NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका
कोविड-19: अमेरिका के अस्पतालों में मरीजों की बाढ़ से जूझ रहे हैं डॉक्टर
अमेरिका में कोरोना वायरस से छह सप्ताह के शिशु की मौत हो गई है। इस जानलेवा संक्रामक रोग के कारण जान गंवाने वाले लोगों में उसकी उम्र सबसे कम थी।
एएफपी
02 Apr 2020
कोविड-19
Image courtesy: NPR

वाशिंगटन: अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है और विभिन्न अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों की बाढ़ से जूझ रहे हैं और उनके लिए यह फैसला लेना मुश्किल हो रहा है कि किन मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जाए और किन्हें नहीं।

मैरीलैंड के बाल्टीमोर में जॉन्स हॉप्किन्स अस्पताल के आपात विभाग में डॉक्टर डेनियल ब्रेनर कोविड-19 के कई मरीजों का इलाज कर रहे हैं।

मैरीलैंड में अभी तक 24 लोग जान गंवा चुके हैं और करीब 2000 मामले सामने आए हैं।

सैकड़ों मामले सामने आने पर ब्रेनर ने कहा कि यह पहचान करना बहुत मुश्किल हो गया है कि किन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए। उन मरीजों को, जिनमें बीमारी के गंभीर लक्षण देखे गए और उन्हें ऑक्सीजन देने की जरूरत है या उन्हें जो घर पर भी इस बीमारी से उबर सकते हैं। इस वक्त सही फैसला करना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।

ब्रेनर ने पूछा, ‘‘क्या बुजुर्ग लोगों को ज्यादा जरूरत है? या पहले से ही बीमार लोगों को?’’

उन्होंने कहा कि अलग-अलग डॉक्टरों की अलग-अलग राय है और देश में कोई आम सहमति नहीं है कि कौन-सा रुख सही है क्योंकि इस बीमारी का केवल दो महीने से ही अध्ययन किया जा रहा है।

कोरोना वायरस मरीज के लिए सबसे गंभीर बात एक्यूट रेस्पीरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (एआरडीएस) है जिसमें फेफड़ें सिकुड़ जाते हैं और उनमें सूजन आ जाती है तथा शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।

ब्रेनर ने कहा कि कोविड-19 के मरीजों को वेंटीलेटर पर अन्य माध्यमों से एआरडीएस से पीड़ित होने वाले मरीजों के मुकाबले हवा के अधिक दबाव की आवश्यकता होती है।

न्यूयॉर्क जैसे क्षेत्रों में अस्पतालों में निजी रक्षा उपकरणों की भारी कमी है और डॉक्टर इन चुनौतियों का भी सामना कर रहे हैं।

ब्रेनर ने कहा कि कोरोना वायरस के मामलों के अलावा हमारे पास और भी मरीज हैं जो गंभीर रूप से बीमार हैं। उनकी भी देखभाल करनी है। अगर किसी मरीज को दिल का दौरा आता है और उसे खांसी भी है तो उन्हें कोविड-19 का संदिग्ध समझा जाता है। अगर वे बेहोश हैं तो भी उन्हें संक्रमित माना जाता है।

उन्होंने कहा कि इन सब चुनौतियों के बावजूद चिकित्साकर्मियों का मनोबल ऊंचा है। कुछ कर्मचारी अस्पताल में संक्रमित हुए लेकिन गनीमत है कि कोई भी गंभीर मामला सामने नहीं आया।

 अमेरिका में कोरोना वायरस से छह सप्ताह के शिशु की मौत

न्यूयॉर्क: अमेरिका में कोरोना वायरस से छह सप्ताह के शिशु की मौत हो गई है। इस जानलेवा संक्रामक रोग के कारण जान गंवाने वाले लोगों में उसकी उम्र सबसे कम थी। कनेक्टिकट राज्य के गवर्नर ने यह जानकारी दी। गवर्नर नेड लैमंट ने बुधवार को ट्वीट किया कि नवजात को गत सप्ताहांत जब अस्पताल लाया गया था तो उसमें कोई गतिविधि नहीं हो रही थी और उसे फिर बचाया नहीं जा सका। गत रात जांच से पुष्टि हो गई कि वह कोविड-19 से संक्रमित था।

उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत ही दुखदायी घटना है। हमारा मानना है कि यह कोविड-19 के कारण सबसे कम उम्र के बच्चे की मौत का मामला है।’’

गत सप्ताह इलिनोइस के अधिकारियों ने बताया था कि वे एक साल से कम उम्र के बच्चे की मौत की जांच कर रहे हैं जो कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था।

स्थानीय मीडिया के अनुसार यह बच्चा नौ महीने का था।

तेजी से फैल रहे इस विषाणु से अमेरिका में कम से कम 4,476 लोगों की मौत हो चुकी है। इसे उम्रदराज लोगों के लिए अधिक खतरनाक माना जा रहा है हालांकि अस्पतालों में युवा मरीज भी देखे जा रहे हैं।

कनेक्टिकट की सीमा से लगते न्यूयॉर्क राज्य में कोविड-19 से करीब 2,000 लोग जान गंवा चुके हैं।
न्यूयॉर्क, कनेक्टिकट और न्यू जर्सी के निवासियों को घरों में रहने का आदेश दिया गया है। तीनों राज्य से संक्रमण के 1,00,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। 
 
अमेरिका रूस से खरीदेगा वेंटीलेटर, चिकित्सा सामान

वाशिंगटन, (भाषा): अमेरिका कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक वेंटीलेटर, चिकित्सा आपूर्ति और निजी सुरक्षा के लिए अन्य जरूरी सामान रूस से खरीदने पर राजी हो गया है। एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।

यह कदम तब उठाया गया है जब देश इस महामारी के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। व्हाइट हाउस ने आगाह किया है कि इस संक्रामक रोग से अगले पखवाड़े के दौरान दो लाख लोगों की मौत हो सकती है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के अपने समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से 30 मार्च को टेलीफोन पर बातचीत की थी जिसके बाद रूस से सामान खरीदने का फैसला किया गया।

इस बीच, चिकित्सा सामान लेकर रूस का एक सैन्य विमान अमेरिका पहुंचा। संयुक्त राष्ट्र में रूस के मिशन के टि्वटर पेज पर बुधवार को पोस्ट तस्वीरों और वीडियो के अनुसार, एंटोनोव-124 न्यूयॉर्क के जेएफके हवाईअड्डे पर उतरा। 

विदेश विभाग की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागस ने बुधवार को कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रम्प और राष्ट्रपति पुतिन के बीच 30 मार्च को फोन पर हुई बातचीत के बाद अमेरिका वेंटीलेटर्स और निजी मेडिकल रक्षा उपकरण समेत आवश्यक चिकित्सा सामग्री रूस से खरीदने पर राजी हो गया जो न्यूयॉर्क शहर में एक अप्रैल को फेमा को सौंप दी गई।’’

उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने पूर्व में भी संकट के समय में एक-दूसरे की मानवीय सहायता की है और इसमें कोई शक नहीं है कि वे भविष्य में भी ऐसा ही करेंगे।

ओर्टागस ने कहा, ‘‘जी20 देश पिछले सप्ताह कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक साथ मिलकर काम करने पर राजी हुए थे और हम इन देशों तथा अन्य के साथ निकटता से काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो कि जरूरतमंद लोगों को आवश्यक चिकित्सा सामान मिले।’’

अमेरिका के अस्पतालों में वेंटीलेटर्स की कमी है। कुछ चिकित्सा उपकरण निर्माता आपूर्ति बढ़ाने पर राजी हो गए लेकिन कोविड-19 के मरीजों को अक्सर वेंटीलेटर की जरूरत होती है । इस बात को लेकर चिंता है कि इन उपकरणों को बहुत जल्दी बनाना संभव नहीं है। 

जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, 175 से अधिक देशों में संक्रमण के 9,32,605 मामले सामने आए हैं और अभी तक 16,809 लोगों की मौत हो चुकी है। 

दुनिया में सबसे अधिक 213,372 मामले अमेरिका में सामने आए हैं और वहां इस बीमारी से 5,000 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं।

COVID-19
Coronavirus
novel coronavirus
Corona Crisis
America
New york
Donand Trump

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में 2,745 नए मामले, 6 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा


बाकी खबरें

  • संदीपन तालुकदार
    वैज्ञानिकों ने कहा- धरती के 44% हिस्से को बायोडायवर्सिटी और इकोसिस्टम के की सुरक्षा के लिए संरक्षण की आवश्यकता है
    04 Jun 2022
    यह अध्ययन अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि दुनिया भर की सरकारें जैव विविधता संरक्षण के लिए अपने  लक्ष्य निर्धारित करना शुरू कर चुकी हैं, जो विशेषज्ञों को लगता है कि अगले दशक के लिए एजेंडा बनाएगा।
  • सोनिया यादव
    हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?
    04 Jun 2022
    17 साल की नाबालिग़ से कथित गैंगरेप का मामला हाई-प्रोफ़ाइल होने की वजह से प्रदेश में एक राजनीतिक विवाद का कारण बन गया है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    छत्तीसगढ़ : दो सूत्रीय मांगों को लेकर बड़ी संख्या में मनरेगा कर्मियों ने इस्तीफ़ा दिया
    04 Jun 2022
    राज्य में बड़ी संख्या में मनरेगा कर्मियों ने इस्तीफ़ा दे दिया है। दो दिन पहले इन कर्मियों के महासंघ की ओर से मांग न मानने पर सामूहिक इस्तीफ़े का ऐलान किया गया था।
  • bulldozer politics
    न्यूज़क्लिक टीम
    वे डरते हैं...तमाम गोला-बारूद पुलिस-फ़ौज और बुलडोज़र के बावजूद!
    04 Jun 2022
    बुलडोज़र क्या है? सत्ता का यंत्र… ताक़त का नशा, जो कुचल देता है ग़रीबों के आशियाने... और यह कोई यह ऐरा-गैरा बुलडोज़र नहीं यह हिंदुत्व फ़ासीवादी बुलडोज़र है, इस्लामोफ़ोबिया के मंत्र से यह चलता है……
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: उनकी ‘शाखा’, उनके ‘पौधे’
    04 Jun 2022
    यूं तो आरएसएस पौधे नहीं ‘शाखा’ लगाता है, लेकिन उसके छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने एक करोड़ पौधे लगाने का ऐलान किया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License