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भारत
राजनीति
माओवादियों से कथित संबंधों के कारण असिस्टेंट प्रोफ़ेसर गिरफ़्तार
पुलिस ने विप्लव रचयिुतला संघम (विरासम)के सदस्य और उस्मानिया विश्वविद्यालाय के प्रोफ़ेसर जगन सहित कुल 4 लोगों को यूएपीए के तहत गिरफ़्तार किया है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
11 Oct 2019
osmania university

यूएपीए के लागू होने के बाद से कई हस्तियों को विभिन्न वजहात बता कर गिरफ़्तार किया जा रहे है। इसी सिलसिले में हाल ही में एक और गिरफ़्तारी हुई है।

तेलंगाना में हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय के एक सहायक प्राध्यापक को माओवादियों से कथित संबंध को लेकर बृहस्पतिवार को गिरफ़्तार किया गया है।

लेखकों के संघ ‘विप्लव रचयिुतला संघम (विरासम)'(प्रगतिशील लेखक संघ) के सदस्य के जगन को जिले में एक पुलिस दल से यहां उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने बताया कि प्रोफेसर को माओवादियों के साथ संबंधों के संदेह के कारण अवैध गतिविधि (रोकथाम) कानून की संबद्ध धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया।

पुलिस अफ़सर जोगुलम्बा गद्वाल ने कहा, "हमने उस्मानिया विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर जगन को यूएपीए के तहत गिरफ़्तार किया है। इस मामले में छात्र संगठन अध्यक्ष सहित चार लोगों को यूएपीए और धारा 120-ए के तहत गिरफ़्तार किया गया है।

उन्होंने बताया कि जगन के घर से कुछ संदिग्ध दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले हैं। 

आपको बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र पुलिस ने तेलुगू कवि पी वी राव को गिरफ़्तार किया था।

जगन के अलावा पुलिस ने तेलंगाना विद्यार्थी वेदिका के अध्यक्ष मड्डीलेटी को भी गिरफ़्तार किया है, इस इल्ज़ाम में कि उनके संबंध माओवादी संगठनों से हैं। 

जगन की गिरफ़्तारी को ले कर विरासम ने विरोध प्रदर्शन किए और कहा कि जगन की गिरफ़्तारी में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। साथ ही उन्होंने टीवीवी के माओवादी संगठनों से जुड़े होने के पुलिस के दावों का भी खंडन किया है।

इसके अलावा उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति(टीआरएस) सरकार पर इल्ज़ाम लगाया है कि वो मानवाधिकारों का लगातार हनन कर रही है और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं जिसमें जगन भी शामिल थे, उन्हें चुप कराने की कोशिश है क्योंकि वो नल्लमला फॉरेस्ट हो रही यूरेनीयम माइनिंग के विरोध आवाज़ उठा रहे थे।

(भाषा से इनपुट के साथ)

MAOISTS
Osmania University
Assistant professor arrest
UAPA
Telangana Rashtra Samithi

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