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भारत
राजनीति
भाजपा बताये कि करकरे नहीं तो क्या कसाब राष्ट्रवादी था : माकपा
भोपाल में इमरजेंसी की बरसी पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए मालेगांव विस्फोट की आरोपी और सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे को देशभक्त कहे जाने पर सवाल उठाए।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
28 Jun 2021
सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर

भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बार फिर मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे पर अशोभनीय टिप्पणी करते हुए कहा है कि वह देशभक्त नहीं है। प्रज्ञा ने कहा कि सच्चे देशभक्त महाराष्ट्र के आईपीएस अधिकारी करकरे को देशभक्त नहीं कहते हैं। इसको लेकर लोग प्रज्ञा की खूब आलोचना कर रहे हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के मध्य प्रदेश इकाई ने प्रज्ञा के इस बयान पर तल्ख़ टिप्पणी करते हुए पूछा तो साध्वी को यह भी बताना चाहिए कि फिर देशभक्त कौन है?

बीजेपी सांसद प्रज्ञा ने शुक्रवार को शहीद अफ़सर पर आरोप लगाते हुए कहा कि साल 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले की जांच करने वाले महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) के पूर्व प्रमुख हेमंत करकरे ने पूछताछ के दौरान उनके शिक्षक को प्रताड़ित किया था। जैसा कि सर्वविदित है कि प्रज्ञा खुद मालेगांव विस्फोट मामले में एक आरोपी हैं। ऐसे में उनका ये बयान एक जाबाज अफ़सर के शहादत की बेअदबी से कम नहीं है।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पास सीहोर में इमरजेंसी की बरसी पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते सांसद ने ये बेतुका बयाना दिया था। हेमंत करकरे वर्ष 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले में शहीद हो गए थे।

इससे पहले भी ऐसी ही बेअदबी वाले बयान प्रज्ञा दे चुकी हैं। साल 2019 में भी प्रज्ञा ने अपने एक बयान में कहा था कि करकरे ने हिरासत में उनके साथ बुरा व्यवहार किया था। इसके लिए उन्होंने उन्हें श्राप दिया था, इसलिए करकरे की मृत्यु हो गई। बाद में इस टिप्पणी की आलोचना होने पर प्रज्ञा ने माफी भी मांगनी पड़ी थी। लेकिन एक बार फिर इस तरह का बयान उनकी मंशा पर सवाल उठता है। वो इस तरह की अशोभनीय टिपण्णी करने की आदि हैं। वो कथित तौर पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को लेकर भी गलत बयानबाजी कर चुकी हैं और इसके अलावा वे नाथूराम गोड़से को देशभक्त भी बात चुकी हैं।

प्रज्ञा के इन्हीं बयानों को लकेर विपक्ष हमलावर है और बीजेपी से सवाल पूछ रहा है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने उक्त टिप्पणी करते हुए कहा है कि अपनी सांसद के बयान पर भाजपा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए कि वे करकरे को शहीद मानते हैं या नहीं? और यदि करकरे को शहीद मानते हैं तो फिर वे अपनी सांसद के खिलाफ क्या अनुशासनात्मक कार्यवाही करेंगे या पूर्व में राष्ट्रपिता के हत्यारे को देशभक्त करार देने के उनके बयान पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी की तरह उन्हें सिर्फ दिल से माफ नहीं करेंगे?

वामपंथियों को देशद्रोही कहने के बयान पर माकपा नेता ने कहा है कि आजादी के आंदोलन में माफीनामे देने, मुखबिरी कर अंग्रेजों सें पेंशन और वजीफे लेने के सारे कलंकित कारनामे भाजपा नेताओं के नाम ही दर्ज हैं जबकि शहीद ए आजम भगत सिंह सहित आजादी के आंदोलन में वामपंथियों का योगदान इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है।

माकपा ने कहा है कि साध्वी प्रज्ञा का बयान भाजपा और संघ की उसी साम्राज्यवाद परस्त सोच को उजागर करता है।

Pragya Singh Thakur
BJP
hemant karkare
RSS
CPIM

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