NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
CAA का विरोध: उत्तर प्रदेश के कई शहरों में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन, इंटरनेट पर पाबंदी
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में व्यापक प्रदर्शन के बाद अलीगढ, मउ, आजमगढ, लखनऊ, कानपुर, बरेली, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर और संभल सहित लगभग दर्जन भर जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
20 Dec 2019
CAA Protest in UP
Image Courtesy: HuffPost India

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्से में शुक्रवार की नमाज के बाद नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में व्यापक प्रदर्शन हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि राजधानी लखनऊ और अलीगढ़ में कुल मिलाकर शांति रही। गुरुवार को लखनऊ में उपद्रवियों ने जमकर हिंसा की थी।

प्रदेश के जिन नये जिलों से हिंसा की खबरें आ रही हैं, उनमें गोरखपुर, फिरोजाबाद, भदोही, बहराइच, फर्रूखाबाद और संभल शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने से रोका गया तो उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया।

कई जगहों पर उग्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अफवाहें रोकने के मकसद से अलीगढ, मउ, आजमगढ, लखनऊ, कानपुर, बरेली, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर और संभल सहित लगभग दर्जन भर जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।

वहीं, दूरसंचार कंपनियों के अधिकारियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार के आदेश के बाद लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, वाराणसी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बरेली, फिरोजाबाद, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, शामली, संभल, अमरोहा, मऊ, आजमगढ़ और सुल्तानपुर समेत कई बड़े शहरों में मोबाइट इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गयी है। लखनऊ तथा गाजियाबाद समेत कुछ शहरों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गयी है।

कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश के अनुसार इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं। गोरखपुर में जुमे की नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए। पुलिस ने बताया कि नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के लिए लोग मस्जिदों में नमाज के बाद सड़कों पर आ गये।

घंटाघर, शाहमारूफ, चौक, नक्खास, खूनीपुर और इस्माइलपुर सहित कुछ इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण है। खूनीपुर थानाक्षेत्र के अंजुमन इस्लामिया के सामने पुलिस पर पथराव हुआ, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।

नक्खास में पुलिस ने उग्र प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। अलीगढ में प्रशासन ने रेड एलर्ट घोषित कर रखा है। जुमे की नमाज सभी संवेदनशील इलाकों में शांतिपूर्वक संपन्न हो गयी।

एसएसपी अलीगढ आकाश कुलहरि ने बताया कि जुमे की नमाज शांति से निपट गयी। सुबह शहर मुफ्ती खालिद हामिद ने शांति की अपील की थी। अलीगढ के विभिन्न क्षेत्रों में पांच दिन से प्रदर्शन चल रहा है। अधिकांश प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व महिलाओं ने किया। मुस्लिम बहुल इलाकों में आज मस्जिदों से घोषणा कर अपील की गयी कि वे अफवाहों पर ध्यान ना दें।

संभल जिले के चंदौसी क्षेत्र में भारी पथराव की खबर है। संभल में गुरुवार को रोडवेज की दो बसें क्षतिग्रस्त कर दी गयी थीं। निषेधाज्ञा के उल्लंघन के लिए स्थानीय सांसद शफीकुर रहमान बर्क एवं अन्य के खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया।

भदोही में प्रदर्शनकारियों ने काजीपुर इलाके से जुलूस निकाला। मशाल टाकीज के पास उनका पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से टकराव हुआ। हालात काबू करने के लिए आंसूगैस के गोले दागे गये और हल्का बलप्रयोग किया गया।

एसपी भदोही राम बदन सिंह ने बताया कि भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया और सडक किनारे खड़ी कई बाइकों को क्षतिग्रस्त कर दिया। फिरोजाबाद दक्षिण थानाक्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने लगभग आधा दर्जन वाहनों को आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबर है।

फिरोजाबाद के एसएसपी सचिन्दर पटेल और जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद हैं। अधिकारियों ने बताया कि बुलंदशहर में शुक्रवार तीन बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयीं। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस की सेवाएं बंद रहीं।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

CAA
Protest against CAA
UttarPradesh
internet ban
nrc and citizenship act
Violence in UP

Related Stories

यूपी में  पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों का प्रदर्शन

मनरेगा मज़दूरों के मेहनताने पर आख़िर कौन डाल रहा है डाका?

CAA आंदोलनकारियों को फिर निशाना बनाती यूपी सरकार, प्रदर्शनकारी बोले- बिना दोषी साबित हुए अपराधियों सा सुलूक किया जा रहा

बलिया: पत्रकारों की रिहाई के लिए आंदोलन तेज़, कलेक्ट्रेट घेरने आज़मगढ़-बनारस तक से पहुंचे पत्रकार व समाजसेवी

पत्रकारों के समर्थन में बलिया में ऐतिहासिक बंद, पूरे ज़िले में जुलूस-प्रदर्शन

यूपी: खुलेआम बलात्कार की धमकी देने वाला महंत, आख़िर अब तक गिरफ़्तार क्यों नहीं

पेपर लीक प्रकरणः ख़बर लिखने पर जेल भेजे गए पत्रकारों की रिहाई के लिए बलिया में जुलूस-प्रदर्शन, कलेक्ट्रेट का घेराव

देश बड़े छात्र-युवा उभार और राष्ट्रीय आंदोलन की ओर बढ़ रहा है

बंधुआ हालत में मिड डे मील योजना में कार्य करने वाली महिलाएं, अपनी मांगों को लेकर लखनऊ में भरी हुंकार

यूपी के चंदौली में 50 दिन से धरने पर बैठा है एक पत्रकार, लेकिन कोई सुनवाई नहीं


बाकी खबरें

  • सोनिया यादव
    सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश : सेक्स वर्कर्स भी सम्मान की हकदार, सेक्स वर्क भी एक पेशा
    27 May 2022
    सेक्स वर्कर्स को ज़्यादातर अपराधियों के रूप में देखा जाता है। समाज और पुलिस उनके साथ असंवेदशील व्यवहार करती है, उन्हें तिरस्कार तक का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश से लाखों सेक्स…
  • abhisar
    न्यूज़क्लिक टीम
    अब अजमेर शरीफ निशाने पर! खुदाई कब तक मोदी जी?
    27 May 2022
    बोल के लब आज़ाद हैं तेरे के इस एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं हिंदुत्ववादी संगठन महाराणा प्रताप सेना के दावे की जिसमे उन्होंने कहा है कि अजमेर शरीफ भगवान शिव को समर्पित मंदिर…
  • पीपल्स डिस्पैच
    जॉर्ज फ्लॉय्ड की मौत के 2 साल बाद क्या अमेरिका में कुछ बदलाव आया?
    27 May 2022
    ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन में प्राप्त हुई, फिर गवाईं गईं चीज़ें बताती हैं कि पूंजीवाद और अमेरिकी समाज के ताने-बाने में कितनी गहराई से नस्लभेद घुसा हुआ है।
  • सौम्यदीप चटर्जी
    भारत में संसदीय लोकतंत्र का लगातार पतन
    27 May 2022
    चूंकि भारत ‘अमृत महोत्सव' के साथ स्वतंत्रता के 75वें वर्ष का जश्न मना रहा है, ऐसे में एक निष्क्रिय संसद की स्पष्ट विडंबना को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    पूर्वोत्तर के 40% से अधिक छात्रों को महामारी के दौरान पढ़ाई के लिए गैजेट उपलब्ध नहीं रहा
    27 May 2022
    ये डिजिटल डिवाइड सबसे ज़्यादा असम, मणिपुर और मेघालय में रहा है, जहां 48 फ़ीसदी छात्रों के घर में कोई डिजिटल डिवाइस नहीं था। एनएएस 2021 का सर्वे तीसरी, पांचवीं, आठवीं व दसवीं कक्षा के लिए किया गया था।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License