NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
टेंडर के नए नियमों के खिलाफ टैंक मालिक हड़ताल पर
नए नियमनों की वजह से टैंक मालिकों को नुकसान झेलना पड़ सकता है I
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
12 Feb 2018
Strike

सदर्न रीजनल बल्क LPG ट्रांसपोर्ट ओनर्स अस्सोसिएशन ने केंद्र सरकार के  LPG टेंकरों पर बदले हुए टेंडर नियमों के खिलाफ अनिश्चित काल तक की हड़ताल शुरू की I

LPG टेंकरों का किराया क्षेत्रीय टेंडरों के द्वारा निर्धारित किये जाने के पुराने नियम को बनाये रखने की माँग को लेकर सभी टेंकर मालिकों ने सोमवार को अपने वाहन सड़कों पर नहीं उतारे। जनवरी में केंद्र सरकार ने 30 साल पुराना टेंडर का नियम बदल दिया, नए नियम के अनुसार अब राज्य स्तरीय टेंडर किराया निर्धारित करेंगे I

10 फरवरी को नमकल में हुई SRBLTQ की बैठक में उन्होंने सरकार द्वारा 30 साल पुराने नियम को बदलने के खिलाफ आवाज़ उठाई I आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल , तमिल नाडू, तेलंगाना और पुदुचेरी के टेंकर मालिकों की इस अस्सोसियेशन ने कहा कि नियम बदल जाने की वजह से टेंकर मालिकों को बहुत नुकसान हुआ है I

नए टेंडर नियम के हिसाब से टेंकर मालकों को अपने राज्यों तक ही सीमित रहना पड़ेगा क्योंकि टेंडर की प्रक्रिया अंतर्राज्यीय कार्यों को घटा देगी I इसी वजह से SRBLTQ ने तेल कंपनियों को कहा है कि वह पुराने नियमों पर कायम रहें I

इसी दौरान इंडियन ऑइल भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम जैसी कंपनियाँ जो कि पहले क्षेत्रों के हिसाब से यानी दक्षिण भारत , उत्तर भारत , मध्य भारत और पश्चिम भारत के  हिसाब टेंडर निकलती थीं , उन्होंने इस बार सरकार के नए नियमों के टेंडर निकाले I ये नए टेंडर पाँच सालों के लिए यानी 2018 से 2023 तक के लिए 23 जनवरी को निकाले गए I यही वजह थी कि टेंडर मालिकों को नए नियमों के हिसाब से ही अप्लाई करना पड़ा, 12 मार्च को टेंडरों को चुना जायेगा I

SRBLTQ के अध्यक्ष एम पोंनम्बलम ने कहा “ विभिन्न राज्यों से आये टेंडरों को चुने जाने में 21 टन की क्षमता वाले टैंकरों को तरजीह दी जाएगी I तमिल नाडू के 7500 टेंकरों में से सिर्फ 20% टैंकरों की क्षमता 21 टन थी I बाकि टेंकरों की क्षमता 18 टन थी , इन्हें टेंडर मिलना मुश्किल है I बहुत से लोगों ने टैंकरों के लिए कर्ज़ लिए हैं, उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ेगा I”

 उन्होंने आगे जोड़ा “ इस नए नियम से काफी टैंकर मालिकों की रोज़ी पर असर पड़ेगा इसीलिए अस्सोसियेशन ने अनिश्चितकाल तक हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है I"

LPG strike
tender rules
SRBLTQ
tamil nadu

Related Stories

तमिलनाडु : विकलांग मज़दूरों ने मनरेगा कार्ड वितरण में 'भेदभाव' के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया

सीपीआईएम पार्टी कांग्रेस में स्टालिन ने कहा, 'एंटी फ़ेडरल दृष्टिकोण का विरोध करने के लिए दक्षिणी राज्यों का साथ आना ज़रूरी'

तमिलनाडु राज्य और कृषि का बजट ‘संतोषजनक नहीं’ है

तमिलनाडु के चाय बागान श्रमिकों को अच्छी चाय का एक प्याला भी मयस्सर नहीं

पड़ताल: गणतंत्र दिवस परेड से केरल, प. बंगाल और तमिलनाडु की झाकियां क्यों हुईं बाहर

मेकेदत्तु बांध परियोजना: तमिलनाडु-कर्नाटक राज्य के बीच का वो विवाद जो सुलझने में नहीं आ रहा! 

विकास की बलि चढ़ता एकमात्र यूटोपियन और प्रायोगिक नगर- ऑरोविले

तमिलनाडु और केरल के बीच मुल्लापेरियार बांध के संघर्ष का इतिहास

सूर्यवंशी और जय भीम : दो फ़िल्में और उनके दर्शकों की कहानी

तमिलनाडु: चिंताजनक स्थिति पेश कर रहे हैं लैंगिक अनुपात और घरेलू हिंसा पर NFHS के आंकड़े


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक टीम
    कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 975 नए मामले, 4 मरीज़ों की मौत  
    16 Apr 2022
    देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलो ने चिंता बढ़ा दी है | दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि सरकार कोरोना पर अपनी नजर बनाए रखे हुए हैं, घबराने की जरूरत नहीं। 
  • सतीश भारतीय
    मध्यप्रदेश: सागर से रोज हजारों मरीज इलाज के लिए दूसरे शहर जाने को है मजबूर! 
    16 Apr 2022
    सागर के बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी की सुविधा नहीं है। जिससे जिले की आवाम बीमारियों के इलाज के लिए नागपुर, भोपाल और जबलपुर जैसे शहरों को जाने के लिए बेबस है। 
  • शारिब अहमद खान
    क्या यमन में युद्ध खत्म होने वाला है?
    16 Apr 2022
    यमन में अप्रैल माह में दो अहम राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिला, पहला युद्धविराम की घोषणा और दूसरा राष्ट्रपति आबेद रब्बू मंसूर हादी का सत्ता से हटना। यह राजनीतिक बदलाव क्या यमन के लिए शांति लेकर आएगा ?
  • ओमैर अहमद
    मंडल राजनीति को मृत घोषित करने से पहले, सीएए विरोध प्रदर्शनों के दौरान अंबेडकर की तस्वीरों को याद करें 
    15 Apr 2022
    ‘मंदिर’ की राजनीति ‘जाति’ की राजनीति का ही एक दूसरा स्वरूप है, इसलिए उत्तर प्रदेश के चुनाव ने मंडल की राजनीति को समाप्त नहीं कर दिया है, बल्कि ईमानदारी से इसके पुनर्मूल्यांकन की ज़रूरत को एक बार फिर…
  • सोनिया यादव
    बीएचयू: लाइब्रेरी के लिए छात्राओं का संघर्ष तेज़, ‘कर्फ्यू टाइमिंग’ हटाने की मांग
    15 Apr 2022
    बीएचयू में एक बार फिर छात्राओं ने अपने हक़ के लिए की आवाज़ बुलंद की है। लाइब्रेरी इस्तेमाल के लिए छात्राएं हस्ताक्षर अभियान के साथ ही प्रदर्शन कर प्रशासन पर लड़कियों को शिक्षा से वंचित रखने का आरोप…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License