बेंगलुरु : यहां स्थित गांधी भवन में किसान संगठनों की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सोमवार को शरारती तत्वों ने किसान नेता राकेश टिकैत पर काली स्याही फेंकी।
घटना के कुछ ही देर बाद आयोजकों और शरारती तत्वों के बीच झड़प हो गयी। इसके बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर प्लास्टिक की कुर्सी से हमला किया।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुये टिकैत ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की मिलीभगत से उनके ऊपर स्याही फेंकी गयी।
टिकैत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्थानीय पुलिस इसके लिये जिम्मेदार है और राज्य सरकार की मिलीभगत से यह हुआ है।’’
किसान नेता की पगड़ी, चेहरे, कुर्ता और हरे शॉल तथा गर्दन के आस-पास काली स्याही का दाग पड़ गया।
किसान एकता मोर्चा ने ट्विटर पर दिए अपने बयान में कहा है, "हम कर्नाटक में राकेश टिकैत पर कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करते हैं। ऐसे हमले हमारे हौसले तोड़ने के लिए किए जा रहे हैं। कुछ लोग #FarmersProtest में किसानों की जीत को पचा नहीं पा रहे हैं। किसानों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई जा रही है, जिसका हम विरोध करते हैं।"
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)