NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
वरिष्ठ वामपंथी नेता निरुपम सेन नहीं रहे
सीताराम येचुरी ने कहा कि सेन एक प्रतिबद्ध कम्युनिस्ट थे और जीवनभर मेहनतकश वर्ग के प्रति समर्पित रहे।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
24 Dec 2018
Nirupam Sen

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दिग्गज नेता व पश्चिम बंगाल के पूर्व वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निरुपम सेन का सोमवार सुबह निधन हो गया। वे 72 साल के थे। 

पोलित ब्यूरो के पूर्व सदस्य के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था और सुबह पांच बजे के आसपास उन्होंने साल्ट लेक के सैटेलाइट टाउनशिप के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। 

पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के नेतृत्व में औद्योगिक पुनर्निर्माण, योजना और ऊर्जा मंत्रालय संभाल चुके सेन न्यूरोलॉजिकल और किडनी संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे।

सेन 1987, 2001 और 2006 में बंगाल विधानसभा के लिए बर्दवान दक्षिण सीट से चुने गए थे। वह 2011 में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार रबी रंजन चट्टोपाध्याय से हार गए थे।

उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है। 

माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने निरुपम सेन के निधन पर गहरा दु:ख प्रकट करते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है। अपने एक ट्वीट में येचुरी ने कहा कि सेन एक प्रतिबद्ध कम्युनिस्ट थे और जीवनभर मेहनतकश वर्ग के प्रति समर्पित रहे।

 

Lal Salam, Comrade Nirupam Sen. We lost him this morning. A dedicated Communist, who devoted his entire life to the cause of the working class and the peasantry. He served in various capacities including as a member, Polit Bureau and a senior Minister in Left Front governments. https://t.co/jtTthCQEn6

— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) December 24, 2018

पार्टी सूत्रों के मुताबिक सेन का पार्थिव शरीर उनके निवास ले जाया जाएगा। बुधवार को सेन का शव कोलकाता स्थित सीटू कार्यालय ले जाया जाएगा। इसके बाद इसे पार्टी के राज्य मुख्यालय पहुंचाया जाएगा जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। उसी दिन उनके गृहनगर वर्द्धमान में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

(कुछ इनपुट आईएएनएस)

Nirupam Sen
Veteran Communist leader
former West Bengal Commerce and Industries
tribute

Related Stories

किसान आंदोलन: शहीद जवानों और किसानों की याद में कैंडल मार्च


बाकी खबरें

  • Tapi
    विवेक शर्मा
    गुजरात: पार-नर्मदा-तापी लिंक प्रोजेक्ट के नाम पर आदिवासियों को उजाड़ने की तैयारी!
    18 May 2022
    गुजरात के आदिवासी समाज के लोग वर्तमान सरकार से जल, जंगल और ज़मीन बचाने की लड़ाई लड़ने को सड़कों पर उतरने को मजबूर हो चुके हैं।
  • श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन मामले को सुनियोजित रूप से ज्ञानवापी मस्जिद-मंदिर के विवाद में बदला गयाः सीपीएम
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन मामले को सुनियोजित रूप से ज्ञानवापी मस्जिद-मंदिर के विवाद में बदला गयाः सीपीएम
    18 May 2022
    उत्तर प्रदेश सीपीआई-एम का कहना है कि सभी सेकुलर ताकतों को ऐसी परिस्थिति में खुलकर आरएसएस, भाजपा, विहिप आदि के इस एजेंडे के खिलाफ तथा साथ ही योगी-मोदी सरकार की विफलताओं एवं जन समस्याओं जैसे महंगाई, …
  • buld
    काशिफ़ काकवी
    मध्य प्रदेश : खरगोन हिंसा के एक महीने बाद नीमच में दो समुदायों के बीच टकराव
    18 May 2022
    टकराव की यह घटना तब हुई, जब एक भीड़ ने एक मस्जिद को आग लगा दी, और इससे कुछ घंटे पहले ही कई शताब्दी पुरानी दरगाह की दीवार पर हनुमान की मूर्ति स्थापित कर दी गई थी।
  • russia
    शारिब अहमद खान
    उथल-पुथल: राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता से जूझता विश्व  
    18 May 2022
    चाहे वह रूस-यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध हो या श्रीलंका में चल रहा संकट, पाकिस्तान में चल रही राजनीतिक अस्थिरता हो या फिर अफ्रीकी देशों में हो रहा सैन्य तख़्तापलट, वैश्विक स्तर पर हर ओर अस्थिरता बढ़ती…
  • Aisa
    असद रिज़वी
    लखनऊ: प्रोफ़ेसर और दलित चिंतक रविकांत के साथ आए कई छात्र संगठन, विवि गेट पर प्रदर्शन
    18 May 2022
    छात्रों ने मांग की है कि प्रोफ़ेसर रविकांत चंदन पर लिखी गई एफ़आईआर को रद्द किया जाये और आरोपी छात्र संगठन एबीवीपी पर क़ानूनी और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाये।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License