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प्रयोगशाला तक सीमित नहीं वैज्ञानिक सोच
विज्ञान को प्रयोगशाला तक सीमित मानना एक संकुचित विचार है और समाज की प्रगति के लिए हमारी सोच का वैज्ञानिक होना बहुत ज़रुरी है I
Interview with डॉ. तेजल कनितकर
19 Jan 2018
Interviewed by पी.जी. अम्बेडकर

न्यूज़क्लिक ने TISS में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. तेजल कनितकर से भारतीय समाज में फैली अन्धविश्वास की प्रवृत्ति पर बातचीत कीI डॉ. कनितकर ने बताया कि विज्ञान को प्रयोगशाला तक सीमित मानना एक संकुचित विचार है और समाज की प्रगति के लिए हमारी सोच का वैज्ञानिक होना बहुत ज़रुरी है I

वैज्ञानिक सोच
अन्धविश्वास
रूढ़ीवाद

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CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License