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महंत की मौत और डेरों-मठों के अन्य रहस्यों पर पर्देदारी क्यों?
देश में आर्थिक सुधार हो रहा है, कुछ प्रशासनिक सुधार भी किया गया है और अब सरकार कृषि में सुधार का दावा कर रही है. फिर सरकार लोकतांत्रिक धार्मिक सुधार की पहल क्यों नहीं करती? #AajKiBaat के नये एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विचारोत्तेजक विश्लेषण
न्यूज़क्लिक टीम
22 Sep 2021

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघम्बरी मठ के महंत नरेंद्र गिरि की तीन दिन पहले उनके मठ में ही हत्या हुई या उन्होंने किसी दबाव में आत्महत्या कर ली? इस प्रश्न का जवाब तो सिर्फ जांच करने वाली सरकारी एजेंसी और पुलिस आदि ही दे सकती है। लेकिन देश के कुछ विवादास्पद मठों, आश्रमों और डेरों से सम्बद्ध स्वनामधन्य बाबाओं और मठाधीशो की अंदरूनी दुनिया जितनी रहस्यमय रही है, उससे ज्यादा खौफनाक. इनमें कुछ तो अब विभिन्न आपराधिक वारदातों के चलते जेल में हैं. आखिर ऐसे अनेक धार्मिक डेरे और मठ निहायत अधार्मिक और अमानवीय हरकतों के अड्डे क्यों बने? क्या ऐसे डेरों और मठों के पूरे तंत्र में सुधार की जरूरत नही हैं?

देश में आर्थिक सुधार हो रहा है, कुछ प्रशासनिक सुधार भी किया गया है और अब सरकार कृषि में सुधार का दावा कर रही है. फिर सरकार लोकतांत्रिक धार्मिक सुधार की पहल क्यों नहीं करती? #AajKiBaat के नये एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विचारोत्तेजक विश्लेषण


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CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License