NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
कोविड-19
भारत
राजनीति
मेडिकल सुविधाओं पर केंद्रीय मंत्री ने निकाली योगी के दावों की हवा, कहा- बरेली में ऑक्सीजन की किल्लत
गंगवार ने पत्र में लिखा है कि स्वास्थ्य विभाग के अफ़सर फ़ोन नहीं उठाते, जिससे कोरोना के मरीजों के लिए हालात मुश्किल बनते जा रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि बरेली के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट्स और कोरोना के मरीजों को रेफ़र किए जाने की प्रक्रिया को और सरल बनाए जाने की ज़रूरत है। बरेली में बीते कुछ दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है और एक्टिव मामलों की संख्या 6,387 हो गयी है। 
सबरंग इंडिया
10 May 2021
मेडिकल सुविधाओं पर केंद्रीय मंत्री ने निकाली योगी के दावों की हवा, कहा- बरेली में ऑक्सीजन की किल्लत

लखनऊ। कोरोना संकट से जूझ रहे उत्तर प्रदेश में सरकार की ओर से हालात के सामान्य होने के दावों के बीच बरेली से सांसद और केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के एक पत्र से खलबली का माहौल है। गंगवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि बरेली में ऑक्सीजन की कमी है और वेंटिलेटर्स सहित कई चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी हो रही है। गंगवार का यह पत्र निश्चित रूप से गंभीर है क्योंकि वह कई बार के सांसद हैं और बेहद संजीदा राजनेता माने जाते हैं।

गंगवार ने पत्र में लिखा है कि स्वास्थ्य विभाग के अफ़सर फ़ोन नहीं उठाते, जिससे कोरोना के मरीजों के लिए हालात मुश्किल बनते जा रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि बरेली के अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट्स और कोरोना के मरीजों को रेफ़र किए जाने की प्रक्रिया को और सरल बनाए जाने की ज़रूरत है। बरेली में बीते कुछ दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है और एक्टिव मामलों की संख्या 6,387 हो गयी है। 

इस पत्र के बारे में पूछे जाने पर गंगवार ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें आम लोगों की ओर से कुछ सुझाव मिले थे और उन्होंने सिर्फ़ इन सुझावों को मुख्यमंत्री तक भेजा है। 

गंगवार ने पत्रकारों से कहा है कि उनके मुताबिक़ आम लोगों के द्वारा उठाए गए सवाल ठीक हैं और इस बारे में जांच कर इन पर फ़ैसला लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी का हल खोजा जा सकता है लेकिन कालाबाज़ारी नहीं होनी चाहिए। 

याद दिला दें कि कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी होने की बात को नकारा था और कहा था कि जो लोग इसे लेकर अफ़वाह फैला रहे हैं, उनके ख़िलाफ़ संपत्ति जब्त करने सहित अन्य सख़्त क़दम उठाए जाएंगे। 

योगी ने अफ़सरों से यह भी कहा था कि इस तरह की अफ़वाहें फ़ैलाने वालों के ख़िलाफ़ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया था कि कालाबाज़ारी और जमाखोरी दो बड़े मुद्दे हैं और सरकार इन पर सख़्ती से अमल करेगी। 

साभार : सबरंग 

UttarPradesh
yogi sarkar
Yogi Adityanath
SANTOSH GANGWAR

Related Stories

कोरोना अपडेट: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में 1 मई से 31 मई तक धारा 144 लागू

यूपी चुनाव : क्या पूर्वांचल की धरती मोदी-योगी के लिए वाटरलू साबित होगी

यूपी चुनाव : योगी काल में नहीं थमा 'इलाज के अभाव में मौत' का सिलसिला

गंगा मिशन चीफ ने माना- कोरोना की दूसरी लहर में लाशों से ‘पट’ गई थी गंगा, योगी सरकार करती रही इनकार

अब यूपी सरकार ने कहा,''ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई कोई मौत'’, लोगों ने कहा- ज़ख़्मों पर नमक छिड़कने जैसा!

यूपी: कोविड-19 के असली आंकड़े छुपाकर, नंबर-1 दिखने का प्रचार करती योगी सरकार  

शिवदासपुर का दर्दः कोरोना में कौन सुनेगा सेक्स वर्कर्स की कहानी, कौन पूछेगा क्या तुम्हे भी भूख लगती है!

यूपी में दूसरी लहर में हर गांव में कम से कम दस लोगों की मौत हुई : भाजपा नेता

यूपी में कोरोनावायरस की दूसरी लहर प्रवासी मजदूरों पर कहर बनकर टूटी

क्या आगरा के पारस अस्पताल का मामला यूपी की ‘चिकित्सा व्यवस्था’ पर एक बड़ा धब्बा है?


बाकी खबरें

  • आज का कार्टून
    आम आदमी जाए तो कहाँ जाए!
    05 May 2022
    महंगाई की मार भी गज़ब होती है। अगर महंगाई को नियंत्रित न किया जाए तो मार आम आदमी पर पड़ती है और अगर महंगाई को नियंत्रित करने की कोशिश की जाए तब भी मार आम आदमी पर पड़ती है।
  • एस एन साहू 
    श्रम मुद्दों पर भारतीय इतिहास और संविधान सभा के परिप्रेक्ष्य
    05 May 2022
    प्रगतिशील तरीके से श्रम मुद्दों को उठाने का भारत का रिकॉर्ड मई दिवस 1 मई,1891 को अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के रूप में मनाए जाने की शुरूआत से पहले का है।
  • विजय विनीत
    मिड-डे मील में व्यवस्था के बाद कैंसर से जंग लड़ने वाले पूर्वांचल के जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल के साथ 'उम्मीदों की मौत'
    05 May 2022
    जांबाज़ पत्रकार पवन जायसवाल की प्राण रक्षा के लिए न मोदी-योगी सरकार आगे आई और न ही नौकरशाही। नतीजा, पत्रकार पवन जायसवाल के मौत की चीख़ बनारस के एक निजी अस्पताल में गूंजी और आंसू बहकर सामने आई।
  • सुकुमार मुरलीधरन
    भारतीय मीडिया : बेड़ियों में जकड़ा और जासूसी का शिकार
    05 May 2022
    विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय मीडिया पर लागू किए जा रहे नागवार नये नियमों और ख़ासकर डिजिटल डोमेन में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और अवसरों की एक जांच-पड़ताल।
  • ज़ाहिद ख़ान
    नौशाद : जिनके संगीत में मिट्टी की सुगंध और ज़िंदगी की शक्ल थी
    05 May 2022
    नौशाद, हिंदी सिनेमा के ऐसे जगमगाते सितारे हैं, जो अपने संगीत से आज भी दिलों को मुनव्वर करते हैं। नौशाद की पुण्यतिथि पर पेश है उनके जीवन और काम से जुड़ी बातें।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License