NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
फ़ैक्ट चेक : WHO ने 15 अप्रैल से 15 जून तक भारत बंद की कोई सिफ़ारिश नहीं की, फ़र्ज़ी ऑडियो वायरल
ऑल्ट न्यूज़ द्वारा WHO के भारत ऑफ़िस से संपर्क करने पर बताया गया कि ऑडियो क्लिप का दावा पूरी तरह से गलत है.
पूजा चौधरी
21 Mar 2020
फ़ैक्ट चेक

दो व्यक्तियों के बीच बातचीत का एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. ऑडियो क्लिप में एक व्यक्ति ये दावा करता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत सरकार को सलाह दी है कि देश को 15 अप्रैल से 15 जून तक लॉकडाउन कर देना चाहिए. भारत सरकार ने इसे मान भी लिया है और आगे ये व्यक्ति WHO भारत के डायरेक्टर के भाई सौरभ को अपना दोस्त बताता है.

image_2.JPG

“सौरभ ने बताया कि 31 मार्च तक जो ये बंद बोला है न, ये सिनेमा हॉल और मॉल… ये सब इन्होंने सरकार को भेजा था… 15 अप्रैल तक का. लेकिन गवर्नमेंट ने ये बोला कि पैनिक हो जाएंगे एक दम से लोग. तो पहले 31 मार्च तक किया जाए. फ़िर क्या है, इन्होंने 7 दिन बाद गवर्नमेंट को रिपोर्ट भेजी है कि 15 अप्रैल से 15 जून तक इंडिया को लॉकडाउन किया जाए क्योंकि स्थिति हाई रिस्क पे आ रही है. WHO ने रिपोर्ट भेजी है कि इंडिया हाई रिस्क पे रहेगा. 15 अप्रैल से 15 जून, दो महीने तक पूरा लॉकडाउन रहेगा. कोई न दुकान खुलेगी. केवल पुलिस और हॉस्पिटल. 4 दिन बाद वो लोग रिपोर्ट भेजेंगे. लेकिन संभावना है कि 1 अप्रैल से ही लॉकडाउन शुरू हो जाए.”

आगे ये व्यक्ति बताता है कि WHO डायरेक्टर ने सौरभ से कहा कि वो अपने सभी दोस्तों को सूचित कर दे कि इन आठ दिनों के अंदर बैंक से संबंधित सभी काम खत्म कर दे क्योंकि आगे 1 या डेढ़ महीने तक लॉकडाउन लागू रह सकता है. ये व्यक्ति ऑडियो में उत्तर प्रदेश में राम नवमी उत्सव के रद्द होने की भी बात करता है जिससे ये संकेत मिलता है कि शायद इस ऑडियो क्लिप को 1-2 दिन में ही रिकॉर्ड किया गया है.

ऑडियो शेयर करते हुए लिखा जा रहा है – “पता नही कहां तक सच है लेकिन अगर ऐसा है तो बहुत बुरी स्थिति आने वाली है। सभी लोग जरूर सुने।”

फ़ैक्ट-चेक

WHO के हर देश में डायरेक्टर नहीं है बल्कि स्टेट के प्रतिनिधि हैं. हर प्रतिनिधि को उस देश का प्रमुख भी माना जाता है. भारत के प्रतिनिधि डच नागरिक Hank Bekedam हैं. ऑडियो में व्यक्ति भारत की डायरेक्टर को महिला बताते है. शायद ये हो सकता है कि वो डॉ पूनम खेतरपाल सिंह के बारे में बात कर रहे हो जो कि साउथ ईस्ट एशिया की डायरेक्टर हैं. वो भारतीय मूल की है और पहली महिला है जो इस पोस्ट पर आई हैं.

ऑल्ट न्यूज़ द्वारा WHO के भारत ऑफ़िस से संपर्क करने पर बताया गया कि ऑडियो क्लिप का दावा पूरी तरह से गलत है.

इसके अलावा, ‘प्रेस इन्फॉर्मैशन ब्यूरो(PIB)’ के फ़ैक्ट-चेकिंग विंग ने भी इस दावे को खारिज किया है.

twit.JPG

इस तरहऑडियो क्लिप में व्यक्ति ने WHO के हवाले से ये गलत जानकारी फैलाने की कोशिश की कि 15 अप्रैल से 15 जून तक भारत को लॉकडाउन किया जाएगा.

साभार : ऑल्ट न्यूज़ 

World Health Organisation
Press Information Bureau
Lockdown Ram Navmi celebrations

Related Stories

भारत के लगभग आधे शहर वायु प्रदूषण की चपेट में, दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित कैपिटल सिटी: रिपोर्ट

‘दिशा-निर्देश 2022’: पत्रकारों की स्वतंत्र आवाज़ को दबाने का नया हथियार!

महामारी के दौरान बुज़ुर्गों से बदसलूकी के मामले बढ़े

"दुनिया की फ़ार्मेसी" बनने की कगार पर पहुंचा चीन

कोविड-19 : निजी अस्पतालों में हो निःशुल्क जांच और इलाज


बाकी खबरें

  • bulldozer
    न्यूज़क्लिक टीम
    दिल्ली: बुलडोज़र राजनीति के ख़िलाफ़ वामदलों का जनता मार्च
    11 May 2022
    देश के मुसलमानों, गरीबों, दलितों पर चल रहे सरकारी बुल्डोज़र और सरकार की तानाशाही के खिलाफ राजधानी दिल्ली में तमाम वाम दलों के साथ-साथ युवाओं, महिलाओं और संघर्षशील संगठनों ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के…
  • qutub minar
    न्यूज़क्लिक टीम
    अब क़ुतुब मीनार, ताज महल से हासिल होंगे वोट? मुग़ल दिलाएंगे रोज़गार?
    11 May 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस एपिसोड में आज वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा सवाल पूछ रहे हैं कि देश में कभी क़ुतुब मीनार के नाम पर कभी ताज महल के नाम पर विवाद खड़ा करके, सरकार देश को किस दिशा में धकेल रही…
  • sedition
    विकास भदौरिया
    राजद्रोह पर सुप्रीम कोर्ट: घोर अंधकार में रौशनी की किरण
    11 May 2022
    सुप्रीम कोर्ट का आज का आदेश और न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ का हाल का बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि नागरिकों के असंतोष या उत्पीड़न को दबाने के लिए आपराधिक क़ानून का दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए, एक आशा…
  • RAVIKANT CASE
    असद रिज़वी
    लखनऊ विश्वविद्यालय: दलित प्रोफ़ेसर के ख़िलाफ़ मुक़दमा, हमलावरों पर कोई कार्रवाई नहीं!
    11 May 2022
    प्रोफ़ेसर रविकांत चंदन हमले की FIR लिखाने के लिए पुलिस के आला-अफ़सरों के पास दौड़ रहे हैं, लेकिन आरोपी छात्रों के विरुद्ध अभी तक न तो पुलिस की ओर से क़ानूनी कार्रवाई हुई है और न ही विवि प्रशासन की ओर…
  • jaysurya
    विवेक शर्मा
    श्रीलंका संकट : आम जनता के साथ खड़े हुए खिलाड़ी, सरकार और उसके समर्थकों की मुखर आलोचना
    11 May 2022
    श्रीलंका में ख़राब हालात के बीच अब वहां के खिलाड़ियों ने भी सरकार और सरकार के समर्थकों की कड़ी निंदा की है और जवाब मांगा है। क्रिकेट जगत के कई दिग्गज अपनी-अपनी तरह से आम जनता के साथ एकजुटता और सरकार…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License