NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
सबरीमाला विवाद : दर्शन के लिए 550 महिलाओं ने कराया ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
16 नवंबर से शुरू हो रहे त्योहारी सीजन में दर्शन के लिए अब तक प्रतिबंधित 10 से 50 वर्ष उम्र वर्ग की कुल 550 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसी के साथ एक बार फिर वही सवाल खड़ा हो गया है कि क्या इस बार ये महिलाएं मंदिर में प्रवेश कर पाएंगी।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
10 Nov 2018
Sabrimala Mandir

केरल का सबरीमाला विवाद हल होने का नाम नहीं ले रहा है। अब सबरीमाला मंदिर में 16 नवंबर से शुरू हो रहे त्योहारी सीजन में दर्शन के लिए अब तक प्रतिबंधित 10 से 50 वर्ष उम्र वर्ग की कुल 550 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसी के साथ एक बार फिर वही सवाल खड़ा हो गया है कि क्या इस बार ये महिलाएं मंदिर में प्रवेश कर पाएंगी। हालांकि कहा जा रहा है कि शासन-प्रशासन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन इसी मंशा से करा रहा है ताकि बिना किसी बाधा के इस बार सभी महिलाएं भगवान अयप्पा के दर्शन कर सकें।

त्रावणकोर देवासम बोर्ड के अनुसार, शुक्रवार तक करीब 3.50 लाख तीर्थयात्रियों ने दर्शन के लिए केरल पुलिस सुविधा केंद्र में रजिस्ट्रेशन करवाया है, जिनमें 10 से 50 वर्ष की उम्र वर्ग की 550 महिलाएं शामिल हैं। 

मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने व सुचारु व्यवस्था कायम करने के लिए पुलिस ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की है। यह व्यवस्था समस्या पैदा करने वाले तत्वों को निकाल बाहर करने के मकसद से भी शुरू की गई है, जो पिछले दो महीने से बखेड़ा खड़ा कर चुके हैं। 

भगवान अयप्पा के मंदिर में अक्टूबर और नवंबर में मंदिर प्रशासन और प्रदर्शनकारियों ने 10 से 50 वर्ष उम्र की 15 महिलाओं को प्रवेश करने से रोक दिया था, जबकि सर्वोच्च न्यायालय ने 28 सितंबर के अपने आदेश में सभी उम्र वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति प्रदान की है। 

आगामी त्योहारी सीजन के आरंभ से पहले 13 नवंबर को सर्वोच्च न्यायालय सितंबर के फैसले के खिलाफ दायर की गई कई याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। 

केरल सरकार ने कहा है कि वह शीर्ष अदालत के फैसले का अनुपालन करेगी। सरकार ने सबरीमाला में 2011-12 में शुरू की गई वर्चुअल क्यू-सिस्टम को खोल दिया है। यह सिस्टम 2015 तक ही अमल में रहा था। 
 

(इनपुट आईएएनएस)

Sabrimala Temple
sabrimala temple issue
lord ayyappa swamy
Women Rights
Kerala
Supreme Court

Related Stories

ज्ञानवापी मस्जिद के ख़िलाफ़ दाख़िल सभी याचिकाएं एक दूसरे की कॉपी-पेस्ट!

आर्य समाज द्वारा जारी विवाह प्रमाणपत्र क़ानूनी मान्य नहीं: सुप्रीम कोर्ट

समलैंगिक साथ रहने के लिए 'आज़ाद’, केरल हाई कोर्ट का फैसला एक मिसाल

मायके और ससुराल दोनों घरों में महिलाओं को रहने का पूरा अधिकार

जब "आतंक" पर क्लीनचिट, तो उमर खालिद जेल में क्यों ?

विशेष: क्यों प्रासंगिक हैं आज राजा राममोहन रॉय

विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक

सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश : सेक्स वर्कर्स भी सम्मान की हकदार, सेक्स वर्क भी एक पेशा

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा

तेलंगाना एनकाउंटर की गुत्थी तो सुलझ गई लेकिन अब दोषियों पर कार्रवाई कब होगी?


बाकी खबरें

  • भाषा
    मोहाली में पुलिस मुख्यालय पर ग्रेनेड हमला
    10 May 2022
    मोहाली पुलिस ने एक बयान में कहा, ''शाम 7.45 बजे सेक्टर 77, एसएएस नगर में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय परिसर में एक मामूली विस्फोट की सूचना मिली। किसी नुकसान की सूचना नहीं है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल…
  • पीपल्स डिस्पैच
    अनिश्चितता के इस दौर में रौशनी दिखाता श्रमिकों का संघर्ष  
    10 May 2022
    पोटेरे अल पोपोलो के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं ने 6 से 8 मई तक इटली के रोम में आयोजित वर्ल्ड फ़ेडरेशन ऑफ़ ट्रेड यूनियन्स की 18वीं कांग्रेस को संबोधित किया।
  • शाओनी दास
    ग़ैरक़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) क़ानून और न्याय की एक लंबी लड़ाई
    10 May 2022
    ग़ैरक़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) क़ानून, 1967 [यूएपीए] को 14 सितंबर, 2020 को हुए दिल्ली दंगों में कथित साज़िशकर्ताओं के ख़िलाफ़ इस्तेमाल गया है।
  • अजय कुमार
    क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?
    10 May 2022
    मौजूदा वक़्त की हालत यह है कि वित्तीय बाजार की पूरी दुनिया पर डॉलर का दबदबा है। लंदन, न्यूयॉर्क से वित्तीय बाजार नियंत्रित हो रहा है लेकिन दुनिया के उत्पादन श्रृंखला पर अमेरिका का दबदबा नहीं है।
  • राज वाल्मीकि
    मेरे लेखन का उद्देश्य मूलरूप से दलित और स्त्री विमर्श है: सुशीला टाकभौरे
    10 May 2022
    सुशीला टाकभौरे ने कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक आदि कई विधाओं में लेखन किया है। कई कहानियां, कविता और उपन्यास, आत्मकथा विभिन्न राज्यों के पाठ्यक्रम में लगी हुई हैं। आपको कई पुरस्कारों से सम्मानित किया…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License