NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
शराब बांटने का वीडियो किसान आंदोलन का नहीं बल्कि लुधियाना का है जहां शराब चढ़ायी जाती है
किसान आंदोलन से जोड़ते हुए दो वीडियोज़ सोशल मीडिया पर शेयर किये जा रहे हैं. पहले वीडियो में कुछ लोग शराब की बोतलें एक बड़े से ड्रम में खाली करते हुए दिख रहे हैं और दूसरे वीडियो में कुछ लोग भीड़ में शराब बांटते दिख रहे हैं.
आकिब पठान
18 Sep 2021
शराब बांटने का वीडियो किसान आंदोलन का नहीं बल्कि लुधियाना का है जहां शराब चढ़ायी जाती है

किसान आंदोलन से जोड़ते हुए दो वीडियोज़ सोशल मीडिया पर शेयर किये जा रहे हैं. पहले वीडियो में कुछ लोग शराब की बोतलें एक बड़े से ड्रम में खाली करते हुए दिख रहे हैं और दूसरे वीडियो में कुछ लोग भीड़ में शराब बांटते दिख रहे हैं. एक फ़ेसबुक यूज़र ने इन वीडियोज़ को शेयर करते हुए दावा किया कि ये प्रदर्शन कर रहे किसान हैं. इस पोस्ट को 43 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर किया गया.

भाजपा समर्थक ऋषि बागरी ने दोनों वीडियो करते हुए किसानों का मज़ाक उड़ाया. (आर्काइव लिंक)

image

ट्विटर यूज़र रेनी लिन ने दोनों क्लिप को जोड़कर बनाया हुआ वीडियो पोस्ट किया और ग़ैर-संसदीय भाषा में ट्वीट लिखा. (आर्काइव लिंक)

थूकता हूँ ऐसे नशेड़ियों के किसान आंदोलन पर ।। किसान आंदोलन केवल नशा और रंडीबाजी का अड्डा बनकर रह गया है ।। इसमे शामिल हैं देशद्रोही और अलगाववादी तत्व ।। जिनकी देश और विदेशों में बैठे आका लोग फंडिंग कर रहे हैं ।। धीरे धीरे सब एक्सपोज़ हो रहे हैं ।।।। pic.twitter.com/SKol3Zu2Sg

— Renee Lynn (@Voice_For_India) September 14, 2021

कई अन्य ट्विटर यूज़र्स @sdtiwari, @NagarJitendra, @br_sharma6, @Pradeep54242413 ने ऐसा ही दावा करते हुए वीडियो शेयर किया.

image

image

वीडियो को कई लोगों ने फ़ेसबुक पर भी शेयर किया है. ऑल्ट न्यूज़ को अपने आधिकारिक व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) और मोबाइल एप्लिकेशन पर वीडियो की सच्चाई जानने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.

image

image

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ को इन वीडियोज़ में एक भी किसान संघ का झंडा या पोस्टर नहीं मिला. ये पहला हिंट था कि ये क्लिप किसान विरोध प्रदर्शन से संबंधित नहीं है.

पहला वीडियो

स्वतंत्र पत्रकार संदीप सिंह की मदद से पंजाबी कीवर्ड्स का इस्तेमाल करके हमें एक फ़ेसबुक पोस्ट मिला जिसका कैप्शन था, ““ਸ਼ਰਾਬ ਦਾ ਲੰਗਰ। ਡੇਰਾ ਬਾਬਾ ਰੋਡੂ ਸ਼ਾਹ” ” इसका हिंदी अनुवाद है “शराब लंगर, बाबा रोडे शाह.” ये पोस्ट कई वीडियोज़ को एक साथ रखकर बनाया गया है और पोस्ट में 20 सेकेंड पर इस वीडियो का हिस्सा देखा जा सकता है.

आगे हमें डेली न्यूज़ पंजाब द्वारा फ़ेसबुक पर पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला जिसका शीर्षक था, “जागराओं कौनके कलां ਮੇਲਾ ਬਾਬਾ ਰੋਡੂ ਸ਼ਾਹ ਜੀ ਦੇ ਠਾਠਾਂ ਮਾਰਦਾ ਇੱਕਠ”. इसका मतलब है “बाबा रोडे शाहजी के मेले में भारी भीड़.” कौनके कलां लुधियाना का एक गांव है. बाबा रोडे शाह को शराब चढ़ाने की गांव की प्रथा है जो सालों से चली आ रही है. भक्त पहले शराब लाकर बाबा रोडे शाह को चढ़ाते हैं, फिर इसे प्रसाद के रूप में बांटते हैं.

हमने डेली न्यूज़ पंजाब से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो बाबा रोडे शाह का ही है. साथ ही ये भी कहा कि शराब चढ़ाने की प्रथा सालों से चली आ रही है.

इसके अलावा, 6 सितंबर को पूजास्थल पर रिकॉर्ड किये गये फ़ेसबुक लाइव में एक बैंगनी रंग का टेंट दिखता है. डेली न्यूज़ पंजाब के वीडियो और पहले वायरल वीडियो में उसी रंग का टेंट दिखता है.

image

हमने दरगाह कमेटी के सचिव गुरमीत सिंह से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया, “ये वीडियो यहीं का है और वीडियो में दिखाई देने वाले सभी लड़के दरगाह पर काम करते हैं. मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता हूं.” ऑल्ट न्यूज़ को ‘मेला बाबा रोडे जी मेला कौनके कलां जगराओं (LDH)’ टाइटल का एक यूट्यूब वीडियो भी मिला. इस वीडियो में भी उस व्यक्ति को देखा जा सकता है जो पहले वायरल वीडियो में नारंगी रंग के कुर्ते में दिख रहा है.

image

दूसरा वीडियो

स्वतंत्र पत्रकार संदीप सिंह ने दरगाह का दौरा किया और वहां के कुछ दृश्य कैमरे में कैद किये जो दूसरे वायरल वीडियो में दिख रही ज़गह से काफ़ी मिलते-जुलते हैं.

नीचे वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट और रोडे शाहजी दरगाह की तस्वीरों में समानता देखी जा सकती है.

image

इस तरह लुधियाना में एक पूजास्थल के वीडियो को किसान आंदोलन का बता कर सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. यहां शराब चढ़ाने की एक पुरानी प्रथा है और इसका किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है.

साभार : ऑल्ट न्यूज़ 

fact check
Alt news
farmers protest
fake news
Viral post
Social Media
liquor claims
liquor

Related Stories

डिजीपब पत्रकार और फ़ैक्ट चेकर ज़ुबैर के साथ आया, यूपी पुलिस की FIR की निंदा

छोटे-मझोले किसानों पर लू की मार, प्रति क्विंटल गेंहू के लिए यूनियनों ने मांगा 500 रुपये बोनस

लखीमपुर खीरी हत्याकांड: आशीष मिश्रा के साथियों की ज़मानत ख़ारिज, मंत्री टेनी के आचरण पर कोर्ट की तीखी टिप्पणी

युद्ध, खाद्यान्न और औपनिवेशीकरण

राम सेना और बजरंग दल को आतंकी संगठन घोषित करने की किसान संगठनों की मांग

किसान-आंदोलन के पुनर्जीवन की तैयारियां तेज़

किसान आंदोलन: मुस्तैदी से करनी होगी अपनी 'जीत' की रक्षा

फ़ैक्ट चेकः प्रमोद सावंत के बयान की पड़ताल,क्या कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार कांग्रेस ने किये?

किसान आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी एक आशा की किरण है

रामदेव विरोधी लिंक हटाने के आदेश के ख़िलाफ़ सोशल मीडिया की याचिका पर सुनवाई से न्यायाधीश ने खुद को अलग किया


बाकी खबरें

  • समीना खान
    ज़ैन अब्बास की मौत के साथ थम गया सवालों का एक सिलसिला भी
    16 May 2022
    14 मई 2022 डाक्टर ऑफ़ क्लीनिकल न्यूट्रीशन की पढ़ाई कर रहे डॉक्टर ज़ैन अब्बास ने ख़ुदकुशी कर ली। अपनी मौत से पहले ज़ैन कमरे की दीवार पर बस इतना लिख जाते हैं- ''आज की रात राक़िम की आख़िरी रात है। " (राक़िम-…
  • लाल बहादुर सिंह
    शिक्षा को बचाने की लड़ाई हमारी युवापीढ़ी और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई का ज़रूरी मोर्चा
    16 May 2022
    इस दिशा में 27 मई को सभी वाम-लोकतांत्रिक छात्र-युवा-शिक्षक संगठनों के संयुक्त मंच AIFRTE की ओर से दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित कन्वेंशन स्वागत योग्य पहल है।
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: किसानों की दुर्दशा बताने को क्या अब भी फ़िल्म की ज़रूरत है!
    16 May 2022
    फ़िल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी का कहना है कि ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि किसान का बेटा भी एक फिल्म बना सके।
  • वर्षा सिंह
    उत्तराखंड: क्षमता से अधिक पर्यटक, हिमालयी पारिस्थितकीय के लिए ख़तरा!
    16 May 2022
    “किसी स्थान की वहनीय क्षमता (carrying capacity) को समझना अनिवार्य है। चाहे चार धाम हो या मसूरी-नैनीताल जैसे पर्यटन स्थल। हमें इन जगहों की वहनीय क्षमता के लिहाज से ही पर्यटन करना चाहिए”।
  • बादल सरोज
    कॉर्पोरेटी मुनाफ़े के यज्ञ कुंड में आहुति देते 'मनु' के हाथों स्वाहा होते आदिवासी
    16 May 2022
    2 और 3 मई की दरमियानी रात मध्य प्रदेश के सिवनी ज़िले के गाँव सिमरिया में जो हुआ वह भयानक था। बाहर से गाड़ियों में लदकर पहुंचे बजरंग दल और राम सेना के गुंडा गिरोह ने पहले घर में सोते हुए आदिवासी धनसा…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License