NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
तमिलनाडु : पीएसयू कामगारों ने एकतरफा बोनस-घोषणा का विरोध किया
सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों ने 25 फीसद बोनस की मांग की थी।
नीलाबंरन ए
28 Oct 2021
Tamil Nadu PSU Workers Protest

तमिलनाडु की द्रमुक सरकार द्वारा राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के लिए फेस्टिवल बोनस की एकतरफा घोषणा ने कर्मचारियों को रंज कर दिया है। इस घोषणा के तहत परिवहन, बिजली, विपणन निगम, मेट्रो, पानी और चाय बागान निगम में काम करने वाले वर्ग सी और डी के लगभग 2.87 लाख कमर्चारियों को 8.33 फीसदी बोनस और 1.67 फीसदी अनुग्रह राशि दी जाएगी। 

परिवहन, बिजली और विपणन निगम की ट्रेड यूनियनों ने राज्य सरकार की घोषणा की निंदा करते हुए तुरंत विरोध प्रदर्शन किया और 25 फीसदी बोनस की मांग की। हालांकि ट्रेड यूनियनों ने आने वाले त्योहारी सीजन को देखते हुए हड़ताल करने से परहेज किया। 

परिवहन कर्मियों का विरोध 

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा बोनस की घोषणा करने के एक दिन बाद, तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम (टीएनएसटीसी) के कर्मचारियों ने 25 अक्टूबर को तड़के राज्य भर में सभी बस डिपो पर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे सार्वजनिक परिवहन सेवाएं ठप हो गईं। 

“सभी कार्यकर्ताओं ने अपने राजनीतिक और ट्रेड यूनियन संबद्धता के परे जाकर राज्य सरकार के फैसले का एकमुश्त विरोध किया है। पिछली अन्नाद्रमुक सरकार की तरह, मौजूदा द्रमुक सरकार ने भी बोनस देने के पहले इस विषय में ट्रेड यूनियनों के साथ कोई बातचीत नहीं की,”टीएनएसटीसी कर्मचारी संघ के महासचिव अरुमुगा नैनार ने कहा, जो भारतीय ट्रेड यूनियनों के केंद्र (सीटू) से संबद्ध हैं। 

ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन सेंटर, अन्नाद्रमुक के अन्ना थोझिल सांगा पेरवई, हिंद मजदूर सभा और अन्य ट्रेड यूनियनों ने भी सरकार की घोषणा का विरोध किया है। 

परिवहनकर्मियों ने 25 अक्टूबर की तड़के बस डिपो में प्रदर्शन किया। 

डीएमके ने अपने चुनावी घोषणापत्र में 1998 में डीएमके सरकार द्वारा लागू की गई पेंशन योजना को बहाल करने का वादा किया था, जिसे 2003  में अन्नाद्रमुक ने वापस ले लिया था। नैनार ने कहा, "कर्मचारी सूबे की नई द्रमुक सरकार से अपने चुनावी घोषणापत्र के अनुसार समाधान की उम्मीद कर रहे थे,लेकिन अब वे इसके कार्यों से खुद को निराश महसूस करते हैं।" 

टैंजेडको ने भी घोषणा की निंदा की 

तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन (TANGEDCO) के कर्मचारियों ने ठेके के कामगारों को बोनस का लाभ न दिए जाने की आलोचना की है। तमिलनाडु बिजली कर्मचारियों के केंद्रीय संगठन (सीओटीईई) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "राज्य सरकार ने ट्रेड यूनियनों से परामर्श किए बिना 10 फीसदी बोनस की घोषणा कर दी है।" TANGEDCO में ट्रेड यूनियनों की समन्वय समिति ने 25 फीसदी बोनस की मांग करते हुए 25 अक्टूबर को चेन्नई में विरोध प्रदर्शन किया था।

टैंजेडकोकर्मियों ने कॉरपोरेशन के चेन्नई स्थित मुख्यालय सहित पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया। 

“मजदूरों ने कोरोना महामारी को देखते हुए 20 फीसदी का बोनस स्वीकार किया था लेकिन जीवित रहने की लागत के साथ 10 फीसदी बोनस तो बहुत कम है," सीओटीईई के अध्यक्ष जयशंकर ने न्यूज़क्लिक को बताया। 

अन्नाद्रमुक और द्रमुक 'कोई अंतर नहीं'

राज्य के सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारियों को 1993 से 20 फीसदी बोनस का भुगतान किया जा रहा था, लेकिन 2001 में तत्कालीन जे जयललिता द्वारा इसे घटाकर 10 फीसदी कर दिया गया था। 

नैनार ने कहा, “उसी सरकार को परिवहन कर्मचारियों द्वारा लंबी हड़ताल के बाद 20 फीसदी बोनस बहाल करना पड़ा था। पूर्व की अन्नाद्रमुक सरकार ने 2020 में कोविड-19 लॉकडाउन का हवाला दिया और बोनस को घटाकर 10 फीसदी कर दिया। नई द्रमुक सरकार भी श्रमिकों के मुद्दों पर पिछली सरकार के नक्शेकदम पर चल रही है।”

परिवहन एक के बाद एक सरकारों की नीतियों से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक रहा है। अगस्त 2019 से वेतन संशोधन वार्ता में सरकार देरी हो रही है। पिछले वर्षों में श्रमिकों ने वेतन संशोधन और श्रमिकों के नियमितीकरण की मांग को लेकर कई विरोध-प्रदर्शन किए थे। तब की सरकारों ने पीएसयू को हुए नुकसान को बोनस घटाने की वजह बताया था, लेकिन नैनार ने कहा कि 'महत्त्वपूर्ण सेवाओं को बोझ नहीं समझना चाहिए।”.

अंग्रेजी में मूल रूप से प्रकाशित लेख को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें

Tamil Nadu PSU Workers Protest Unilateral Bonus Announcement

workers protest
Tamil Nadu Transport Workers
TANGEDCO
Bonus Announcement
DMK Government
AIADMK
CITU
COTEE
AITUC
ATP
Diwali Bonus
DMK Manifesto

Related Stories

मुंडका अग्निकांड: 'दोषी मालिक, अधिकारियों को सजा दो'

मुंडका अग्निकांड: ट्रेड यूनियनों का दिल्ली में प्रदर्शन, CM केजरीवाल से की मुआवज़ा बढ़ाने की मांग

झारखंड-बिहार : महंगाई के ख़िलाफ़ सभी वाम दलों ने शुरू किया अभियान

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

मुद्दा: आख़िर कब तक मरते रहेंगे सीवरों में हम सफ़ाई कर्मचारी?

मुंडका अग्निकांड: सरकारी लापरवाही का आरोप लगाते हुए ट्रेड यूनियनों ने डिप्टी सीएम सिसोदिया के इस्तीफे की मांग उठाई

#Stop Killing Us : सफ़ाई कर्मचारी आंदोलन का मैला प्रथा के ख़िलाफ़ अभियान

सार्वजनिक संपदा को बचाने के लिए पूर्वांचल में दूसरे दिन भी सड़क पर उतरे श्रमिक और बैंक-बीमा कर्मचारी

झारखंड: केंद्र सरकार की मज़दूर-विरोधी नीतियों और निजीकरण के ख़िलाफ़ मज़दूर-कर्मचारी सड़कों पर उतरे!

दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल को मिला व्यापक जनसमर्थन, मज़दूरों के साथ किसान-छात्र-महिलाओं ने भी किया प्रदर्शन


बाकी खबरें

  • blast
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    हापुड़ अग्निकांड: कम से कम 13 लोगों की मौत, किसान-मजदूर संघ ने किया प्रदर्शन
    05 Jun 2022
    हापुड़ में एक ब्लायलर फैक्ट्री में ब्लास्ट के कारण करीब 13 मज़दूरों की मौत हो गई, जिसके बाद से लगातार किसान और मज़दूर संघ ग़ैर कानूनी फैक्ट्रियों को बंद कराने के लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही…
  • Adhar
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: आधार पर अब खुली सरकार की नींद
    05 Jun 2022
    हर हफ़्ते की तरह इस सप्ताह की जरूरी ख़बरों को लेकर फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष
    05 Jun 2022
    हमारे वर्तमान सरकार जी पिछले आठ वर्षों से हमारे सरकार जी हैं। ऐसा नहीं है कि सरकार जी भविष्य में सिर्फ अपने पहनावे और खान-पान को लेकर ही जाने जाएंगे। वे तो अपने कथनों (quotes) के लिए भी याद किए…
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : एरिन हेंसन की कविता 'नॉट' का तर्जुमा
    05 Jun 2022
    इतवार की कविता में आज पढ़िये ऑस्ट्रेलियाई कवयित्री एरिन हेंसन की कविता 'नॉट' जिसका हिंदी तर्जुमा किया है योगेंद्र दत्त त्यागी ने।
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित
    04 Jun 2022
    देशभक्तों ने कहां सोचा था कि कश्मीरी पंडित इतने स्वार्थी हो जाएंगे। मोदी जी के डाइरेक्ट राज में भी कश्मीर में असुरक्षा का शोर मचाएंगे।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License