NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
घटना-दुर्घटना
समाज
राजनीति
उत्तर प्रदेश: गाय ले जाने के लिए मिलेगा प्रमाणपत्र
गो तस्करी के शक में बढ़ती लिंचिंग की घटनाओं के मामले में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक नया फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अब गायों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए गौ सेवा आयोग एक प्रमाण पत्र जारी करेगा।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
09 Jul 2019

बढ़ती लिंचिंग की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अब गायों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए गौ सेवा आयोग एक प्रमाण पत्र जारी करेगा।

गो तस्करी के शक में बढ़ती लिंचिंग की घटनाओं के मामले में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक नया फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अब गायों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए गौ सेवा आयोग एक प्रमाण पत्र जारी करेगा। साथ ही आयोग सुरक्षा के इंतजाम भी सुनिश्चित करेगा ताकि गाय ले जा रहे लोगों के साथ तस्करी के आरोप में लोग मारपीट न कर सकें।

इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि गो सेवा आयोग गोवंश की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन हेतु जन जागरूकता पैदा करे और इसके लिए आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्य जनपदों का भ्रमण कर कार्य करें। 

योगी ने कहा कि आयोग द्वारा यह देखा जाना चाहिए कि गो संरक्षण स्थलों यथा निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों, गोशालाओं आदि में गायों की उचित देखभाल की जा रही है। आयोग यह भी देखे कि गोवंश तस्करी एवं अवैध बूचड़खानों का संचालन न हो। गोवंश सहित पशुओं के प्रति होने वाली क्रूरता को भी रोका जाए। आयोग के पदाधिकारी इस हेतु प्रशासन और सामाजिक संगठनों का सहयोग लेकर कार्य करें। 

मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में गो सेवा आयोग के कार्यों को प्रभावी बनाए जाने के सम्बन्ध में आहूत एक बैठक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को गो सेवा आयोग के कार्यों के सुचारु और प्रभावी संचालन के लिए व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए।

योगी ने कहा कि आयोग के लिए कार्यालय की व्यवस्था की जाए। आयोग के गैर सरकारी अध्यक्ष/सदस्य का कार्यकाल बढ़ाकर तीन वर्ष किए जाने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। आयोग के कार्यों के संचालन हेतु पदों का सृजन किया जाए। आयोग के सदस्यों को आवास/आवासीय भत्ता, सुरक्षा, मानदेय आदि अनुमन्य सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गो सेवा आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सदस्य का जनपद भ्रमण का कार्यक्रम मुख्यालय द्वारा निर्गत किया जाए। गो सेवा आयोग के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के जनपद भ्रमण के समय जिला प्रशासन के साथ उनकी बैठक हो, जिसमें जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। जनपद में भ्रमण के दौरान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अथवा उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी आयोग के पदाधिकारियों के साथ रहें। 

उन्होंने कहा कि गो सेवा का कार्य रुचि लेकर और सकारात्मक भाव से किए जाने की आवश्यकता है। साथ ही किसी व्यक्ति अथवा संस्था द्वारा निराश्रित गोवंश की सेवा किए जाने पर उसे राज्य सरकार द्वारा गोवंश के पालन-पोषण पर व्यय होने वाली धनराशि 30 रुपए प्रति गोवंश, प्रतिदिन दिए जाने की व्यवस्था का परीक्षण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

योगी ने कहा कि इस व्यवस्था के अन्तर्गत व्यक्ति अथवा संस्था द्वारा संरक्षित गोवंश की संख्या के सम्बन्ध में सम्बन्धित जिलाधिकारी और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रत्येक तिमाही में प्रमाण-पत्र प्राप्त कर, उनकी संस्तुति पर धनराशि का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किया जाए।

उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि गोवंश का व्यावसायिक उपयोग नहीं किया जा रहा है। उन्होंने इस व्यवस्था को बुंदेलखंड क्षेत्र में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किए जाने के निर्देश दिए। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवंश की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन के लिए जन सहयोग, जन सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर बल देते हुए कहा कि गोशालाओं में कम्पोस्ट बनाने की व्यवस्था की जाए।

उन्होंने कहा कि कम्पोस्ट और संग्रहीत गोमूत्र की बिक्री से गोशालाएं काफी हद तक आत्मनिर्भर हो सकती हैं। गोशालाओं के सह उत्पादों के व्यावसायिक उपयोग की सम्भावनाओं को भी तलाशा जाना चाहिए। 

मुख्यमंत्री ने गोवंश के नस्ल सुधार की कार्रवाई के सम्बन्ध में भी अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि उन्नत नस्ल को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। नस्ल सुधार में भारतीय गोवंश को बढ़ावा दिया जाना श्रेयस्कर होगा। 

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

cow certificate
Uttar pradesh
yogi adityantah
Lynching
mob lynching

Related Stories

मध्यप्रदेश: गौकशी के नाम पर आदिवासियों की हत्या का विरोध, पूरी तरह बंद रहा सिवनी

यूपी : महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ती हिंसा के विरोध में एकजुट हुए महिला संगठन

चंदौली: कोतवाल पर युवती का क़त्ल कर सुसाइड केस बनाने का आरोप

उत्तर प्रदेश: इंटर अंग्रेजी का प्रश्न पत्र लीक, परीक्षा निरस्त, जिला विद्यालय निरीक्षक निलंबित

यूपी: अयोध्या में चरमराई क़ानून व्यवस्था, कहीं मासूम से बलात्कार तो कहीं युवक की पीट-पीट कर हत्या

यूपी में मीडिया का दमन: 5 साल में पत्रकारों के उत्पीड़न के 138 मामले

यूपी: बुलंदशहर मामले में फिर पुलिस पर उठे सवाल, मामला दबाने का लगा आरोप!

झारखंड: भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम युवक से की मारपीट, थूक चटवाकर जय श्रीराम के नारे लगवाए

भारत में हर दिन क्यों बढ़ रही हैं ‘मॉब लिंचिंग’ की घटनाएं, इसके पीछे क्या है कारण?

पीएम को काले झंडे दिखाने वाली महिला पर फ़ायरिंग- किसने भेजे थे बदमाश?


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License