खरी-खरी के एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने बताया कि कैसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) देश की महिलाओं की बढ़ी हुई पहलकदमी से घबराकर उन्हें वापस पुरातनकालीन गुलामी में ढकेलना चाहता है और माहवारी से लेकर गैरकानूनी टू-फिंगर टेस्ट को थोपने की राजनीति को बेनकाब करना क्यों जरूरी है।