बिहार चुनाव में भाजपा की ओर से दावा किया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों को उनके घर बिहार पहुंचाया गया। अब इससे बड़ा मज़ाक क्या हो सकता है!
बिहार चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से दावा किया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों को उनके घर बिहार पहुंचाया गया। अब इससे बड़ा मज़ाक क्या हो सकता है। ख़ैर मज़दूर खुद जानते हैं कि वे कैसे मरते-कटते पैदल अपने गांव-घर पहुंचे हैं। जो केंद्र और राज्य सरकार उनके लिए समय पर ट्रेन और बस का इंतज़ाम न कर सकी, उसकी ओर से ऐसा विज्ञापन करना जले पर नमक छिड़कने जैसा ही है। आपको मालूम ही है कि केंद्र में एकछत्र मोदी जी का राज है तो बिहार में छोटे मोदी, सरकार में साझीदार हैं।