किसानों के चक्का जाम के आह्वान का शनिवार को देश के उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम, हर जगह असर दिखा! सत्ताधारी दल ने जिस आंदोलन को शुरु में सिर्फ पंजाब का बताया था, उसे आज हर जगह समर्थन मिल रहा है. किसानों पर अत्याचार और नेट-शटडाऊन से हरियाणा के गावों में उबाल सा है. राज्य के कई जिलों में किसानों और नौजवानों ने गांव के बाहर भाजपा-जेजेपी के नेताओं के प्रवेश पर रोक का बैनर लगा रखा है. यूपी के पश्चिमी भाग में व्यापक गोलबंदी से भाजपा में बेचैनी है. क्या सचमुच यह आंदोलन भाजपा के लिए राजनीतिक सिरदर्द साबित हो रहा है? Aaj Ki Baat के नये एपिसोड में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश का विश्लेषण: