NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
संस्कृति
कला
संगीत
भारत
सितार और सुरबहार के उस्ताद इमरत खान नहीं रहे
इमरत खान ने पिछले साल पद्मश्री सम्मान यह कहते हुए वापस कर दिया था कि उनको सम्मान देने में बहुत विलंब कर दिया गया।
आईएएनएस
24 Nov 2018
ustad imrat khan

सितारवादक उस्ताद इमरत खान का अमेरिका में निधन हो गया। वह 83 साल के थे। उन्होंने सितार और सुरबहार को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति दिलाई।

खान ने सेंट लुईस स्थित एक अस्पताल में गुरुवार को अंतिम सांस ली। यह जानकारी उनके परिवार द्वारा शुक्रवार को दी गई। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे और गत सप्ताह उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वह पिछले दो दशक से सेंट लुईस में रह रहे थे।

खान के शोकसंतप्त भतीजे हिदायत हुसैन खान ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए कहा, "उनके निधन से क्षति को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। अल्लाह उनकी रूह को जन्नत नसीब करे।"

उनका अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा। 

वह इटावा घराने के थे, जिसकी परंपरा के इतिहास 16वीं सदी से शुरू होती है, जहां चार सौ साल से पिता द्वारा पुत्र को संगीत की विद्या का प्रशिक्षण देने की परंपरा रही है। 

इमरत खान मशहूर सितार वादक विलायत खान के छोटे भाई थे। उनका जन्म कोलकाता (तत्कालीन कलकत्ता) में हुआ था। 

उनके पिता इनायत खान अपने जमाने के मशहूर सितार वादक थे। इसी प्रकार उनके दादा इमदाद खान भी अपने जमाने के मशहूर संगीतज्ञ थे। 

इमरत खान ने पिछले साल पद्मश्री अलंकरण यह कहते हुए वापस कर दिया था कि उनको सम्मान देने में बहुत विलंब कर दिया गया। 
 

sitar player ustad imrat khan
classical musician
itwa gharana
ustad vilayat khan
ustad inyat khan
sitar
surbahar

Related Stories


बाकी खबरें

  • मुकुल सरल
    मदर्स डे: प्यार का इज़हार भी ज़रूरी है
    08 May 2022
    कभी-कभी प्यार और सद्भावना को जताना भी चाहिए। अच्छा लगता है। जैसे मां-बाप हमें जीने की दुआ हर दिन हर पल देते हैं, लेकिन हमारे जन्मदिन पर अतिरिक्त प्यार और दुआएं मिलती हैं। तो यह प्रदर्शन भी बुरा नहीं।
  • Aap
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: केजरीवाल के ‘गुजरात प्लान’ से लेकर रिजर्व बैंक तक
    08 May 2022
    हर हफ़्ते की ज़रूरी ख़बरों को लेकर एक बार फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: हम सहनशील तो हैं, पर इतने भी नहीं
    08 May 2022
    हम ग़रीबी, बेरोज़गारी को लेकर भी सहनशील हैं। महंगाई को लेकर सहनशील हो गए हैं...लेकिन दलित-बहुजन को लेकर....अज़ान को लेकर...न भई न...
  • बोअवेंटुरा डे सौसा सैंटोस
    यूक्रेन-रूस युद्ध के ख़ात्मे के लिए, क्यों आह्वान नहीं करता यूरोप?
    08 May 2022
    रूस जो कि यूरोप का हिस्सा है, यूरोप के लिए तब तक खतरा नहीं बन सकता है जब तक कि यूरोप खुद को विशाल अमेरिकी सैन्य अड्डे के तौर पर तब्दील न कर ले। इसलिए, नाटो का विस्तार असल में यूरोप के सामने एक…
  • जितेन्द्र कुमार
    सवर्णों के साथ मिलकर मलाई खाने की चाहत बहुजनों की राजनीति को खत्म कर देगी
    08 May 2022
    सामाजिक न्याय चाहने वाली ताक़तों की समस्या यह भी है कि वे अपना सारा काम उन्हीं यथास्थितिवादियों के सहारे करना चाहती हैं जो उन्हें नेस्तनाबूद कर देना चाहते हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License