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अर्जेंटीना कांग्रेस में अमेरिकन एक्सप्रेस की बेशुमार ख़रीदारी
जैसे ही अमेरिकन चेम्बर ऑफ कॉमर्स (एमचैम) ने महसूस किया कि पैकेजिंग कानून अर्जेंटीना में उनका प्रतिनिधित्व करने वाली कंपनियों के मुनाफे के लिए खतरा पैदा कर सकता है, उन्होंने कानून को कमजोर करने के लिए एक तंत्र खड़ा कर दिया। 
जुआन ग्रैबोइस
03 Dec 2021
US

मुझे बताया गया कि जॉन डो नाम के एक व्यक्ति ने अर्जेंटीना के कांग्रेसियों के कार्यालयों का दौरा किया था। उसके पास भारी मात्रा में नकदी की बजाए केवल एक अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड था। डो अमेरिका में ही अच्छी तरह से पाला-पोसा हुआ और अच्छे पहनावा वाला एक अमेरिकी नागरिक था, जिसे अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स (एमचैम) की ओर से भेजा गया था। वह कई कांग्रेसियों के लिए कई उपहार लेकर आया था: इसमें उनके घूमने-फिरने के लिए वाशिंगटन, डीसी आने-जाने का विमान भाड़ा, वहां रहने-सहने और मौज-मस्ती करने का इंतजाम शामिल था। यह एक प्रसिद्ध तथ्य है कि तीसरी दुनिया के देशों में प्रतिनिधि अपने समृद्ध प्रायोजकों से मिलने के लिए पहली दुनिया के देशों, विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर आना पसंद करते हैं। इसलिए यहां के कई दफ्तरों ने डो से मिले इन उपहारों या इसके पैकेज को खुशी-खुशी स्वीकार किया था। 

इन उपहारों को प्राप्त करने वाले अर्जेंटीना के कांग्रेसियों ने 28 नवम्बर 2021 से लेकर 4 दिसम्बर 2021 तक वाशिंगटन की एक अच्छी सुखद यात्रा का भरपूर आनंद उठाया। यह वही सप्ताह है, जब अर्जेंटीना की संसद से पैकेजिंग कानून पारित किए जाने की संभावना थी। पैकेजिंग कानून एक दशक में सबसे महत्त्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक विनियमन है, जो कचरे की समस्या से एक पारिस्थितिक समाधान को मजबूती प्रदान करने वाला है। एमचैम अर्जेंटीना को इस गंभीर गलती से बचाना चाहता है क्योंकि जाहिर तौर पर अमेरिकी कंपनियां इस बात से बहुत चिंतित हैं कि यह कानून अगर बन गया तो यह अर्जेंटीना में नौकरियों और समग्र विकास को प्रभावित करेगा। 

एमचैम एक स्वतंत्र और गैर-लाभकारी व्यावसायिक संगठन है, जिसकी दुनिया के लगभग हर देश में मौजूदगी है और वह अर्जेंटीना में खुले तौर पर काम करता है। यह संगठन अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हितों की पहरेदारी करता है। कुछ अमेरिकी फर्मों-जैसे पेप्सी और कोका-कोला, जो शीतल पेय निर्माता होने के साथ-साथ प्लास्टिक-पैकिंग बनाने वाली कंपनियां हैं-उन्होंने तो खुले तौर पर कह दिया है कि वे इस प्रस्तावित पैकेजिंग कानून के बिल्कुल खिलाफ हैं। मुझे नहीं पता कि एयरलाइंस के टिकटों की पेशकश करना और इन टिकटों को स्वीकार करना, रहने-सहने की सुविधाएं लेना और उपहारों को प्राप्त करना अपराध है या नहीं, पर मुझे ऐसा लगता है कि यह सार्वजनिक नैतिकता के सबसे प्राथमिक सिद्धांत के सर्वथा विपरीत है। ऐसा लगता है कि डो के अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड को अर्जेंटीना के प्रतिनिधियों को न केवल पैकेजिंग कानून बल्कि उनके घटकों के विचारों को न मानने के लिए प्रोत्साहित करने के काम में लाया गया था, जो इस कानून के समर्थन में हैं। 

यह मामला दिखाता है कि कैसे एक अंतरराष्ट्रीय लॉबी दुनिया के दक्षिण हिस्से में वहां के सामाजिक-पर्यावरणीय नियमों के खिलाफ, पारिस्थितिक रक्षा के लिए की जाने वाली राजनीतिक कार्रवाई के विरुद्ध, और राष्ट्रीय सम्प्रभुता और सार्वजनिक हितों के विपरती काम करती है, जबकि इनके प्रति कॉरपोरेशनों को प्रतिबद्ध होना चाहिए। एमचैम ने जैसे ही महसूस किया कि पैकेजिंग कानून अर्जेंटीना में उनका प्रतिनिधित्व करने वाली कंपनियों के मुनाफे के लिए खतरा पैदा कर सकता है, उन्होंने इस कानून को कमजोर करने के लिए एक तंत्र को ला खड़ा किया। 

वही अर्जेण्टीनी मीडिया जो एमचैम के सक्रिय होने से कुछ दिन पहले तक पैकेजिंग कानून की प्रशंसा करते अघाता नहीं था, वह अब इसके खिलाफ छाप रहा है; और जैसे ही कांग्रेस प्रतिनिधियों के कार्यालयों में वाशिंगटन, डीसी की तरफ से उपहारों की जैसे बाढ़ आई, समितियों में इस कानून के लिए मतदान करने वालों प्रतिनिधियों ने अपनी राय बदल दी। 

अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स का दावा है कि वह जिन व्यवसायों का प्रतिनिधित्व करता है, वे पैकेजिंग कानून के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इन कंपनियों को विनियमित नहीं किया जाना चाहिए: उन्हें अपने स्वयं के पैकेजिंग सिस्टम का प्रबंधन करने की अनुमति दी जानी चाहिए। यह दावा काफी हास्यास्पद है। कोई भी इन कंपनियों को अपना निजी व्यवसाय चलाने से मना नहीं करता है। पैकेजिंग कानून केवल व्यवसाय की शर्तों को परिभाषित करने के लिए है। यदि कोई फर्म पारिस्थितिक पैकेजिंग विधियों या पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) लायक पैकेजिंग विधियों का उपयोग करता है, तो सब कुछ ठीक है। अर्जेंटीना की सरकार फर्मों को ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है। यदि कंपनियां इस नियम का पालन नहीं करती हैं, तो देश इन कंपनियों द्वारा उपयोग की जाने वाली अपारिस्थितिक पैकेजिंग तकनीकों से होने वाली पर्यावरणीय क्षति को न्यूनतम करने और इसके उपचार में आने वाली लागत पर अपना दावा पेश करेगा। 

जब कोई निगम एक कंटेनर को बाजार में डालता है, जिसे वह रिसाइकल या कंपोस्ट नहीं करता है, तो वह पैकेजिंग जादुई रूप से अनंत ब्रह्मांड में छूमंतर नहीं हो जाती है। यह एक लैंडफिल में दफन होता है, गुप्त रूप से डंप होती है, इसे समुद्र में फेंका जाता है, इससे मछली के जीवन को खतरा होता है, और यह प्लास्टिक का एक द्वीप बनाता है। प्रशांत महासागर में एक जगह है जिसे ग्रेट पैसिफिक गारबेज पैच कहा जाता है, वह फ्रांस के आकार का तीन गुना है। सौभाग्य से अर्जेंटीना में कार्टनरोस (कचरा बीनने वाले) समाज की एक महनीय सेवा करते हैं, जो कचरे के एक बड़े हिस्से के निस्तारण में सहायता करते हैं, जहां एक दिन में लगभग 10,000 टन कचरा निकलता है। हालांकि, उनकी इस महती सामाजिक सेवा के लिए बहुत कम भुगतान किया जाता है। 

इसी समय, निगमों को कच्चे माल से लाभ होता है, जो कचरा बीनने वाले और उनके परिवार मिलकर इकट्ठा करते हैं। उनकी आपूर्ति श्रृंखला उतनी ही गंदी है, जितनी कि उनकी पैरवी करने की प्रथा। कोका-कोला प्लास्टिक से अपनी बोतलें बनाती है, जिसे एक बच्चा संभवतः ब्यूनस आयर्स में सैनपेड्रो कचरा डंप से इकट्ठा करता है। सामाजिक संघर्ष और नया पैकेजिंग कानून इस धरती के लिए अधिक मानवीय और पारिस्थितिक योजना बनाने की मांग करता है। कचरा चुनने वाले (कार्टनरोस) शहर में रिसाइक्लिंग करने वाली सहकारी समितियों का हिस्सा बनना चाहेंगे और वे अपने काम के लिए कुछ गारंटी भी चाहते हैं। साथ ही, प्लास्टिक की बोतलों और अन्य सामग्री से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को फर्मों द्वारा भरपाई की जानी चाहिए ताकि इन निजी फर्मों के अपने लाभ सुनिश्चित करने में फेर में आने वाली लागत समाज को न वहन करना पड़े।

इस बीच, अमेरिकी कॉरपोरेशन ने "निजी संघ" के एक मॉडल का प्रस्ताव किया है, जो ग्रीनवाशिंग के लिए एक प्रकार का स्व-शासित धर्मार्थ उपक्रम है। वे राजनेताओं को इसके नियमन से बचाव की एवज में भुगतान करना चाहते हैं और अपने लिए कमजोर नियम बनाना चाहते हैं। उनके भ्रष्टाचार और पारिस्थितिकी का विनाश करने की उनकी हवस किसी को हैरान भी नहीं करती है। यह अधिकतम लाभकरण के मिजाज में है, जो इस तरह की कंपनियों को उनके कार्यों के कारण होने वाले मानवीय और पर्यावरणीय नुकसान या परिणामी लागतों के लिए जो अंततः समुदायों और प्रकृति द्वारा वहन किया जाता है, उनकी परवाह नहीं करने देता है। उनका तर्क अपने लिए अधिकतम लाभ और अधिकतम पूंजी-संचय सुनिश्चित करना है। इस तर्क के साथ निगमों से स्वेच्छा से खुद को संयमित करने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इसलिए समाज और सरकारों को इस उन्मादकारी स्थिति को नियंत्रित करना चाहिए। 

असली समस्या राजनीतिक सत्ता की पारगम्यता में निहित है, जो खुद को कॉरपोरेट शक्ति से भी अधिक सस्ते में बेचती है : एक राजनेता का वोट कितना सस्ता है! ईवा पेरोन ने उन लोगों की निंदा की जिन्होंने खुद को "एक मुस्कुराहट, चंद सिक्कों या भोज" के लिए अपने को उनके हवाले कर दिया था। यह वाशिंगटन दौरे की तरह ही है, जिसने अर्जेंटीना के कई राजनेताओं के वोट खरीदे हैं, जो एमचैम के अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड के लाभों को भुनाने के लिए बेताब दिखते हैं। यह कार्ड भी प्लास्टिक से बनाया जाता है, जबकि अन्य प्लास्टिक कचरा पैच महासागरों में बनाए जाते हैं और कार्टनरोस कॉरपोरेट कचरे के जहरीले कीचड़ के बीच खुद को जीवित रखने की जद्दोजहद करते हैं।

(जुआन ग्राबोइस अर्जेंटीना में एक वकील और यूनियन डी ट्रैबजाडोरेस वाई ट्रैबजाडोरस डे ला इकोनोमिया पॉपुलर (यूटीईपी) के नेता हैं। उन्होंने देश की एक प्रमुख राजनीतिक ताकत, फ्रेंटे पैट्रिया ग्रांडे की स्थापना की और अब उसका नेतृत्व करते हैं।) 

यह लेख ग्लोबट्रॉटर द्वारा प्रकाशित किया गया था। 

अंग्रेजी में मूल रूप से प्रकाशित लेख को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें

American Express Goes on a Buying Spree in Argentina’s Congress

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