NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
क्यूबा ने 68वां राष्ट्रीय विद्रोह दिवस मनाया
ग्लोबल "लेट क्यूबा लिव" अभियान के एक हिस्से के रूप में दुनिया भर के लोग क्यूबा के नागरिकों, सरकार और क्रांति के साथ एकजुटता दिखाते हुए इकट्ठा हुए और अमेरिकी नाकाबंदी को तत्काल समाप्त करने की मांग की।
पीपल्स डिस्पैच
27 Jul 2021
क्यूबा ने 68वां राष्ट्रीय विद्रोह दिवस मनाया

26 जुलाई को क्यूबा के राष्ट्रीय विद्रोह दिवस की 68वीं वर्षगांठ है। आज ही के दिन 1953 में, कमांडर फिदेल कास्त्रो ने सौ से अधिक युवा क्रांतिकारियों के साथ अमेरिका समर्थित तानाशाह फुलगेन्सियो बतिस्ता को उखाड़ फेंकने के अपने आंदोलन में सैंटियागो डी क्यूबा में मोंकाडा आर्मी बैरक पर हमला कर दिया था।

हालांकि ये हमले असफल रहे, इस तरह विद्रोहियों ने क्यूबा की क्रांति की शुरुआत माना और साम्राज्यवाद-विरोधी आंदोलन की नींव रखी जिसने अंततः 1 जनवरी 1959 को बतिस्ता की सैन्य तानाशाही को हरा दिया।

सुबह-सुबह, हमले होने के समय पर सीमित संख्या में नागरिकों ने सांता इफिगेनिया पैट्रिमोनियल कब्रिस्तान में इन हमलों के नायकों और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उस मोनोलिथ के सामने माल्यार्पण किया जहां राष्ट्रीय नेताओं फिदेल कास्त्रो और जोस मार्टी के शव दफनाए गए थे।

सुबह के समय बाद में, स्मरणोत्सव के एक भाग के रूप में क्यूबा के राष्ट्रपति मिगुएल डियाज़-कैनेल ने हवाना में ग्रासरुट बिजनेस यूनिट एम्प्रेसा एग्रोपेक्यूरिया मेट्रोपोलिटाना के यूईबी ग्रांजा बॉयरोस में सब्जियों की फसल की कटाई का समर्थन करने के लिए एक स्वैच्छिक कार्य के रुप इलाके के 100 छात्रों और श्रमिकों के साथ भाग लिया।

अपने ट्विटर अकाउंट पर उन्होंने क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो को याद किया, इस ऐतिहासिक घटना की सालगिरह के मौके पर सभी नागरिकों को बधाई दी और जीत की इच्छा और क्यूबा के रचनात्मक कार्यों को सलाम किया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की एकजुटता के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया और शांति, कार्य और एकता के अपने आह्वान को दोहराया।

इसके अलावा, ग्लोबल"लेट क्यूबा लिव" अभियान के एक हिस्से के रूप में दुनिया के विभिन्न हिस्सों में लोग क्यूबा के नागरिकों, सरकार और क्रांति के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इकट्ठा हुए। क्यूबा पर अमेरिकी नाकेबंदी को तत्काल समाप्त करने की मांग करते हुए अंगोला, अर्जेंटीना, अजरबैजान, बारबाडोस, बेलारूस, बोलीविया, कोलंबिया, चिली, चीन, ग्वाटेमाला, इटली, मैक्सिको, रूस, स्पेन, यूके, यूएस, वेनेजुएला और वियतनाम जैसे देशों में रैलियां निकाली गई, कार्यक्रम, सम्मेलन और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।

cuba
National Insurgency Day

Related Stories

क्यों USA द्वारा क्यूबा पर लगाए हुए प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं अमेरिकी नौजवान

कोविड -19 के टीके का उत्पादन, निर्यात और मुनाफ़ा

ग्वांतानामो की विवादित जेल को हुए 20 साल

फिदेल कास्त्रो: लैटिन अमेरिका सहित समूची दुनिया में क्रांतिकारी शक्तियों के प्रतीक पुरुष

COP-26 में जिस एकमात्र व्यक्ति पर गिरफ़्तारी के बाद धाराएं लगाई गईं, वह कम्यूनिस्ट था

क्यूबा के प्रति अमेरिका की बीमार मनोग्रंथि 

वर्तमान और भविष्य के बीच संघर्ष का नाम है क्रांति : फिदेल कास्त्रो

हमारे समय का सबसे बड़ा मुक़ाबला मानवता और साम्राज्यवाद के बीच है

क्यूबा पर प्रतिबंधों के ख़िलाफ़ अमेरिका में "अनब्लॉक क्यूबा" प्रोटेस्ट

400 से अधिक पूर्व राष्ट्राध्यक्षों, बुद्धिजीवियों की अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से क्यूबा पर लगा प्रतिबंध हटाने की मांग


बाकी खबरें

  • विकास भदौरिया
    एक्सप्लेनर: क्या है संविधान का अनुच्छेद 142, उसके दायरे और सीमाएं, जिसके तहत पेरारिवलन रिहा हुआ
    20 May 2022
    “प्राकृतिक न्याय सभी कानून से ऊपर है, और सर्वोच्च न्यायालय भी कानून से ऊपर रहना चाहिये ताकि उसे कोई भी आदेश पारित करने का पूरा अधिकार हो जिसे वह न्यायसंगत मानता है।”
  • रवि शंकर दुबे
    27 महीने बाद जेल से बाहर आए आज़म खान अब किसके साथ?
    20 May 2022
    सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खान अंतरिम ज़मानत मिलने पर जेल से रिहा हो गए हैं। अब देखना होगा कि उनकी राजनीतिक पारी किस ओर बढ़ती है।
  • डी डब्ल्यू स्टाफ़
    क्या श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट की तरफ़ बढ़ रहा है बांग्लादेश?
    20 May 2022
    श्रीलंका की तरह बांग्लादेश ने भी बेहद ख़र्चीली योजनाओं को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर विदेशी क़र्ज़ लिए हैं, जिनसे मुनाफ़ा ना के बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीलंका में जारी आर्थिक उथल-पुथल…
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: पर उपदेस कुसल बहुतेरे...
    20 May 2022
    आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्याएं महंगाई और बेरोज़गारी है। और सत्तारूढ़ दल भाजपा और उसके पितृ संगठन आरएसएस पर सबसे ज़्यादा गैर ज़रूरी और सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देने का आरोप है, लेकिन…
  • राज वाल्मीकि
    मुद्दा: आख़िर कब तक मरते रहेंगे सीवरों में हम सफ़ाई कर्मचारी?
    20 May 2022
    अभी 11 से 17 मई 2022 तक का सफ़ाई कर्मचारी आंदोलन का “हमें मारना बंद करो” #StopKillingUs का दिल्ली कैंपेन संपन्न हुआ। अब ये कैंपेन 18 मई से उत्तराखंड में शुरू हो गया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License