NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
शिक्षा
समाज
साहित्य-संस्कृति
भारत
डीयू : हॉस्टल कर्फ़्यू, शोषण और वॉर्डन की मॉरल पुलिसिंग के ख़िलाफ़ छात्राओं का प्रदर्शन
वॉर्डन के इस्तीफ़े की मांग करते हुए छात्राओं ने एक पोस्टर पर लिखा है, "गर्ल्स हॉस्टल का वॉर्डन एक मर्द नहीं हो सकता।" छात्राओं की डांस परफॉर्मेंस पर आपत्ति जताते हुए वॉर्डन के. रत्नाबाली ने कहा था, "मैं मर्द हूँ इसलिए मैं कुछ भी कर सकती हूँ।"
सत्यम् तिवारी
28 Feb 2020
DU hostel students protest
तस्वीर सौजन्य : सुष्मिता पांडा/ट्विटर

दिल्ली विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टल की छात्राएँ हॉस्टल टाइमिंग के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रही हैं। छात्राओं ने 27 फ़रवरी की शाम से डीयू गर्ल्स हॉस्टल के मेन गेट पर अपना अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसका आज दूसरा दिन है। छात्राओं ने कर्फ़्यू टाइमिंग के ख़िलाफ़ हमेशा से प्रदर्शन किया है लेकिन यह पहली बार है जब 6 में 5 हॉस्टल की छात्राएँ एक साथ धरने पर हैं। इस प्रदर्शन में - अंडरग्रेजुएट हॉस्टल फॉर गर्ल्स, अंबेडकर गांगुली स्टूडेंट्स हाउस फॉर विमेन, नॉर्थ ईस्टर्न स्टूडेंट्स हाउस फॉर विमेन, राजीव गांधी हॉस्टल फॉर गर्ल्स और यूनिवर्सिटी हॉस्टल फॉर विमेन शामिल हैं।

हॉस्टल में छात्राओं के लिए जारी वक़्त की पाबंदी के अलावा अंबेडकर गांगुली हॉस्टल की छात्राएँ उनके साथ होने वाले शोषण और मॉरल पुलिसिंग के ख़िलाफ़ भी प्रदर्शन कर रही हैं।

क्या है पूरा मामला?

विश्वविद्यालय में हर साल एक हॉस्टल नाइट होती है। अंबेडकर गांगुली हॉस्टल की छात्रा मनीषा ने न्यूज़क्लिक को बताया, "हॉस्टल में वॉर्डन के रत्नाबाली की वजह से पिछले कई समय से नैतिक पुलिसिंग और छात्राओं का शोषण जारी है। 4 दिन पहले जब हम अपनी सालाना हॉस्टल नाइट के लिए तैयारी कर रहे थे, तब वॉर्डन की तरफ़ से छात्राओं को बताया गया कि उन्हें क्या कपड़े पहनने हैं।" हॉस्टल की छात्राओं ने बताया है कि एक छात्रा के डांस को देख कर वॉर्डन के. रत्नाबाली ने कहा कि इस तरह के अश्लील डांस से दर्शकों को असहज महसूस होगा, इसलिए यह डांस नहीं होना चाहिए। इसके अलावा छात्राओं ने यह भी बताया कि जब कुछ लड़कियों ने स्लीवलेस ब्लाउज़ के साथ साड़ी पहनी तो वॉर्डन ने उस पर आपत्ति जताई। वॉर्डन ने कहा, "ठीक है अगर तुम्हें एक बूब (स्तन) दिखा कर रहना है या नंगा नाचना है तो अंदर करो बाहर नहीं। जहाँ मर्द हैं वहाँ मत दिखाओ।"

वॉर्डन के इस बयान पर छात्राओं में ग़ुस्सा है। उन्होंने इल्ज़ाम लगाया है कि वॉर्डन की सोच पितृसत्तात्मक है और यह बयान सेक्सिस्ट हैं।

 
 
 
 

View this post on Instagram
 
 
 
 
 
 
 
 
 

Tomorrow is Ambedkar Ganguly Student House (Delhi University)for Women's Hostel Night and the warden told girls who were performing that " their dance is disrespectful " "Their body should remain a mystery, so no revealing clothes " And when we asked her for explanation she said "toh theek hai agar aapko ek boob dikha ke nikalna hai ya nanga nachna hai toh andar dikhao, bahar nahi" This was the introduction of a dance performance: Surviving and Fighting Patriarchy is an exhausting experience for women. So here is a performance about women being unapologetic and liberated. She said, this is not liberalism. She also told girls to cut those parts of performances which according to her were "disrespectful ". When the residents asked for an explanation, she walked off telling the guard " band kardo gate". This kind of cheap, disgusting and derogatory behavior and moral policing is intolerable. The women of Ambedkar Ganguly Hostel demand a written apology and won't settle for anything less than RESIGNATION OF WARDEN. SHAME!!

A post shared by DU FOR EQUALITY (@aurateinlayengiinquilab) on Feb 23, 2020 at 11:20am PST

मनीषा ने आगे कहा, वॉर्डन के यह बयान बेहद अपमानजनक हैं। उनके मुताबिक वार्डेन ने कहा, "लड़की का बदन एक रहस्य है, और इसे छुपा के रखना चाहिए।"

मनीषा ने बताया कि हॉस्टल नाइट में कुछ ऐसे डांस परफॉर्मेंस थे जिसमें महिलाओं की पितृसत्ता से आज़ादी की बात हो रही थी। वॉर्डन ने उस पर भी आपत्ति जताई और कहा कि यह आज़ादी नहीं है। इस सब को लेकर छात्राओं ने प्रदर्शन किया लेकिन उसके बावजूद वॉर्डन अपने विचारों पर क़ायम रहीं और कहा कि छात्राओं को उनके विचारों की इज़्ज़त करनी चाहिए।

छात्राओं की मांगें

प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने अपनी मांगें बताई हैं जिनमें वॉर्डन का इस्तीफ़ा, हॉस्टल कर्फ़्यू को ख़त्म करना, मॉरल पुलिसिंग को ख़त्म करने के साथ एक और मांग शामिल है जिसके तहत छात्राओं ने मांग की है कि गर्मी की छुट्टियों के दौरान होने वाले हॉस्टल इंटरव्यू को भी ख़त्म किया जाए। एक छात्रा ने इल्ज़ाम लगाया है कि, "गर्मी की छुट्टियों में हॉस्टल में पुनः प्रवेश पाने के लिए जो 'इंटरव्यू' लिए जाते हैं, उसके ज़रिये छात्राओं का शोषण किया जाता है। आधे घंटे से ज़्यादा चलने वाले इस इंटरव्यू में छात्राओं से 'तुम इतनी रातों को हॉस्टल नहीं आती हो, किसके साथ बाहर जाती हो' जैसे सवाल किए जाते हैं। इस इंटरव्यू में कुछ नहीं होता सिर्फ़ छात्राओं का शोषण किया जाता है। हमारी मांग है कि इस इंटरव्यू के कान्सैप्ट को भी ख़त्म किया जाए।"

 
 
 
 

View this post on Instagram
 
 
 
 
 
 
 
 
 

जुल्मी जब जब जुल्म करेगा सत्ता के गलियारों से चप्पा चप्पा गूंज उठेगा इंकलाब के नारों से✊

A post shared by DU FOR EQUALITY (@aurateinlayengiinquilab) on Feb 20, 2020 at 6:10am PST

27 फ़रवरी की शाम से अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू कर चुकी छात्राओं ने कहा नुक्कड़ नाटक, गीत, नारे और पोस्टर के साथ अपने प्रदर्शन को ज़ाहिर किया है। वॉर्डन के इस्तीफ़े की मांग करते हुए छात्राओं ने एक पोस्टर पर लिखा है, "गर्ल्स हॉस्टल का वॉर्डन एक मर्द नहीं हो सकता।" छात्राओं की डांस परफॉर्मेंस पर आपत्ति जताते हुए वॉर्डन के. रत्नाबाली ने कहा था, "मैं मर्द हूँ इसलिए मैं कुछ भी कर सकती हूँ।"

The warden of DU's Ambedkar hostel mad objectionable comments and said: "I am a man and I can do anything."#DelhiUniversity #UGC @duforequality pic.twitter.com/2OQGqgP1uu

— Sushmita Panda (@SushmitaPanda) February 27, 2020

हमने इस सिलसिले में वॉर्डन के. रत्नाबाली से बात करने की कोशिश की। कई बार फोन किया लेकिन उनका फोन नहीं उठा।

छात्राओं ने 28 फरवरी को डीयू के डीन को एक लेटर लिख कर तत्काल बैठक करने की मांग की है।

 
 
 
 

View this post on Instagram
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by DU FOR EQUALITY (@aurateinlayengiinquilab) on Feb 28, 2020 at 12:48am PST

हॉस्टल 'कर्फ़्यू' टाइमिंग

दिल्ली विश्वविद्यालय के हॉस्टल में अंडरग्रेजुएट की छात्राओं के लिए हॉस्टल गेट बंद होने का समय शाम 7:30 है और पोस्टग्रेजुएट की छात्राओं के लिए यह समय रात 10 बजे का है। डीयू में लंबे समय से महिलाओं ने हॉस्टल में लागू वक़्त की पाबंदी के ख़िलाफ़ बड़े-बड़े आंदोलन किए हैं। छात्र और छात्राओं में हो रहे इस भेदभाव को लेकर छात्राएँ लगातार विरोध करती रही हैं। छात्राएँ इस भेदभाव को पितृसत्तात्मक सोच क़रार देती हैं।

नियम क्या कहते हैं?

यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन(यूजीसी) और सक्षम कमेटी द्वारा 2 मई 2016 को जारी हुए आदेश में कहा गया है कि छात्राओं पर किसी भी तरह के नियंत्रण जायज़ नहीं हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि महिला सुरक्षा के नाम पर किसी भी तरह की पाबंदी या महिलाओं के साथ भेदभाव नहीं किया जा सकता है। आदेश में लिखा था, "कैम्पस की नीतियों में छात्राओं या महिला कर्मचारियों के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए और किसी भी तरह की पाबंदी नहीं होनी चाहिए।"

छात्राओं की मांग है कि तत्काल प्रभाव से दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी हॉस्टल और प्राइवेट हॉस्टल में भी यह नियम लागू किए जाएँ।

छात्राएँ शोषण, भेदभाव और नैतिक पुलिसिंग के ख़िलाफ़ प्रदर्शन जारी रखते हुए कह रही है कि वो तब तक पीछे नहीं हटेंगी जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।

du
Delhi University
DU girls hostel
DU hostel students protest
protest against harassment
Moral policing

Related Stories

SFI ने किया चक्का जाम, अब होगी "सड़क पर कक्षा": एसएफआई

डीयू कैंपस खोलने की मांग और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विरोध में छात्र-शिक्षकों का प्रदर्शन

डीयू के छात्रों का केरल के अंडरग्रेजुएट के ख़िलाफ़ प्रोफ़ेसर की टिप्पणी पर विरोध

डीयू: एनईपी लागू करने के ख़िलाफ़ शिक्षक, छात्रों का विरोध

प्रत्यक्ष कक्षाओं की बहाली को लेकर छात्र संगठनों का रोष प्रदर्शन, जेएनयू, डीयू और जामिया करेंगे  बैठक में जल्द निर्णय

डूटा ने ‘पैटर्न ऑफ असिस्टेंस’ दस्तावेज़ के ख़िलाफ़ कुलपति कार्यालय पर किया प्रदर्शन

दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने वेतन नहीं मिलने के विरोध में की हड़ताल

डीयू खोलने की मांग को लेकर छात्रों की 48 घंटे की भूख हड़ताल, पुलिस ने हिरासत में लिया

डीयू के दो और प्रोफ़ेसर को भीमा कोरेगांव मामले में समन, छात्र-शिक्षकों ने किया विरोध

दिल्ली विश्वविद्यालय: आर्ट्स फैकल्टी में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले छात्रों पर एफआईआर


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    दिल्ली उच्च न्यायालय ने क़ुतुब मीनार परिसर के पास मस्जिद में नमाज़ रोकने के ख़िलाफ़ याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने से इनकार किया
    06 Jun 2022
    वक्फ की ओर से प्रस्तुत अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि यह एक जीवंत मस्जिद है, जो कि एक राजपत्रित वक्फ संपत्ति भी है, जहां लोग नियमित रूप से नमाज अदा कर रहे थे। हालांकि, अचानक 15 मई को भारतीय पुरातत्व…
  • भाषा
    उत्तरकाशी हादसा: मध्य प्रदेश के 26 श्रद्धालुओं की मौत,  वायुसेना के विमान से पहुंचाए जाएंगे मृतकों के शव
    06 Jun 2022
    घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद शिवराज ने कहा कि मृतकों के शव जल्दी उनके घर पहुंचाने के लिए उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वायुसेना का विमान उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था, जो स्वीकार कर लिया…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    आजमगढ़ उप-चुनाव: भाजपा के निरहुआ के सामने होंगे धर्मेंद्र यादव
    06 Jun 2022
    23 जून को उपचुनाव होने हैं, ऐसे में तमाम नामों की अटकलों के बाद समाजवादी पार्टी ने धर्मेंद्र यादव पर फाइनल मुहर लगा दी है। वहीं धर्मेंद्र के सामने भोजपुरी सुपरस्टार भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं।
  • भाषा
    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉनसन ‘पार्टीगेट’ मामले को लेकर अविश्वास प्रस्ताव का करेंगे सामना
    06 Jun 2022
    समिति द्वारा प्राप्त अविश्वास संबंधी पत्रों के प्रभारी सर ग्राहम ब्रैडी ने बताया कि ‘टोरी’ संसदीय दल के 54 सांसद (15 प्रतिशत) इसकी मांग कर रहे हैं और सोमवार शाम ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में इसे रखा जाएगा।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 
    06 Jun 2022
    देश में कोरोना के मामलों में आज क़रीब 6 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है और क़रीब ढाई महीने बाद एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 25 हज़ार से ज़्यादा 25,782 हो गयी है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License