NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
संत रविदास मंदिर पर बवाल का ज़िम्मेदार कौन?
मंदिर को फिर से उसी जगह बनाए जाने की मांग के साथ भीम आर्मी फिर से एक बार प्रदर्शन की तैयारी में है। भीम आर्मी के सदस्य नीतू गौतम ने न्यूज़क्लिक से बातचीत में कहा कि गिरफ़्तारी का पूरा मामला साज़िश पूर्ण था। पुलिस ने पहले हमें गुमराह किया फिर खुद लाठीचार्ज कर लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बना दिया। जिसके बाद चंद्रशेखर आजाद समेत 96 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया।
सोनिया यादव
03 Sep 2019
ravidas temple
Image courtesy: National Herald

एक ओर जहां अयोध्या राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है,तो वहीं संत रविदास मंदिर का मुद्दा सड़कों पर दिन-प्रतिदिन गर्माता जा रहा है। दलित समाज का आरोप है कि सरकार उनके साथ भेेद-भाव कर रही है। मंदिर को फिर से उसी जगह बनाए जाने की मांग के साथ भीम आर्मी फिर से एक बार प्रदर्शन की तैयारी में है। इस महीने की 15 तारीख़ को होने वाले इस प्रदर्शन की खास बात ये है कि इसे मुस्लिम समाज का प्रतिनिधित्व करने वालों का भी समर्थन प्राप्त है।

सोमवार 2 सितंबर को दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विभिन्न मुस्लिम धार्मिक और सामाजिक नेताओं ने इस मंदिर और भीम आर्मी को अपना समर्थन देने का एलान किया। इस मामले में मंदिर फिर बनाए जाने वालों का पक्ष कोर्ट में रख रहे वकील महमूद पार्चा ने कहा, ‘रविदास मंदिर गिराए जाने से मुस्लिम समुदाय बहुत दुखी है और दलित समुदाय के हमारे भाईयों को इससे जो चोट पहुंची है उसके दर्द को समझता है।’

उन्होंने कहा कि मंदिर उसी जगह पर बनाए जाने को लेकर 22 अगस्त को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आज़ाद को फर्जी आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें ही नहीं, बल्कि प्रदर्शन में शामिल अन्य 95 लोगों को भी फर्जी आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया। पार्चा के अलावा वहां मौजूद अन्य मुस्लिम नेताओं ने भीम आर्मी के मुखिया आज़ाद समेत बाकियों की बिना शर्त रिहाई की मांग की। ऐसा नहीं होने पर 15 सितंबर को जनांदोलन करने की भी बात कही।

bheem army.PNG

वहीं दूसरी ओर संत रविदास का मंदिर तुगलकाबाद में फिर से बनवाने की मांग को लेकर रविदास समुदाय के लोग 30 अगस्त से जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। धरनारत लोगों ने सरकार को चेतावनी दी है कि पांच सितंबर तक मंदिर की जमीन न सौंपी गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।

इस संबंध में गुरु रविदास मंदिर ट्रस्ट दिल्ली के महामंत्री गोपालकृष्ण ने न्यूज़क्लिक से बात करते हुए ये सवाल किया कि संत रविदास का मंदिर आखिर क्यों गिराया गया। वे पूछते हैं कि क्या, ‘राम मंदिर को कोई शिफ्ट करना चाहेगा क्या? यूपी सरकार के पास ज़मीन की कमी है क्या? वो जहां मर्ज़ी चाहे मंदिर बनवा सकते हैं लेकिन वहीं क्यों बनवा रहे हैं?

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण ने 10 अगस्त को तुगलकाबाद स्थित संत रविदास का मंदिर ढाह दिया था। इस मामले को लेकर रविदास समाज का विरोध दिल्ली, पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश तक देखने को मिला। 21 अगस्त को दिल्ली में हुए विशाल विरोध प्रदर्शन के दौरान भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद समेत96 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिसके बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों पर दंगा फैलाने, सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, आगजनी करने और पुलिसकर्मियों पर हमला करने के आरोप हैं।

bheem2.PNG

इस पूरे प्रकरण पर भीम आर्मी के सदस्य नीतू गौतम ने न्यूज़क्लिक से बातचीत में कहा कि गिरफ्तारी का पूरा मामला साज़िश पूर्ण था। पुलिस ने पहले हमें गुमराह किया फिर खुद लाठीचार्ज कर लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बना दिया। जिसके बाद चंद्रशेखर आजाद समेत 96 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया।

उन्होंने आगे बताया, ‘हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण था। चंद्रशेखर आजाद समेत जो रविदास अनुयायी थे वे बस मंदिर स्थल पर माथा टेकना चाहते थे, जिसके लिए पुलिस प्रशासन ने दिल्ली से रूट डाइवर्ट कर हमें 30 किलोमीटर पैदल चलाया। पूरे रास्ते में कोई बवाल नहीं हुआ, कोई अनुशासनहिनता नहीं हुई। इसके बाद वहां पहुंचते ही लोगों का घेराव कर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसके बाद लोगों के बीच भगदड़ मच गई।ये सब पुलिस की सोची समझी साजिश थी'।

हालांकि पुलिस का दावा है कि अशांत भीड़ ने बार-बार दी गई चेतावनियों पर कोई ध्यान नहीं दिया और बिना उकसावे के ही उन पर हमला कर दिया। जिसके चलते पुलिस ने लोगों को हिरासत में लिया।

दलित समाज का ये भी कहना है कि देश में कई अवैध मंदिर हैं लेकिन उन्हें नहीं ढहाया गया है। ये मंदिर तो वहां आज़ादी के पहले से था और 1959 में बाबू जगजीवन राम ने इसका फिर से उद्घाटन किया था। संत रविदास के नाम पर वहां मार्ग और बस स्टॉप भी मौजूद हैं। ऐसे में मंदिर के अस्तित्व को कोई कैसे खत्म कर सकता है।

जाहिर है आस्था हमारे देश में सबसे बड़ा मुद्दा है। संत रविदास का मंदिर दलित समाज की आस्था का सवाल बना हुआ है। ऐसे में ये देखना होगा कि राम मंदिर की पक्षकार केंद्र सरकार रविदास मंदिर पर क्या रूख अपनाती है। क्या सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ जाकर रविदास समुदाय के 5 करोड़ लोगों की जनभावना के साथ खड़ी होगी, या ये एक बार फिर एक मंदिर के मुद्दे को दूसरे से अलग कर के देखेगी।

sant guru ravidas
bheem army
dalit samaj
muslim samaj
Chandrashekhar Azad
Dalit Protest

Related Stories

सिवनी मॉब लिंचिंग के खिलाफ सड़कों पर उतरे आदिवासी, गरमाई राजनीति, दाहोद में गरजे राहुल

मज़बूत होती किसान-मज़दूरों की एकता

सक्रिय राजनीति में कितना सफल होंगे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर?

प्रमोशन में आरक्षण की मांग के साथ सड़कों पर उतरे दलित युवा

भारत बंद से पहले चंद्रशेखर का विरोध मार्च, कहा-किसी को आरक्षण ख़त्म नहीं करने देंगे

भीम आर्मी के प्रमुख ने 23 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया

CAA-NRC के ख़िलाफ़ देशभर में प्रदर्शन जारी, चंद्रशेखर की रिहाई के लिए हाथ बांधकर मार्च

ये हमारा मुल्क है, हमें कागज़ दिखाने की ज़रूरत नहीं: चंद्रशेखर आजाद

भीम आर्मी का नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन, कुलदीप सेंगर को उम्रक़ैद और अन्य ख़बरें।

रविदास मंदिर गिराए जाने के खिलाफ हजारों दलितों ने किया प्रदर्शन


बाकी खबरें

  • padtal dunia ki
    न्यूज़क्लिक टीम
    कोलंबिया में लाल को बढ़त, यूक्रेन-रूस युद्ध में कौन डाल रहा बारूद
    31 May 2022
    पड़ताल दुनिया भर की' में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने लातिन अमेरिका के देश कोलंबिया में चुनावों में वाम दल के नेता गुस्तावो पेत्रो को मिली बढ़त के असर के बारे में न्यूज़क्लिक के प्रधान संपादक प्रबीर…
  • मुकुंद झा
    छात्र संसद: "नई शिक्षा नीति आधुनिक युग में एकलव्य बनाने वाला दस्तावेज़"
    31 May 2022
    एनईपी 2020 के विरोध में आज दिल्ली में छात्र संसद हुई जिसमें 15 राज्यों के विभिन्न 25 विश्वविद्यालयों के छात्र शामिल हुए। इस संसद को छात्र नेताओं के अलावा शिक्षकों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी…
  • abhisar sharma
    न्यूज़क्लिक टीम
    सरकारी एजेंसियाँ सिर्फ विपक्ष पर हमलावर क्यों, मोदी जी?
    31 May 2022
    आज अभिसार शर्मा बता रहे हैं के सरकारी एजेंसियों ,मसलन प्रवर्तन निदेशालय , इनकम टैक्स और सीबीआई सिर्फ विपक्ष से जुड़े राजनेताओं और व्यापारियों पर ही कार्रवाही क्यों करते हैं या गिरफ्तार करते हैं। और ये…
  • रवि शंकर दुबे
    भाजपा के लिए सिर्फ़ वोट बैंक है मुसलमान?... संसद भेजने से करती है परहेज़
    31 May 2022
    अटल से लेकर मोदी सरकार तक... सदन के भीतर मुसलमानों की संख्या बताती है कि भाजपा ने इस समुदाय का सिर्फ वोटबैंक की तरह इस्तेमाल किया है।   
  • विजय विनीत
    ज्ञानवापी सर्वे का वीडियो लीक होने से पेचीदा हुआ मामला, अदालत ने हिन्दू पक्ष को सौंपी गई सीडी वापस लेने से किया इनकार
    31 May 2022
    अदालत ने 30 मई की शाम सभी महिला वादकारियों को सर्वे की रिपोर्ट के साथ वीडियो की सीडी सील लिफाफे में सौंप दी थी। महिलाओं ने अदालत में यह अंडरटेकिंग दी थी कि वो सर्वे से संबंधित फोटो-वीडियो कहीं…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License