शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत के सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया है। 

शुक्रवार को एसकेएम द्वारा इस विषय पर एक तत्काल बैठक करने के बाद दोपहर में जारी किये गए एक बयान में इस “विद्रूप हत्या” की निंदा की गई है और कहा है कि किसानों का समहू किसी भी धार्मिक ग्रन्थ या प्रतीक की बेअदबी के खिलाफ है, हालाँकि “किसी के पास भी कानून को अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।”

किसानों के निकाय ने एक बार फिर से दोहराते हुए कहा है कि उनका आंदोलन “किसी भी प्रकार की हिंसा के खिलाफ है।” इसमें आगे कहा गया है कि वे पुलिस और प्रशासन के साथ किसी भी कानून-सम्मत कार्यवाई में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।

इससे पहले दिन में, जम्हूरी किसान सभा (एसकेएम के सदस्यों में से एक) के महासचिव, कुलवंत सिंह संधू ने पंजाब से फोन पर न्यूज़क्लिक को बताया कि अकाल तख़्त और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को इस घटना पर निश्चित तौर पर संज्ञान लेने की जरूरत है।

यह पूछे जाने पर कि क्या इस घटना से किसानों के आंदोलन पर कोई असर पड़ेगा, पर संधू ने इस बात को दोहराया है कि निहंग लोग एसकेएम का हिस्सा नहीं थे और मोर्चे का उक्त घटना से किसी भी प्रकार का की लेना-देना नहीं है। उनका कहना था “आंदोलन जारी रहेगा।”

लेख को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें

Mutilated Body of Man Found At Singhu Border, SKM Demands Probe, Punishment for Culprits

Singhu Border
Farmers’ Protest
Farm Laws
Nihangs

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