कोरोना और लॉकडाउन के बीच मोदी 2.O की पहली सालगिरह आई है। लेकिन इस बीच अर्थव्यवस्था से लेकर जनव्यवस्था तक इतनी गिरह या गांठ लग चुकी हैं कि पता ही नहीं चल रहा कि हँसें या रोयें।
आर्थिक बदहाली के साये में शुरू हुआ नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल अनुच्छेद 370, सीएए-एनआरसी और कोरोना संकट के दौरान दिखाई गई अव्यवस्था और अक्षमता के साथ पूरा हुआ। भारी बहुमत पर सवार इस सरकार ने संविधान की धज्जियां उड़ाने, विपक्ष का मखौल बनाने और किसानों व मज़दूरों को बेबस बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
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