NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
बेल्जियमः वर्कर्स पार्टी का केबल वितरण कंपनी की बिक्री का विरोध
वर्कर्स पार्टी के मुताबिक़ 'वू' को अमेरिकन इंवेस्टमेंट फंड प्रोविडेंस के हाथों बेचा जाना बेल्जियम के लोगों के साथ धोखा होगा जिन्होंने इस केबल डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी में अपना पैसा निवेश किया है।
पीपल्स डिस्पैच
24 Dec 2019
Workers’ Party of Belgium

वर्कर्स पार्टी ऑफ बेल्जियम (पीटीबी/पीवीडीए) ने केबल डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ''Voo (वू)'' की प्रस्तावित बिक्री का विरोध किया है। वू को अमेरिकन इंवेस्टमेंट फंड ''प्रोविडेंस'' के हाथों बेचा जा रहा है। पार्टी की मांग है कि इसमें सरकार को दख़ल देना चाहिए और इसे ईडीपी (पब्लिक डेमोक्रेटिक इंटरप्राइज) में बदल देना चाहिए।

ब्रूशेल्स चार्लेरॉय (ब्रू टेले) और रीजन ऑफ लीज (नेथिस) में टेलीकम्यूनिकेशन प्रोवाइडरों के समूह ''इकॉनोमिक इंट्रेस्ट ग्रुपिंग (जीआईई)'' की पहल पर 2006 में वू की स्थापना की गई थी। इस साल सितंबर में नेथिस ने वू को बेचने की बात कही थी।

18 दिसंबर को वालून क्षेत्र के उपाध्यक्ष और पीटीबी के प्रवक्ता जर्मेन मुगेमानगेंगो ने इस बिक्री को लेकर पार्टी की तरफ से आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा, ''वू को प्रोविडेंस को बेचा जाना बहुत बड़ी ग़लती होगी। प्रोविडेंस एक अमेरिकन इंवेस्टमेंट फंड है जिसका बिजनेस कंपनियों और फर्म को कम मूल्य पर ख़रीदना और कुछ साल बाद इन्हें ज्यादा क़ीमत पर बेच देना है। कंपनी के प्राइवेटाइजेशन से वू के ग्राहकों और कर्मचारियों पर बहुत बुरा असर पड़ेगा।''

जर्मन मुगेमानगेंगो के मुताबिक़, 'इस बिक्री से जनता के पैसे फंस जाएंगे। लीज के लोगों ने सालों तक अपने गैस और इलेक्ट्रिसिटी बिल के जरिए वू में निवेश किया ताकि इसे सफल बनाया जा सके। आज पारंपरिक पार्टियां इसका निजीकरण करना चाहती हैं। हम एक बार फिर हानि के राष्ट्रीयकरण और लाभ के निजीकरण के साक्षी बनेंगे।

साभार:पीपल्स डिस्पैच

अंग्रेजी में लिखा मूल आलेख आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

Workers’ Party of Belgium Opposes Sale of Cable Distribution Company Voo

Enodia
Germain Mugemangango
Nethys
Providence
Voo
Workers Party of Belgium

Related Stories


बाकी खबरें

  • श्रुति एमडी
    किसानों, स्थानीय लोगों ने डीएमके पर कावेरी डेल्टा में अवैध रेत खनन की अनदेखी करने का लगाया आरोप
    18 May 2022
    खनन की अनुमति 3 फ़ीट तक कि थी मगर 20-30 फ़ीट तक खनन किया जा रहा है।
  • मुबाशिर नाइक, इरशाद हुसैन
    कश्मीर: कम मांग और युवा पीढ़ी में कम रूचि के चलते लकड़ी पर नक्काशी के काम में गिरावट
    18 May 2022
    स्थानीय कारीगरों को उम्मीद है कि यूनेस्को की 2021 की शिल्प एवं लोककला की सूची में श्रीनगर के जुड़ने से पुरानी कला को पुनर्जीवित होने में मदद मिलेगी। 
  • nato
    न्यूज़क्लिक टीम
    फ़िनलैंड-स्वीडन का नेटो भर्ती का सपना हुआ फेल, फ़िलिस्तीनी पत्रकार शीरीन की शहादत के मायने
    17 May 2022
    पड़ताल दुनिया भर की में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के विस्तार के रूप में फिनलैंड-स्वीडन के नेटो को शामिल होने और तुर्की के इसका विरोध करने के पीछे के दांव पर न्यूज़क्लिक के प्रधान…
  • सोनिया यादव
    मैरिटल रेप : दिल्ली हाई कोर्ट के बंटे हुए फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, क्या अब ख़त्म होगा न्याय का इंतज़ार!
    17 May 2022
    देश में मैरिटल रेप को अपराध मानने की मांग लंबे समय से है। ऐसे में अब समाज से वैवाहिक बलात्कार जैसी कुरीति को हटाने के लिए सर्वोच्च अदालत ही अब एकमात्र उम्मीद नज़र आती है।
  • ज्ञानवापी मस्जिद विवाद : सुप्रीम कोर्ट ने कथित शिवलिंग के क्षेत्र को सुरक्षित रखने को कहा, नई याचिकाओं से गहराया विवाद
    विजय विनीत
    ज्ञानवापी मस्जिद विवाद : सुप्रीम कोर्ट ने कथित शिवलिंग के क्षेत्र को सुरक्षित रखने को कहा, नई याचिकाओं से गहराया विवाद
    17 May 2022
    सुप्रीम कोर्ट में ज्ञानवापी मामले की सुनवाई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच ने की। कोर्ट ने कथित शिवलिंग क्षेत्र को सुरक्षित रखने और नमाज़ जारी रखने के आदेश दिये हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License