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ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब पर प्रतिबंध के बावजूद लोगों को जोड़ रहा 'ईरानी वेबसाइट'
वेबसाइट के सबा आइडिया समूह के उपाध्यक्ष अली तेहरानिनसर का दावा है कि 15 प्रतिशत उपयोगकर्ता का संबंध ईरान के बाहर से है। उनका यह भी कहना है कि वे विश्व की लगभग सभी भाषाओं में सेवा मुहैया कराते हैं।
तारिक़ अनवर
11 Dec 2018
 Saba Idea

"मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है।" वास्तव में ये कभी न भूलने वाला सूत्रवाक्य है। यह सीमाओं का विस्तार करता है, प्रतिबंधों से नफरत करता है और यह प्रतिबंधित ईरान के लिए सटीक बैठता है जहां मोहम्मद जवाद शकूरी मोघादम, मेंहदी शकूरी मोघादम, मोहम्मद फ़जलोल्लाही जैसे युवा उद्यमियों का एक समूह कुछ अन्य तरीक़े से सोशल मीडिया के माध्यम से दुनिया से जुड़ रहा है। ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब पर इस्लामिक गणराज्य ईरान में आधिकारिक प्रतिबंध के चलते उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइटों के अपने नए मॉडल को पेश किया है।

हालांकि इन उद्यमियों ने आंतरिक तथा बाहरी सामाजिक समूहों के साथ समाज को जोड़ने के लिए एक अद्भुत मंच तैयार किया है, उन्होंने सावधानीपूर्वक इसे सभी प्रकार के अतिसतर्कता चाहे वह राजनीतिक वर्ग हो या व्यापारिक समूह हो इनसे दूर रखने की कोशिश की है।

सबा आइडिया (www.sabaidea.com) नाम की इस पहल को बड़ी संख्या में ईरान के लोगों के बीच ख्याति मिली। अनगिनत सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट का संचालन करने वाले ऐप डेवलपर द्वारा इसे विकसित किया गया जो पूरी तरह सुरक्षित है और सूचना प्रसारित करने में सहायता करती है। यह किसी भी प्रकार के प्रोपगंडा से बचाता है और भद्दे तथा ग़ैर ज़रूरी संदेशों को फ़िल्टर करता है।

तेहरान स्थित कंपनी के मुख्यालय में न्यूज़क्लिक से बात करते हुए सबा आइडिया के उपाध्यक्ष (बिजनेस डेवलपमेंट) अली तेहरानीनसर ने कहा, "वर्ष 2004 में तीन युवा टेक्नोक्रेट्स के एक समूह के साथ हमारी कहानी की शुरुआत हुई। हमने ईरान के इंटरनेट यूजर्स के लिए कुछ बहुमूल्य चीज तैयार करने के मकसद से बेहतर उम्मीदों और आकांक्षाओं के साथ इसकी शुरुआत की। हमारे प्रयास का पहला नतीजा क्लूब (cloob.com) था जो फेसबुक का पहला ईरानी संस्करण था।"

संस्थापक के दावों के मुताबिक़ क्लूब के तीन मिलियन पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं और एक महीने में 2.5 मिलियन ने अधिकतम समय बिताए हैं। फेसबुक की तरह यह अधिकारियों तथा मशहूर हस्तियों के सत्यापित खातों के लिए भी पहचान की सुरक्षा प्रदान करता है।

पहले सफल प्रयोग के बाद सबाआइडिया ने साबाविजन तैयार करके अपनी सेवा का विस्तार किया। सबाविजन क्लूब के ट्रैफिक को मौनेटाइज करने के लिए एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी है।

उन्होंने कहा, "कुछ ही वर्षों में सबाविजन ईरान का सबसे बड़ा डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म बन गया।"

सबा आइडिया ने वर्ष 2007 में एक ब्लॉगिंग प्लेटफ़ॉर्म मिहानब्लॉग खरीदा और आगे इसे एक शक्तिशाली ब्लॉगिंग टूल में विकसित किया जिसमें वर्तमान में 15 लाख ब्लॉग हैं और एक करोड़ यूजर्स हैं।

तेहरानीनसर ने कहा, "वर्ष 2010 का समय था जब हम क्लूब पर वीडियो साझा करने की सुविधा विकसित करने का प्रयास कर रहे थे तो हमने सोचा कि इसकी इतनी बड़ी क्षमता है कि यह एक स्वतंत्र सेवा हो सकती है। इसलिए यूट्यूब के विकल्प के रूप में एक वीडियो साझा करने वाला मंच अपार्ट (www.aparat.com) तैयार हुआ। अपार्ट जल्द ही तेज़ी से चर्चित हो गया और हमारे सबसे बड़ा उत्पाद बन गया।”

इस वेबसाइट के दावे के अनुसार इसके 33 मिलियन नए विजिटर्स हैं। अब तक इस प्लेटफॉर्म पर नौ मिलियन वीडियो उपलब्ध हैं जो पांच मिलियन ऐप इंस्टॉलेशन का दावा करता है और एलेक्सा रैंकिंग में पहले स्थान पर है। (एलेक्सा Amazon.com की कंपनी है जो डिजिटल दुनिया की विश्लेषणात्मक जानकारी देता है और वेबसाइट ट्रैफिक के रैंक की स्थिति मुहैया कराता है)।

विशेषकृत तथा लोकप्रिय सोशल मीडिया तैयार करने के उनके प्रयासों के अलावा सबा आइडिया ने लेन्ज़र (www.lenzor.com) तैयार किया जो ईरान की एक फोटो-शेयरिंग सेवा है। ऑनलाइन वीओडी (वीडियो ऑन डिमांड) प्लेटफ़ॉर्म के अनुसार फिलिमो (www.filimo.com) उसका नया उत्पाद है जिसे वर्ष 2015 के आरंभ में विकसित किया गया था।

इस युवा उद्यमी ने कहा, "इस तरह, हमारी ज़िंदगी है …"।  इन संस्थापकों का दावा है कि उनके 15% उपयोगकर्ता ईरान के बाहर के हैं और वे दुनिया की लगभग सभी भाषाओं में सेवाएं मुहैया कराते हैं।

तेहरानीनसर ने दावा किया कि वेबसाइटों का सबाआइडिया समूह सामग्री को सेंसर नहीं करता है लेकिन सख्ती से सामुदायिक मानकों का पालन करता है। यौन-स्पष्ट सामग्री, यहां तक कि विज्ञापनों के लिए उनकी "सहनशीलता" शून्य है।

उन्होंने कहा, "विभिन्न विचारधाराओं से संबंध रखने वाले हमारे उपयोगकर्ताओं को पूरी स्वतंत्रता है। यहां तक कि वे सरकार विरोधी प्रोपगैंडा को भी प्रोमोट करते हैं। हम उन्हें हटाते नहीं हैं। कोई भी यूट्यूब की तरह अपार्ट पर वीडियो चैनल बना सकता है। हम अलग-अलग संगठनों से संबंधित राजनेताओं को जगह देते हैं। लेकिन हां अपलोड की गई सामग्री को यह सुनिश्चित करने के लिए नियंत्रित किया जाता है कि इसमें किसी प्रकार की नग्नता लाइव न हो।"

कंपनी रैंडम यूजर्स द्वारा अपलोड किए गए "अच्छे वीडियो" को भी प्रमोट करती है।

आमदनी के बारे में पूछे जाने पर तेहरानीनसर ने कहा, "हमारी कमाई का प्रमुख स्रोत विज्ञापन है। हम स्क्रॉल विज्ञापनों और प्रचार और सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए पैसा लेते हैं। मूल सामग्री के लिए हमारे पास आय साझा करने की प्रणाली भी है। लेकिन एक समान दर है और दर्शकों की संख्या के अनुसार पैसा दिया जाता है।"

डेटा सुरक्षा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हम सुनिश्चित करते हैं कि हमारे उपयोगकर्ता के डेटा किसी भी गोपनीयता उल्लंघन के बिना 100% सुरक्षित रहे। हम किसी भी तरह का लोकेशन ट्रैकिंग नहीं करते हैं। हालांकि क्लूब के पास उपयोगकर्ताओं के लिए लॉगिन की सुविधा है लेकिन अपार्ट में ऐसा कुछ भी नहीं है। हम कोई सोशल मैपिंग नहीं करते हैं। हम इसके ख़िलाफ़ हैं।"

सोशल नेटवर्किंग दिग्गजों का मुक़ाबला करने के लिए इन साइटों को विकसित किया गया है? उन्होंने कहा,"नहीं, बिल्कुल नहीं। हमने दुनिया में लोकप्रिय अन्य नेटवर्कों का मुकाबला करने के लिए वेबसाइटों का समूह विकसित नहीं किया है। हमारे उत्पाद ईरान और ईरानियों के लिए ही हैं।"

ईरान में तेज़ी से बढ़ते प्रौद्योगिकी बाज़ार और स्टार्ट-अप के लिए एक बड़ा बाजार है जो उन ईरानियों को प्रेरित कर रहा है जो अपने देश लौटने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा गए हैं।

हालांकि अमेरिकी प्रतिबंधों ने विदेशी निवेश पर काफी हद तक असर डाला है फिर भी इसने आंतरिक प्रवाह को पूरी तरह से रोका नहीं है। कई विदेशी कंपनियां इस देश में निवेश करके जोखिम ले रही हैं कि अगर वे अमेरिका में व्यवसाय करना चाहें तो क्या होगा। उदाहरण के लिए मोज़ांडो, बामिलो और टैक्सी याब (क्रमशः ईबे, अमेज़ॅन और उबर का ईरानी संस्करण) को जर्मन फर्म रॉकेट इंटरनेट और दक्षिण अफ्रीकी दूरसंचार कंपनी एमटीएन के बीच संयुक्त उद्यम द्वारा लॉन्च किया गया है।

ऐसा लगता है कि राष्ट्रपति हसन रूहानी की अगुवाई में ईरान की मौजूदा सरकार देश में ऑनलाइन सेंसरशिप के ख़िलाफ़ है। उन्होंने ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब पर प्रतिबंध के ख़िलाफ़ बार-बार बयान दिया है। वास्तव में उन्हें सूचना तक मुफ्त पहुंच का दूत माना जाता है। वर्ष 2014 के एक सम्मेलन में उन्होंने कहा था, "एक तरफा संचार का युग ख़त्म हो गया है। हमें साइबर स्पेस को अवसर के रूप में देखना चाहिए। हमें इतना डर क्यों है? हमें अपने युवाओं पर भरोसा करना चाहिए।"

लेकिन ईरान में निर्णय लेने वाले रूहानी एकमात्र व्यक्ति नहीं है और प्रतिबंध को हटा नहीं सकते हैं। इंटरनेट के बारे में सभी निर्णय सुप्रीम काउंसिल ऑफ वर्चुअल स्पेस द्वारा लिया जाता है जिसे सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खमेनी द्वारा नियंत्रित किया जाता है जिनके पास सभी सरकारी मामलों की सर्वोच्च शक्ति है। वह इस इस्लामिक गणराज्य में अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, विदेश नीति, शिक्षा, राष्ट्रीय नियोजन तथा अन्य सभी मामलों पर अंतिम निर्णय लेते हैं।

हालांकि ईरानी लोग प्रॉक्सी वेबसाइटों या आभासी निजी नेटवर्क सेवाओं (वीपीएन) की सहायता से अपने ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब खातों का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि अधिकारियों ने अधिक सूक्ष्म फ़िल्टरिंग एल्गोरिदम पेश किया है लेकिन ये हमेशा काम नहीं करते हैं।

अधिकारियों के हवाले से द गार्जियन समाचार पत्र के अनुसार ईरान में इंटरनेट और स्मार्टफोन का इस्तेमाल काफी अधिक है। देश की 80 मिलियन आबादी का लगभग 70% आबादी 35 वर्ष की आयु से कम है और ईरान के कम से कम आधी आबादी के पास स्मार्टफोन है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या पर असंगत विचार थे लेकिन इंटरनेट वर्ल्ड स्टैट्स के अनुसार ईरान में 46 मिलियन से अधिक इंटरनेट यूजर्स (57.2% ) हैं, हालांकि उनमें से सभी नियमित इस्तेमाल नहीं करते हैं।

(लेखक नई दिल्ली स्थित ईरानी सांस्कृतिक केंद्र द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ईरान के दौरे पर थे।)

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