NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
पेट्रोल और डीज़ल के बढ़ते दामों 10 सितम्बर को भारत बंद
10 सितम्बर को विपक्षी दलों ने बढ़ती महँगाई और पेट्रोल और डीज़ल के बढ़ते दामों के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया है। वामपंथी दलों ने इस बंद के आह्वान की घोषणा 6 सितम्बर को की थी, इसके बाद कांग्रेस, डीएमके और आरजेडी, एनसीपी, जेडी(एस), जेवीएम ने भी भारत बंद का आह्वान किया।

न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
08 Sep 2018
10 सितम्बर को भारत बंद
Image Courtesy: पत्रिका .कॉम

विपक्ष का कहना है कि उन्हें काफी समर्थन मिलने की उम्मीद है। उम्मीद की जा रही है कि इसका व्यापक असर तमिलनाडु, बिहार, बंगाल,राजस्थान, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में देखा जायेगा। 

 

वामपंथी पार्टियों ने अपने प्रेस स्टेटमेंट में बताया कि बहुत से मुद्दे हैं जिनकी वजह से यह बंद किया जा रहा है। इसमें न्यूनतम वेतन, किसानों की क़र्ज़ माफ़ी, उपज के डेढ़ गुना दाम,जैसी माँगों के साथ-साथ और भी मुद्दों का ज़िक्र है। लेकिन भारत बंद का मुख्य मुद्दा पेट्रोल और डीज़ल के आसमान छूते दाम हैं। इस वजह से ज़रूरी चीज़ों के दामों में इज़ाफा हुआ हैI इससे खेती की लागत में खासतौर से बढोत्तरी हुई है। पहले ही किसान बीज, खाद, बिजली के दामों से परेशान हैंI अब पेट्रोल-डीज़ल के दामों में बढोत्तरी से इन चीज़ों के दाम और बढ़ रहे हैं, जिससे किसानों पर बोझ बढ़ रहा है। 

                        

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक फिलहाल बंगलौर में एक लीटर पेट्रोल का दाम 82 .6 रुपये है और डीज़ल का 74 रुपये, दिल्ली में पेट्रोल का दाम 80 रुपये  है और डीज़ल के 72 रुपये, मुंबई में पेट्रोल का दाम 87.4 रुपये  और डीज़ल के 77 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल का दाम 83.1 रुपये है और डीज़ल का 76 रुपये और कोलकत्ता में  82.9 रुपये है और  डीज़ल का दाम 75 रुपये है। मिंट अख़बार की रिपोर्ट के हिसाब से 15 अगस्त से अब तक पेट्रोल के दामों में 2.85 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल के दामों में 3.35 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बढोत्तरी हुई है। जनवरी 2018 से अब तक दामों में 14 % की बढ़त आई है। इंधन पर लगाये गए भारी कर भी पेट्रोल और डीज़ल के दामों को बढ़ाने का एक मुख्य कारण बताए जा रहा है। 

 

इसके साथ ही एक और मुद्दा है जो उभरकर सामने आया है। भारतीय रुपये की अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में मूल्य गिरा है।

 

भारत बंद के मुद्दे पर बात करते हुए माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य सुभाषिनी अली ने कहा "मुझे लगता है आज इस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की एक पूरी श्रंखला खड़ी हो गयी है पहले महिलाओं ने अपने मुद्दे पर विरोध किया, फिर मज़दूर और किसान अपनी माँगे लेकर लाखों की संख्या में दिल्ली आये और अब सरकार की नीतियों के खिलाफ भारत बंद किया जा रहा है। इससे देश भर में सरकार के खिलाफ एक विरोध का माहौल बन रहा है जिसे हम एक जगह केंद्रित करना चाह रहे हैं, खासकर तब जब कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। आज जिस मुद्दे ने सबसे ज़्यादा असर डाला है वो है ईंधन के दाम में बढोत्तरी। जब दुनिया में तेल के दाम कम थे तब भी जनता को फायदा नहीं हुआ और अब जब कुछ बढ़े हैं तो हमारे देश में ये बहुत ही ज़्यादा बढ़ गए हैं। हम यह सवाल भी कर रहे हैं कि जब हमारा देश ईरान से कम कीमत पर तेल खरीद सकता है तो फिर अमरीका के दबाव में हम महंगा तेल क्यों ले रहे हैं। महंगाई के मुद्दे पर लोगों में बहुत गुस्सा और यह प्रदर्शन उसी का नतीजा है। "

 

 

भारत बंद
Petrol & diesel price
BJP
नरेन्द्र मोदी
वामदल

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    छत्तीसगढ़ः 60 दिनों से हड़ताल कर रहे 15 हज़ार मनरेगा कर्मी इस्तीफ़ा देने को तैयार
    03 Jun 2022
    मनरेगा महासंघ के बैनर तले क़रीब 15 हज़ार मनरेगा कर्मी पिछले 60 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं फिर भी सरकार उनकी मांग को सुन नहीं रही है।
  • ऋचा चिंतन
    वृद्धावस्था पेंशन: राशि में ठहराव की स्थिति एवं लैंगिक आधार पर भेद
    03 Jun 2022
    2007 से केंद्र सरकार की ओर से बुजुर्गों को प्रतिदिन के हिसाब से मात्र 7 रूपये से लेकर 16 रूपये दिए जा रहे हैं।
  • भाषा
    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत उपचुनाव में दर्ज की रिकार्ड जीत
    03 Jun 2022
    चंपावत जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री को 13 चक्रों में हुई मतगणना में कुल 57,268 मत मिले और उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाल़ कांग्रेस समेत सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो…
  • अखिलेश अखिल
    मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 
    03 Jun 2022
    बिहार सरकार की ओर से जाति आधारित जनगणना के एलान के बाद अब भाजपा भले बैकफुट पर दिख रही हो, लेकिन नीतीश का ये एलान उसकी कमंडल राजनीति पर लगाम का डर भी दर्शा रही है।
  • लाल बहादुर सिंह
    गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया
    03 Jun 2022
    मोदी सरकार पिछले 8 साल से भारतीय राज और समाज में जिन बड़े और ख़तरनाक बदलावों के रास्ते पर चल रही है, उसके आईने में ही NEP-2020 की बड़ी बड़ी घोषणाओं के पीछे छुपे सच को decode किया जाना चाहिए।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License