NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
सुप्रीम कोर्ट को मिले 4 नए न्यायाधीश
न्यायमूर्ति गुप्ता, न्यायमूर्ति रेड्डी, न्यायमूर्ति शाह व न्यायमूर्ति रस्तोगी अपने पदोन्नति से पहले क्रमश: मध्य प्रदेश, गुजरात, पटना व त्रिपुरा उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश रहे हैं।
आईएएनएस
02 Nov 2018
supreme court

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शुक्रवार को न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता, न्यायमूर्ति आर.सुभाष रेड्डी, न्यायमूर्ति मुकेश कुमार रसिकभाई शाह व न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी ने शपथ ली। 

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने इन्हें शपथ दिलाई।

इन चार न्यायाधीशों के शपथ लेने के साथ शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 28 हो गई है। इस तरह 31 न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या में मात्र तीन न्यायाधीशों की कमी है।

न्यायमूर्ति गुप्ता, न्यायमूर्ति रेड्डी, न्यायमूर्ति शाह व न्यायमूर्ति रस्तोगी अपने पदोन्नति से पहले क्रमश: मध्य प्रदेश, गुजरात, पटना व त्रिपुरा उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश रहे हैं।

सर्वोच्च न्यायालय की कॉलेजियम ने 29 अक्टूबर को इनके पदोन्नति की सिफारिश की थी। इसे 30 अक्टूबर को आधिकारिक रूप से सार्वजनिक किया गया।

सरकार ने दो दिनों के भीतर शीर्ष अदालत में इनकी नियुक्ति की सिफारिश को मंजूरी दे दी।

Supreme Court
supreme court judges

Related Stories

ज्ञानवापी मस्जिद के ख़िलाफ़ दाख़िल सभी याचिकाएं एक दूसरे की कॉपी-पेस्ट!

आर्य समाज द्वारा जारी विवाह प्रमाणपत्र क़ानूनी मान्य नहीं: सुप्रीम कोर्ट

समलैंगिक साथ रहने के लिए 'आज़ाद’, केरल हाई कोर्ट का फैसला एक मिसाल

मायके और ससुराल दोनों घरों में महिलाओं को रहने का पूरा अधिकार

जब "आतंक" पर क्लीनचिट, तो उमर खालिद जेल में क्यों ?

विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक

सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश : सेक्स वर्कर्स भी सम्मान की हकदार, सेक्स वर्क भी एक पेशा

तेलंगाना एनकाउंटर की गुत्थी तो सुलझ गई लेकिन अब दोषियों पर कार्रवाई कब होगी?

मलियाना कांडः 72 मौतें, क्रूर व्यवस्था से न्याय की आस हारते 35 साल

क्या ज्ञानवापी के बाद ख़त्म हो जाएगा मंदिर-मस्जिद का विवाद?


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट/भाषा
    रसोई गैस सिलिंडर के दाम 50 रुपये बढ़े, रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची कीमत
    07 May 2022
    इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में एलपीजी का 14.2 किलोग्राम वाला सिलिंडर 999.50 रुपये का हो गया है। यह रसोई गैस सिलिंडर के दाम का रिकॉर्ड स्तर है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे: कमिश्नर बदलने की याचिका पर फ़ैसला सुरक्षित, अगली सुनवाई 9 को
    07 May 2022
    वाराणसी के  ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामले की सुनवाई करते हुए  सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर की अदालत में दोनों पक्षों की दलीलों को सुना और फ़ैसला सुरक्षित कर लिया।  तब तक सर्वे से संबंधित…
  • रबींद्र नाथ सिन्हा
    विशाखापट्टनम इस्पात संयंत्र के निजीकरण के खिलाफ़ श्रमिकों का संघर्ष जारी, 15 महीने से कर रहे प्रदर्शन
    07 May 2022
    यूनियनों से जुड़े लोग पिछले 15 महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं, और वे तब तक संघर्ष करने के लिए दृढ़ निश्चयी हैं, जब तक विनिवेश की योजना को 100 फ़ीसदी ख़त्म नहीं कर दिया जाता।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    झारखंडः आईएएस पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापेमारी दूसरे दिन भी जारी, क़रीबी सीए के घर से 19.31 करोड़ कैश बरामद
    07 May 2022
    झारखंड की खनन व उद्योग सचिव सीनियर आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के क़रीब दो दर्जन ठिकानों पर ईडी ने शुक्रवार को छापेमारी की थी। उनके क़रीबी सीए के घर से 19.31 करोड़ कैश बरामद किया गया।
  • पवन कुलकर्णी
    पश्चिम दारफ़ुर में नरसंहार: सूडान की मिलिटरी जुंटा का खनिज समृद्ध भूमि को जनहीन करने का अभियान
    07 May 2022
    सूडान के सैन्य जुंटा के डिप्टी कमांडर की अगुवाई वाली रैपिड सपोर्ट फ़ोर्स (RSF) पर अप्रैल के आख़िरी हफ़्ते में दारफ़ुर में नरसंहार का आरोप है। इस नरसंहार में कम से कम 200 मौतें हुई थीं और तक़रीबन 100,…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License