उत्तर प्रदेश में लगातार असहमति की आवाज़ों को दबाया जा रहा है।कृषि बिल से लेकर हाथरस की घटना तक जितने भी विरोध भी प्रदर्शन हुए-सब के विरुद्ध प्रशासनिक करवाई हुई-लाठी चार्ज किया गया। गाँधी जयंती पर राष्ट्रपिता को श्रधांजलि देने की अनुमति भी नहीं थी, आम नागरिकों के लिए।