NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
राजनीति
अर्थव्यवस्था
सीसीडी के संस्थापक सिद्धार्थ का शव मिला, पुलिसकर्मियों ने आत्महत्या का संदेह जताया
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘‘हर बात’’ आत्महत्या की ओर इशारा करती है लेकिन जांच पूरी होने तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता।
भाषा
31 Jul 2019
सीसीडी

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में स्थानीय मछुआरों और गश्त कर रही पुलिस ने ‘कैफे कॉफी डे’ (सीसीडी) के संस्थापक वी जी सिद्धार्थ का शव नेत्रावती नदी से बुधवार को बरामद किया।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘‘हर बात’’ आत्महत्या की ओर इशारा करती है लेकिन जांच पूरी होने तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता।

अपने कैफे की चेन से शहरी इलाकों को लाते, कैपेचिनो, अमेरिकैनो और एस्प्रेसो समेत कॉफी के विभिन्न स्वाद से परिचित कराने वाले सिद्धार्थ 59 वर्ष के थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी मालविका और दो पुत्र हैं।
दक्षिण कन्नड़ जिले के उपायुक्त शशिकांत सेंथिल ने बताया कि सिद्धार्थ के मित्रों ने उनके शव की पहचान कर ली है।

सिद्धार्थ ने अपनी कंपनी कॉफी डे इंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल और उसके कर्मियों को एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने करदाताओं एवं कर प्राधिकारियों द्वारा उन्हें कथित रूप से परेशान करने की बात कही थी।

सिद्धार्थ का शव करीब दो दिन की गहन तलाश के बाद मिला।

अधिकारियों ने बताया कि सिद्धार्थ का पता लगाने के लिए कई एजेंसियों ने उस पुल के नीचे नेत्रावती नदी में तलाश की थी, जहां उन्हें आखिरी बार देखा गया था।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बेंगलुरु में कहा, ‘‘हमें शव मिल गया है। वे (सिद्धार्थ का परिवार) अंतिम संस्कार का प्रबंध कर रहे हैं। मैं भी इसमें शामिल होऊंगा। मेरे पास परिवार को दिलासा देने के लिए शब्द नहीं हैं।’’

येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘उनकी देनदारियां उनकी पूंजी से अधिक थीं।’’

मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कन्नड़ भाषा में ट्वीट भी किया, ‘‘मैं एस एम कृष्णा के दामाद एवं कैफे कॉफी डे के संस्थापक सिद्धार्थ के निधन से स्तब्ध एवं दुखी हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को ताकत दे। ओम शांति।’’

मेंगलुरु के वेंगलॉक अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव को सिद्धार्थ के गृहनगर चिकमंगलुरु ले जाया गया जहां अंतिम संस्कार होगा।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘जांच जारी है। हर चीज प्रथम दृष्ट्या उसी (आत्महत्या की) ओर इशारा करती है, लेकिन हम किसी संभावना को नकार नहीं सकते। हमें अभी जांच पूरी करनी है।’’

सेंथिल ने बताया कि स्थानीय मछुआरों और नदी किनारे गश्त कर रही पुलिस को शव मिला।
उन्होंने बताया कि प्राधिकारियों ने हैदराबाद स्थित भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र द्वारा विकसित ‘‘मॉडल’’ का इस्तेमाल करके अंदाजा लगाया कि शव कहां मिल सकता है। इस मॉडल के तहत धारा, निम्न एवं उच्च लहर समेत अन्य मापदंडों के आधार पर अंदाजा लगाया जाता है।
कर्नाटक कांग्रेस ने सिद्धार्थ के निधन को लेकर ट्वीट किया, ‘‘यह आईटी अधिकारियों द्वारा परेशान किए जाने और कर आतंक एवं अर्थव्यवस्था के ढहने के साथ भारत में उद्यमियों की गिरती स्थिति का परिणाम है।’’

उसने कहा, ‘‘जो कंपनियां संप्रग के कार्यकाल में फली-फूलीं, वे बंद हो रही हैं और कई लोग बेरोजगार हो रहे हैं।’’

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने कहा कि सिद्धार्थ की मौत ‘‘व्यथित करने वाली और संदेहास्पद’’ है।

उन्होंने कथित रूप से सिद्धार्थ के पत्र का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘इस त्रासदीपूर्ण तरीके से जिन कारणों से उनका जीवन समाप्त हुआ, उसका निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच से खुलासा होना चाहिए।’’

सिद्धरमैया ने कहा कि पत्र में ‘‘कर आतंक’’ की बात की गई है जो ‘‘राजनीति से प्रेरित संस्थाओं का बदसूरत चेहरा है’’।

उन्होंने कहा, ‘‘हम उभरते उद्यमियों को सुधार की कोशिश किए बिना क्या संकेत दे रहे हैं?’’

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता एस. एम. कृष्णा के दामाद सिद्धार्थ की मौत पर नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।

पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने भी कन्नड़ भाषा में ट्वीट किया, ‘‘मैं वी जी सिद्धार्थ के निधन से स्तब्ध हूं। वह बहुत सरल व्यक्ति थे। मैं पिछले 35 साल से उन्हें जानता हूं। उन्होंने हजारों लोगों के रोजगार का मार्ग प्रशस्त किया। सरकार को उनकी त्रासदीपूर्ण मौत के कारण की उचित तरीके से जांच करानी चाहिए।’’

देश की सबसे बड़ी कॉफी चेन के संस्थापक सिद्धार्थ सोमवार को संदेहास्पद परिस्थितियों में अचानक गायब हो गए थे।

पुलिस के अनुसार सिद्धार्थ को दक्षिण कन्नड़ जिले के कोटेपुरा इलाके में नेत्रावती नदी के पुल के पास सोमवार रात देखा गया था।

सिद्धार्थ सोमवार की दोपहर बेंगलुरु के हासन जिले से सक्लेशपुर के लिए निकले थे लेकिन अचानक उन्होंने अपने कार चालक से मेंगलुरु चलने को कहा था।

पुलिस ने बताया कि नेत्रावती नदी पर बने पुल के पास वह कार से उतर गए थे और उन्होंने चालक से कहा था कि वह टहलने जा रहे हैं।

CCD
CCD chief death
siddharth CCD chief
India
indian economy

Related Stories

आईटीबीपी के जवान ने गोलीबारी की, छह जवानों की मौत

बिहार ही नहीं पूरे देश में बीमार है स्वास्थ्य सेवा!

झारखंड विधान सभा चुनाव 2019 : भूख से मरनेवालों की बढ़ती कतार !

महाराष्ट्र : बद से बदतर होते जा रहे हैं सूखे के हालात

गुवाहाटी में मॉल के बाहर ग्रेनेड विस्फोट में 12 लोग घायल


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    मुंडका अग्निकांड के खिलाफ मुख्यमंत्री के समक्ष ऐक्टू का विरोध प्रदर्शन
    20 May 2022
    मुंडका, नरेला, झिलमिल, करोल बाग से लेकर बवाना तक हो रहे मज़दूरों के नरसंहार पर रोक लगाओ
  • रवि कौशल
    छोटे-मझोले किसानों पर लू की मार, प्रति क्विंटल गेंहू के लिए यूनियनों ने मांगा 500 रुपये बोनस
    20 May 2022
    प्रचंड गर्मी के कारण पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे गेहूं उत्पादक राज्यों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
  • Worship Places Act 1991
    न्यूज़क्लिक टीम
    'उपासना स्थल क़ानून 1991' के प्रावधान
    20 May 2022
    ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़ा विवाद इस समय सुर्खियों में है। यह उछाला गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर क्या है? अगर मस्जिद के भीतर हिंदू धार्मिक…
  • सोनिया यादव
    भारत में असमानता की स्थिति लोगों को अधिक संवेदनशील और ग़रीब बनाती है : रिपोर्ट
    20 May 2022
    प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट में परिवारों की आय बढ़ाने के लिए एक ऐसी योजना की शुरूआत का सुझाव दिया गया है जिससे उनकी आमदनी बढ़ सके। यह रिपोर्ट स्वास्थ्य, शिक्षा, पारिवारिक विशेषताओं…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    हिसारः फसल के नुक़सान के मुआवज़े को लेकर किसानों का धरना
    20 May 2022
    हिसार के तीन तहसील बालसमंद, आदमपुर तथा खेरी के किसान गत 11 मई से धरना दिए हुए हैं। उनका कहना है कि इन तीन तहसीलों को छोड़कर सरकार ने सभी तहसीलों को मुआवजे का ऐलान किया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License