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ग्रीस में प्रगतिशीलों ने ज़ेलेंस्की के नव-नाज़ियों के साथ संसद के संबोधन को ख़ारिज किया 
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के संबोधन के बाद ग्रीक संसद में नव-नाज़ी अज़ोव सैनिक के साक्ष्य की व्यापक रूप से निंदा की जा रही है। 
पीपल्स डिस्पैच
11 Apr 2022
Zelenskys Speech
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की (बाएं) का भाषण और ग्रीक संसद में अज़ोव सैनिक का वक्तव्य। (फोटो: 902.gr के माध्यम से)

यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने गुरुवार 8 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ग्रीक संसद को संबोधित किया, जहां उन्होंने कुख्यात अज़ोव बटालियन के एक नव-नाजी सैनिक के वीडियो बाइट को साझा किया, जिसको ले कर उनके प्रति नाराजगी जताई गई। इस वीडियो में, ग्रीक मूल के अजोव सैनिक ने रूस के साथ चल रहे युद्ध में यूक्रेनी सरकार के समर्थन में ग्रीस को एकजुटता दिखाने का अनुरोध किया है। अजोव बटालियन अपनी नव-नाजी मान्यताओं और प्रथाओं को लेकर काफी कुख्यात है। 

अज़ोव सैनिक की गवाही की ग्रीस में प्रगतिशीलों द्वारा व्यापक रूप से निंदा की गई थी। ग्रीस की कम्युनिस्ट पार्टी (केकेई) के सांसदों ने संसद सत्र का बहिष्कार किया। ऑल वर्कर्स मिलिटेंट फ्रंट (PAME), कम्युनिस्ट यूथ ऑफ ग्रीस (KNE) और अन्य एंटीफा समूहों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यूक्रेन के लोगों के साथ ग्रीस की एकजुटता को नाटो की कठपुतली सत्ता जेलेंस्की की हुकूमत के समर्थन के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि एक नव-नाजी को ग्रीक संसद को संबोधित करने का अवसर देकर देश की न्यू डेमोक्रेसी (एनडी) सरकार ने ग्रीक लोगों की सद्भावना और यूक्रेनी लोगों के प्रति उनकी एकजुटता के साथ विश्वासघात किया है। 

अपने भाषण में, ज़ेलेंस्की ने ग्रीक संसद से अपनी सरकार को पूर्ण समर्थन देने तथा रूस पर प्रतिबंधों को और कड़े करने का अह्वान किया। बाद में, एक छोटे वीडियो में, मारियुपोल शहर का बचाव करने वाले विवादास्पद अजोव रेजिमेंट के एक सदस्य, जिसने खुद को ग्रीक मूल के व्यक्ति के रूप में बताया था, उसने मारियुपोल शहर में रूसी सेना की कार्रवाइयों के बारे में अपनी गवाही दी। 

जेलेन्स्की के भाषण के जवाब में, केकेई की केंद्रीय समिति ने कहा, "पहले क्षण से ही केकेई ने बहुत स्पष्ट तरीके से यूक्रेन के प्रतिक्रियावादी राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की की सरकार और वहां के लोगों के साथ एकजुटता की पहचान करने की न्यू डेमोक्रेसी की सरकार और अन्य सभी दलों के कोशिशों का विरोध किया है। केकेई जेलेन्स्की को मौजूदा घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार हैं, साथ ही रूस भी अस्वीकार्य है और यूक्रेन पर उसका आक्रमण निंदनीय है, जिसमें आम लोग तबाह हो गए हैं। यूरो-अटलांटिकवादियों के आशीर्वाद के साथ यह समर्थन भी अपमानजनक है नाटो की पार्टियों ने ज़ेलेंस्की एवं नाजी ऑर्डर ऑफ अज़ोव के प्रतिनिधियों का पार्लियामेंट में स्वागत किया और उनकी सराहना की।” 

केकेई ने कहा, “अन्य पार्टियों की तरह एनडी सरकार की बड़ी जवाबदेहियां हैं जिन्होंने ग्रीक संसद में ज़ेलेंस्की के भाषण का समर्थन किया है...क्योंकि वे यूक्रेनी राष्ट्रपति के बारे में बहुत कुछ जानते हैं और विशेष रूप से हमलावर नाजी बटालियनों के साथ उनके संबंधों के बारे में। ये बटालियनें यूक्रेन के आम लोगों एवं वहां रहने वाले अल्पसंख्यकों, जिनमें ग्रीक के अप्रवासी भी शामिल हैं, उनको आतंकित कर रही हैं। संसद में, आधिकारिक रूप से 'खुलासा' हुआ कि ज़ेलेंस्की और अज़ोव 'एक साथ हैं'।” 

ग्रीक संसद में हुए घटनाक्रम के बाद, साइप्रस में प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ वर्किंग पीपुल (एकेईएल) ने उसी दिन अपने देश की संसद ने निर्धारित ज़ेलेंस्की के संबोधन का बहिष्कार करने का फैसला किया। 

ग्रीक संसद में गुरुवार की घटनाओं की प्रतिक्रिया में, ग्रीक अर्थशास्त्री और MeRA25 आंदोलन के संस्थापक यानिस वरौफाकिस ने कहा, "हमारी संसद ने एक नाजी को आमंत्रित नहीं किया। इसने यूक्रेन के राष्ट्रपति को आमंत्रित किया। यह यूक्रेन के राष्ट्रपति थे, जो नाजी को साथ लेकर आए। और हां, हमारी संसद के अध्यक्ष इसमें हस्तक्षेप करने में विफल रहे, वे हमारी संसद का बचाव करने में विफल रहे।”

यानिस ने एक ट्विट में कहा,"राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने एक नाजी को ग्रीस की संसद को दाखिल कर सदन को अपमानित किया। इसी तरह, उन्होंने साइप्रस संसद की अपनी स्पीकर (अनीटा देमेत्रियू साइप्रस की पहली महिला स्पीकर) की इस टिप्पणी से सहमत होने से इनकार कर दिया कि साइप्रस भी अवैध आक्रमण का शिकार है-यहां तक कि उन्होंने अध्यक्षा की इस टिप्पणी के बीच में ही अपने स्काइप को बंद कर दिया…।” 

ग्रीस में प्रगतिशील वर्गों का नव नाज़ियों से लड़ने का अपना एक इतिहास है। अक्टूबर 2020 में, एक यूनानी अदालत ने ग्रीक नव-नाज़ी गोल्डन डॉन पार्टी को एक आपराधिक संगठन घोषित करके एक ऐतिहासिक निर्णय दिया और ग्रीक संगीतकार पावलोस फिस्सस की हत्या एवं और अन्य घृणा अपराधों के लिए गोल्डन डॉन के सदस्यों को दोषी ठहराते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया था। 

साभार : पीपल्स डिस्पैच

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