NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
पिछड़े तबकों के छात्रों की वित्तीय मदद ख़तम करने के खिलाफ TISS के छात्र हड़ताल पर
"हम ये विरोध इसीलिए कर रहे हैं क्योंकि हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि पिछड़े तबकों से आने वाले छात्रों के लिए TISS के दरवाज़े बंद न हों I”
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
22 Feb 2018
TISS छात्र

Tata Institute of social sciences (TISS) जो की देश के नामी सामाजिक विज्ञान के विश्वविद्यालयों में से एक है, में पिछले दो दिनों से छात्र की हड़ताल चल रही है I बुधवार को TISS के देश भर के कैम्पसों में छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया और ये विरोध प्रदर्शन कल रात भर चलता रहा I TISS के कैंपस मुंबई के आलावा हैदराबाद, गुवाहाटी, तुलिजापुर में भी मौजूद है यहाँ भी ये प्रदर्शन जारी रहे I छात्र नेताओं का कहना है कि ये हड़ताल तब तक जारी रहेगा जब तक छात्रों की माँगे मान नहीं ली जाती I

दरअसल TISS प्रशासन ने ये निर्णय लिया है कि SC, ST और OBC से आने वाले छात्रों को जो वित्तीय मदद प्रशासन द्वारा मिला करती थी उसे बंद कर दिया जायेगा I छात्र कह रहे हैं कि इस बात की जानकारी उन्हें पहले नहीं दी गयी थी और ये पिछड़े तबकों से आने वाले छात्रों के साथ ज़्यादती है I गौरतलब है कि TISS और JNU जैसे और भी संस्थानों में पिछड़े तबकों से आने वाले छात्रों को सुविधाएँ मिलती रही है जिस वजह से विभिन्न तबकों से आने वाले छात्र यहाँ साथ पढ़ते हैं I

TISS आन्दोलन

इस मुद्दे पर न्यूज़क्लिक से बाद करते हुए TISS छात्र संघ के महासचिव फहाद अहमद ने कहा “हमारे विश्विद्यालय में दबे कुचले समाज के लिए एक फी वेवर का सिस्टम था जिसके अंतर्गत SC ,ST और OBC से आने वाले छात्रों को हॉस्टल, डाइनिंग हॉल और ट्यूशन फीस नहीं देनी होती थी I पर 2014 में प्रशासन ने OBC का ये फी वेवर बंद कर दिया था I इसके बाद हमने देखा   कि 2014 में जहाँ विश्वविधालय में 28 % OBC छात्र थे वो अब घटकर 17% रह गए हैं I  2016 के प्रोस्पेक्टस में इस फी वेवर को वापस लाने की बात की थी, लेकिन प्रशासन ने आधे सेशन के बाद कहा कि अब ये SC और ST छात्रों के लिए भी लागू नहीं होगा I ये गैरकानूनी और अलोकतांत्रिक निर्णय है I”

फहाद ने आगे कहा कि “प्रशासन ने आने वाले शिक्षा सत्रों में भी ST, SC और OBC को ये वित्तीय मदद देने से मना कर दिया है, हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक प्रशासन एक फैसले से पीछे नहीं हटता I”

TISS आन्दोलन

मुंबई TISS के सोशल प्रोटेक्शन ऑफिस रिप्रजेंटेटिव इमरान गाँधी ने न्यूज़क्लिक को कहा “आज  निजीकरण की वजह से लगातार शिक्षा वंचित तबकों से दूर होती जा रही है, TISS और JNU कुछ ऐसे संस्थान रहे हैं जो इन सभी छात्रों को मौका देते रहे हैं I हम ये विरोध इसीलिए कर रहे हैं क्योंकि हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि पिछड़े तबकों से आने वाले छात्रों के लिए TISS के दरवाज़े बंद न हों I”

हाल में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय के छात्र भी ST, SC और पिछड़े तबकों से आने वाले छात्रों को मिलने वाले डेप्रिवेशन पॉइंट्स घटाने और सीटें घटाने के आलावा और भी मुद्दों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं I छात्रों का कहना है कि ये शिक्षा के निजीकरण की तरफ  कदम हैं जिससे पिछड़े और कमज़ोर तबकों से आने वाले छात्रों को सुनियोजित तरीके से शिक्षा से से बहार लिया जा रहा है I

TISS
छात्र आन्दोलन
छात्र हड़ताल
TISS मुंबई
SC
ST
OBC

Related Stories

यूपी चुनाव परिणाम: क्षेत्रीय OBC नेताओं पर भारी पड़ता केंद्रीय ओबीसी नेता? 

यूपी चुनाव: ख़ुशी दुबे और ब्राह्मण, ओबीसी मतों को भुनाने की कोशिश

यूपी चुनाव : क्या ग़ैर यादव ओबीसी वोट इस बार करेंगे बड़ा उलटफेर?

मध्यप्रदेश ओबीसी सीट मामला: सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला अप्रत्याशित; पुनर्विचार की मांग करेगी माकपा

नीतीश सरकार ने एससी-एसटी छात्रवृत्ति फंड का दुरूपयोग कियाः अरूण मिश्रा

योगी मंत्रिमंडल विस्तार से दलित और ओबीसी वोटर साधने की कोशिश में भाजपा

जातीय जनगणना: जलता अंगार

OBC राजनीति क्यों इस समय अनिश्चितता के दौर में हैं?

दलित एवं मुस्लिम बच्चों के बौने होने के जोखिम ज्यादा

ओबीसी से जुड़े विधेयक का सभी दलों ने किया समर्थन, 50 फ़ीसद आरक्षण की सीमा हटाने की भी मांग  


बाकी खबरें

  • कुशाल चौधरी, गोविंद शर्मा
    बिहार: रोटी-कपड़ा और ‘मिट्टी’ के लिए संघर्ष करते गया के कुम्हार-मज़दूर
    21 May 2022
    गर्मी के मौसम में मिट्टी के कुल्हड़ और मिट्टी के घड़ों/बर्तनों की मांग बढ़ जाती है, लेकिन इससे ज्यादा रोज़गार पैदा नहीं होता है। सामान्य तौर पर, अधिकांश कुम्हार इस कला को छोड़ रहे हैं और सदियों पुरानी…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में ओमिक्रॉन के स्ट्रेन BA.4 का पहला मामला सामने आया 
    21 May 2022
    देश में पिछले 24 घंटो में कोरोना के 2,323 नए मामले सामने आए हैं | देश में अब कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 31 लाख 34 हज़ार 145 हो गयी है। 
  • विनीत तिवारी
    प्रेम, सद्भाव और इंसानियत के साथ लोगों में ग़लत के ख़िलाफ़ ग़ुस्से की चेतना भरना भी ज़रूरी 
    21 May 2022
    "ढाई आखर प्रेम के"—आज़ादी के 75वें वर्ष में इप्टा की सांस्कृतिक यात्रा के बहाने कुछ ज़रूरी बातें   
  • लाल बहादुर सिंह
    किसानों और सत्ता-प्रतिष्ठान के बीच जंग जारी है
    21 May 2022
    इस पूरे दौर में मोदी सरकार के नीतिगत बचकानेपन तथा शेखचिल्ली रवैये के कारण जहाँ दुनिया में जग हंसाई हुई और एक जिम्मेदार राष्ट्र व नेता की छवि पर बट्टा लगा, वहीं गरीबों की मुश्किलें भी बढ़ गईं तथा…
  • अजय गुदावर्ती
    कांग्रेस का संकट लोगों से जुड़ाव का नुक़सान भर नहीं, संगठनात्मक भी है
    21 May 2022
    कांग्रेस पार्टी ख़ुद को भाजपा के वास्तविक विकल्प के तौर पर देखती है, लेकिन ज़्यादातर मोर्चे के नीतिगत स्तर पर यह सत्तासीन पार्टी की तरह ही है। यही वजह है कि इसका आधार सिकुड़ता जा रहा है या उसमें…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License