कोविड से निपटने की तैयारियों को लेकर अब ये जो दुनिया में हमारा इतना नाम हो रहा है तो इसे क्या कहा जाए प्रोटोकॉल का उल्लंघन या बज रहा है डंका दुनिया में!
हमारे प्रधानमंत्री को दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा उनके साथ होने वाली ऑनलाइन मीटिंग लाइव करने पर ऐतराज़ था और इसे उन्होंने प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया था। अब हाल ये कि कोरोना की दूसरी लहर को लेकर हमारी तैयारियों और व्यवस्था को लेकर पूरी दुनिया में हमारी आलोचना हो रही है। ख़बरें पढ़िए- यूरोप के अधिकांश देशों ने भारत से विमानों की आवाजाही रोक दी है। न्यूज़ीलैंड और कनाडा ने पहले ही प्रतिबंध लगा दिया था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन तो हमें कोरोना वैक्सीन का टीका बनाने के लिए रॉ-मटीरियल तक देने को तैयार नहीं हुए। वह तो शुक्र हो वहां के उन भारत वंशियों का, जो बाइडेन प्रशासन में प्रभावशाली पदों पर हैं, के दबाव में बाइडेन झुके और भारत को कोरोना वैक्सीन के लिए रॉ-मटीरियल सप्लाई को राज़ी हुए।
अब ये जो दुनिया में हमारा इतना नाम हो रहा है तो इसे क्या कहा जाए प्रोटोकॉल का उल्लंघन या बज रहा है डंका हमारा दुनिया में!
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