NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
Odd-Even फार्मूला: अल्पकालिक कदम या भविष्य के लिए तैयारी?
न्यूज़क्लिक प्रोडक्शन
30 Dec 2015

न्यूज़क्लिक ने दिल्ली में बढ़ते प्रदुषण और इस पर उठाए जा रहे अनेक कदमों पर दिल्ली साइंस फोरम के डी.रघुनन्दन से बात की. रघु के अनुसार अगर दिल्ली के प्रदुषण का वास्तविक गुनाहगार किसी को मन जाए तो वह है लचर सार्वजनिक परिवाहन व्यवस्था और असंगठित निर्माण कार्य. जिसकी वजह से लगातार लोगो को खुद के वाहन का प्रयोग कर यात्रा करनी पड़ रही है. इससे ना ही केवल गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है बल्कि रास्ते पर पैदल या साइकिल से चलने वालों के लिए खतरा बढ़ रहा है. सस्ती डीजल गाड़ियों ने इसे और बढ़ावा दिया है. साथ ही रघु ने शहर के संरचना और निर्माण पर भी चर्चा की. रघु के अनुसार बढ़ते पूंजीवाद ने वाहन को भोग विलास की वस्तु बना दिया है जिसके कारण लोग एक की जगह अनेक गाड़ियाँ खरीद रहे हैं. केजरीवाल सरकार द्वारा जारी किए odd even फार्मूला पर रघु का मानना है कि यह अल्पकालिक है और इसकी तैयारी पूरी नहीं की गई है.

 

 

            

Odd-Even
Odd-Even फार्मूला
दिल्ली प्रदुषण
केजरीवाल
सुप्रीम कोर्ट

Related Stories

वोट बैंक की पॉलिटिक्स से हल नहीं होगी पराली की समस्या

ऑड-ईवन इफेक्ट : व्हाट्सएप पर निमंत्रण, व्हाट्सएप पर शगुन

यक्ष प्रश्न : दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का ज़िम्मेदार कौन?

दिल्ली : हवा में प्रदूषण स्तर कुछ कम हुआ लेकिन एक्यूआई अब भी ‘गंभीर’

ऑड-ईवन नियम के उल्लंघन पर लग सकता है 20,000 रुपए का जुर्माना

सर्वोच्च न्यायालय में दलितों पर अत्याचार रोकथाम अधिनियम में संसोधन के खिलाफ याचिका दायर

सुप्रीम कोर्ट: मॉब लिंचिंग पर जल्द कानून लाए केंद्र

कोलेजीयम ने न्यायमूर्ति के० एम० जोसेफ की सिफारिश को दोहराएगा

चेन्नई में SC/ST Act को कमज़ोर बनाये जाने के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन

जज लोया की मौत से संबंधित सभी याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज की


बाकी खबरें

  • मुकुल सरल
    मदर्स डे: प्यार का इज़हार भी ज़रूरी है
    08 May 2022
    कभी-कभी प्यार और सद्भावना को जताना भी चाहिए। अच्छा लगता है। जैसे मां-बाप हमें जीने की दुआ हर दिन हर पल देते हैं, लेकिन हमारे जन्मदिन पर अतिरिक्त प्यार और दुआएं मिलती हैं। तो यह प्रदर्शन भी बुरा नहीं।
  • Aap
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: केजरीवाल के ‘गुजरात प्लान’ से लेकर रिजर्व बैंक तक
    08 May 2022
    हर हफ़्ते की ज़रूरी ख़बरों को लेकर एक बार फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: हम सहनशील तो हैं, पर इतने भी नहीं
    08 May 2022
    हम ग़रीबी, बेरोज़गारी को लेकर भी सहनशील हैं। महंगाई को लेकर सहनशील हो गए हैं...लेकिन दलित-बहुजन को लेकर....अज़ान को लेकर...न भई न...
  • बोअवेंटुरा डे सौसा सैंटोस
    यूक्रेन-रूस युद्ध के ख़ात्मे के लिए, क्यों आह्वान नहीं करता यूरोप?
    08 May 2022
    रूस जो कि यूरोप का हिस्सा है, यूरोप के लिए तब तक खतरा नहीं बन सकता है जब तक कि यूरोप खुद को विशाल अमेरिकी सैन्य अड्डे के तौर पर तब्दील न कर ले। इसलिए, नाटो का विस्तार असल में यूरोप के सामने एक…
  • जितेन्द्र कुमार
    सवर्णों के साथ मिलकर मलाई खाने की चाहत बहुजनों की राजनीति को खत्म कर देगी
    08 May 2022
    सामाजिक न्याय चाहने वाली ताक़तों की समस्या यह भी है कि वे अपना सारा काम उन्हीं यथास्थितिवादियों के सहारे करना चाहती हैं जो उन्हें नेस्तनाबूद कर देना चाहते हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License