जयपुर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत परमाणु हथियारों से पहले वार नहीं करने के अपने सिद्धांत पर अडिग रहा है लेकिन भविष्य में क्या होता है यह हालात पर निर्भर करेगा।
राजस्थान के एक दिवसीय दौरे पर आए सिंह ने पोकरण में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'पोकरण वह इलाका है जिसने भारत को परमाणु शक्ति बनाने के लिए अटल जी के दृढ़ संकल्प को देखा और अभी तक 'नो फर्स्ट यूज' (पहले इस्तेमाल नहीं करने) के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है।'
उन्होंने आगे लिखा है,...' भारत ने इस सिद्धांत का कड़ाई से पालन किया है। भविष्य में क्या होता है यह हालात पर निर्भर करता है।'
सिंह के अनुसार उन्होंने पोकरण में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने लिखा है, 'भारत का एक जिम्मेदार परमाणु राष्ट्र का दर्जा प्राप्त करना इस देश के प्रत्येक नागरिक के लिए राष्ट्रीय गौरव का विषय है। देश अटल जी की महानता का ऋणी रहेगा।' इससे पहले सिंह ने जैसलमेर में पाचवीं अंतर्राष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित किया।
आपको बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी परमाणु हथियारों को लेकर आम चुनावों के दौरान बाड़मेर में एक टिप्पणी की थी।
राजस्थान के बाड़मेर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने पड़ोसी मुल्क को चेतावनी देते हुए कहा कि हमने परमाणु बम को दिवाली के लिए नहीं रखा हुआ है।
उस समय प्रधानमंत्री ने कहा था, 'भारत ने पाकिस्तान की धमकी से डरने की नीति को छोड़ दिया। वरना आए दिन पाकिस्तान परमाणु बम की धमकी देता था। वे कहते थे कि हमारे पास न्यूक्लियर बटन है। तो भारत के पास क्या है भाई? ये परमाणु बम हमने दिवाली के लिए रखा हुआ है क्या?'
आपको बता दें कि भारत ने 2003 में अपना परमाणु सिद्धांत अंगीकार किया था। भारत की परमाणु नीति का मूल सिद्धांत पहले उपयोग नही है। इस नीति के अनुसार भारत किसी भी देश पर परमाणु हमला तब तक नही करेगा जब कि वह देश भारत के ऊपर हमला नही कर देता है।