NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
वेल्लोर: संसदीय क्षेत्र का चुनाव पांच अगस्त को
तमिलनाडु के वेल्लोर संसदीय क्षेत्र में 17वीं लोकसभा के लिये पांच अगस्त को मतदान होगा।
भाषा
04 Jul 2019
वेल्लोर: संसदीय क्षेत्र का चुनाव पांच अगस्त को

निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को एक लोकसभा क्षेत्र और एक विधानसभा क्षेत्र के लिये चुनाव कार्यक्रम घोषित करते हुये यह जानकारी दी। आयोग द्वारा जारी चुनाव कार्यक्रम के अनुसार वेल्लोर लोकसभा क्षेत्र में पांच अगस्त और ओडिशा की पटकुरा विधानसभा क्षेत्र में 20 जुलाई को मतदान होगा।

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के दौरान वेल्लोर संसदीय क्षेत्र में भारी मात्रा में अवैध धनराशि जब्त होने के कारण इस सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था।

इस सीट पर चुनाव के लिये अधिसूचना 11 जुलाई को जारी की जायेगी। नामांकन की अंतिम तिथि 18 जुलाई तय की गयी है जबकि नामांकन पत्रों की जांच 19 जुलाई होगी। उम्मीदवारों के लिये नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 22 जुलाई है। पांच अगस्त का मतदान के बाद नौ अगस्त को मतगणना होगी।

इस सीट पर चुनाव होने के बाद लोकसभा में निर्वाचित सदस्यों की संख्या अपनी अधिकतम संख्या 543 के बराबर हो जायेगी।

लोकसभा चुनाव के साथ ही ओडिशा में हुये विधानसभा चुनाव के दौरान पटकुरा विधानसभा सीट पर बीजद के उम्मीदवार वेद प्रकाश अग्रवाल के 20 अप्रैल को निधन के कारण इस सीट पर 29 अप्रैल को होने वाला मतदान स्थगित कर दिया गया था। आयोग ने इस सीट पर 19 मई को मतदान कराने का फैसला किया लेकिन राज्य में ‘फोनी’ चक्रवात के कारण एक बार फिर मतदान 60 दिन के लिये स्थगित करना पड़ा। अब इस सीट पर 20 जुलाई को मतदान और 24 जुलाई को मतगणना होगी।

vellore
Elections
vellore elections 2019
loksabha elections 2019
2019 elections
India

Related Stories

भारत में धार्मिक असहिष्णुता और पूजा-स्थलों पर हमले को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में फिर उठे सवाल

भारत में तंबाकू से जुड़ी बीमारियों से हर साल 1.3 मिलियन लोगों की मौत

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईपीईएफ़ पर दूसरे देशों को साथ लाना कठिन कार्य होगा

UN में भारत: देश में 30 करोड़ लोग आजीविका के लिए जंगलों पर निर्भर, सरकार उनके अधिकारों की रक्षा को प्रतिबद्ध

वर्ष 2030 तक हार्ट अटैक से सबसे ज़्यादा मौत भारत में होगी

लू का कहर: विशेषज्ञों ने कहा झुलसाती गर्मी से निबटने की योजनाओं पर अमल करे सरकार

वित्त मंत्री जी आप बिल्कुल गलत हैं! महंगाई की मार ग़रीबों पर पड़ती है, अमीरों पर नहीं

रूस की नए बाज़ारों की तलाश, भारत और चीन को दे सकती  है सबसे अधिक लाभ

प्रेस फ्रीडम सूचकांक में भारत 150वे स्थान पर क्यों पहुंचा

‘जलवायु परिवर्तन’ के चलते दुनियाभर में बढ़ रही प्रचंड गर्मी, भारत में भी बढ़ेगा तापमान


बाकी खबरें

  • मुकुल सरल
    मदर्स डे: प्यार का इज़हार भी ज़रूरी है
    08 May 2022
    कभी-कभी प्यार और सद्भावना को जताना भी चाहिए। अच्छा लगता है। जैसे मां-बाप हमें जीने की दुआ हर दिन हर पल देते हैं, लेकिन हमारे जन्मदिन पर अतिरिक्त प्यार और दुआएं मिलती हैं। तो यह प्रदर्शन भी बुरा नहीं।
  • Aap
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: केजरीवाल के ‘गुजरात प्लान’ से लेकर रिजर्व बैंक तक
    08 May 2022
    हर हफ़्ते की ज़रूरी ख़बरों को लेकर एक बार फिर हाज़िर हैं लेखक अनिल जैन
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: हम सहनशील तो हैं, पर इतने भी नहीं
    08 May 2022
    हम ग़रीबी, बेरोज़गारी को लेकर भी सहनशील हैं। महंगाई को लेकर सहनशील हो गए हैं...लेकिन दलित-बहुजन को लेकर....अज़ान को लेकर...न भई न...
  • बोअवेंटुरा डे सौसा सैंटोस
    यूक्रेन-रूस युद्ध के ख़ात्मे के लिए, क्यों आह्वान नहीं करता यूरोप?
    08 May 2022
    रूस जो कि यूरोप का हिस्सा है, यूरोप के लिए तब तक खतरा नहीं बन सकता है जब तक कि यूरोप खुद को विशाल अमेरिकी सैन्य अड्डे के तौर पर तब्दील न कर ले। इसलिए, नाटो का विस्तार असल में यूरोप के सामने एक…
  • जितेन्द्र कुमार
    सवर्णों के साथ मिलकर मलाई खाने की चाहत बहुजनों की राजनीति को खत्म कर देगी
    08 May 2022
    सामाजिक न्याय चाहने वाली ताक़तों की समस्या यह भी है कि वे अपना सारा काम उन्हीं यथास्थितिवादियों के सहारे करना चाहती हैं जो उन्हें नेस्तनाबूद कर देना चाहते हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License