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ईजिप्ट : एक और महिला पत्रकार शाइमा समी गिरफ़्तार
उनकी गिरफ़्तारी की वजह और जगह के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। यह गिरफ़्तारी एक अन्य महिला पत्रकार लीना अत्ताला की गिरफ़्तारी के एक हफ़्ते के भीतर होती है, जिन्हें बहुत हंगामे के बाद ज़मानत पर रिहा किया गया था।
पीपल्स डिस्पैच
22 May 2020
journalist Shaima Sami

एक महिला पत्रकार और Arabic Network for the Human Rights Information (ANHRI) में पूर्व रिसर्चर राह चुकीं शाइमा समी  को 21 मई को अलेक्सांद्रिया में उनके घर से ईजिप्ट के सुरक्षा बलों ने गिरफ़्तार किया है।

ANHRI के अनुसार समी को Alexandria Security Directorate में ले जाया गया है। हालांकि उनके आधिकारिक ट्विटर एकाउंट ने कहा है कि उनके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। उनकी गिरफ़्तारी के कई घंटे बाद भी अलेक्सांद्रिया या कैरो की किसी अदालत में उन्हें पेश नहीं किया गया था।

यह गिरफ़्तारी एक अन्य महिला पत्रकार लीना अत्ताला की 17 मई को हुई गिरफ़्तारी के एक हफ़्ते के भीतर होती है, जिन्हें बहुत हंगामे के बाद ज़मानत पर रिहा किया गया था। लीना Mada Masr की एडिटर-इन/चीफ़ हैं।

ईजिप्ट उन देशों में से एक है जहाँ सबसे ज़्यादा पत्रकारों को जेल हुई है। पूर्व जनरल अब्दल फ़तह अल-सीसी की सरकार ने सिविल सोसाइटी और मीडिया में अपने आलोचकों को दबाने के हर संभव प्रयास किये हैं। रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स के अनुसार ईजिप्ट की जेलों में 29 पत्रकार क़ैद हैं और सरकार ने 500 से ज़्यादा वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया है।

Regional Coalition for Women Human Rights Defenders ने समी की गिरफ़्तारी पर ट्वीट कर कहा है, 

"इस गिरफ़्तारी से साबित हो गया है कि पत्रकारों की गिरफ़्तारी का कैंपेन अभी भी जारी है। @RSF_en के अनुसार ईजिप्ट उन देशों में शामिल है जहाँ सबसे ज़्यादा पत्रकार जेल में हैं। इसने 2019 में प्रेस फ़्रीडम में ईजिप्ट को 180 में ज़े 163 रैंक पर रखा था।"

Middle East Monitor के अनुसार, अप्रैल में सरकार ने सिनाई में सरकार की नीतियों पर आलोचनात्मक लेख प्रकाशित करने के लिए अरबी दैनिक अल-मसरी अल-यूएम पर 16000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया। अख़बार के चीफ़ एडिटर सलाहा दीब को लिखने से तीन महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था

साभार : पीपल्स डिस्पैच 

egypt
journalist Shaima Sami
journalist

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