NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान
पाकिस्तान सरकार ने पीटीएम नेताओं के ख़िलाफ़ कथित हेट स्पीच का मुक़दमा दर्ज किया
पश्तून तहाफ़ुज़ मूवमेंट(पीटीएम) एक सामाजिक आंदोलन है जो पाकिस्तान में पश्तून और अन्य अल्पसंखयकों के अधिकारों की रक्षा के लिए काम करता है।
पीपल्स डिस्पैच
04 Mar 2020
पाकिस्तान सरकार

पाकिस्तान में पश्तून अल्पसंख्यक समुदाय और जनजातियों के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ने वाले संगठन पश्तून तहाफ़ुज़ मूवमेंट (पीटीएम) के कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कल कराची में गिरफ़्तार कर लिया और इसके नेता अली वज़ीर के ऊपर नफ़रत फ़ैलाने और देश के ख़िलाफ़ काम करने के तीन मुक़दमे दाख़िल किये।

अली वज़ीर मानव अधिकार कार्यकर्ता होने के साथ साथ पाकिस्तान की संसद के सदस्य भी हैं। पाकिस्तान सरकार उनके और पीटीएम के ख़िलाफ़ दमन की कार्यवाहियां करती रहती है। अली वज़ीर को पिछले महीने ही सेना के एक चेक पोस्ट पर हमले के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था।

नेशनल एसम्ब्ली के एक अन्य सदस्य मोहसिन दावर ने इस पर कहा कि इन्हीं लोगों ने हमेशा से उत्तरी वज़ीरिस्तान में सेना की कार्रवाइयों पर चुप्पी साधी हुई थी। उन्होंने ट्वीट किया, "ऐसे लोगों का कोई नैतिक स्थान नहीं है कि ये पीटीएम के नेताओं के भाषणों के बारे में कुछ कह सकें।"

इससे पहले जनवरी में पीटीएम के एक और प्रमुख नेता मंज़ूर पश्तीन को देशद्रोह के आरोप में पेशावर में गिरफ़्तार कर लिया गया  था।

पाकिस्तान की सरकार द्वारा पीटीएम और इसके नेताओं के खिलाफ की जा रही दमन की कार्यवाही की देश के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आलोचना की है और सरकार से इनको जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की है।

PTM
Pashtun Tahafuz Movement
ali wazir

Related Stories

उत्तरी वज़ीरिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा टार्गेट किलिंग को लेकर पीटीएम का प्रदर्शन

जनसभा से पहले कराची में पीटीएम कार्यकर्ता गिरफ्तार

भारतीय डाक विभाग को घाटा क्यों?

पाकिस्तान: पश्तों आन्दोलन पर राज्य का दमन जारी


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा
    20 May 2022
    एक तरफ भारत की बहुसंख्यक आबादी बेरोजगारी, महंगाई , पढाई, दवाई और जीवन के बुनियादी जरूरतों से हर रोज जूझ रही है और तभी अचनाक मंदिर मस्जिद का मसला सामने आकर खड़ा हो जाता है। जैसे कि ज्ञानवापी मस्जिद से…
  • अजय सिंह
    ‘धार्मिक भावनाएं’: असहमति की आवाज़ को दबाने का औज़ार
    20 May 2022
    मौजूदा निज़ामशाही में असहमति और विरोध के लिए जगह लगातार कम, और कम, होती जा रही है। ‘धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाना’—यह ऐसा हथियार बन गया है, जिससे कभी भी किसी पर भी वार किया जा सकता है।
  • India ki baat
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेता
    20 May 2022
    India Ki Baat के दूसरे एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं ज्ञानवापी विवाद, मोदी सरकार के 8 साल और कांग्रेस का दामन छोड़ते नेताओं की। एक तरफ ज्ञानवापी के नाम…
  • gyanvapi
    न्यूज़क्लिक टीम
    पूजा स्थल कानून होने के बावजूद भी ज्ञानवापी विवाद कैसे?
    20 May 2022
    अचानक मंदिर - मस्जिद विवाद कैसे पैदा हो जाता है? ज्ञानवापी विवाद क्या है?पक्षकारों की मांग क्या है? कानून से लेकर अदालत का इस पर रुख क्या है? पूजा स्थल कानून क्या है? इस कानून के अपवाद क्या है?…
  • भाषा
    उच्चतम न्यायालय ने ज्ञानवापी दिवानी वाद वाराणसी जिला न्यायालय को स्थानांतरित किया
    20 May 2022
    सर्वोच्च न्यायालय ने जिला न्यायाधीश को सीपीसी के आदेश 7 के नियम 11 के तहत, मस्जिद समिति द्वारा दायर आवेदन पर पहले फैसला करने का निर्देश दिया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License