टीके(वैक्सीन) का सचमुच 'विश्व गुरु' रहा भारत आज कोविड 19 के टीके के लिए विदेशी कंपनियों और बाहर के मुल्कों के सामने गिडगिडाने पर क्यों मजबूर हुआ है? किसानों के आदोलन के छह महीने बाद भी सरकार की निर्दयता क्यो कायम है? वरिष्ठ पत्रकार Urmilesh का विश्लेषण