NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पटाखा बनाते समय विस्फोट में पांच लोगों की मौत
जिलाधिकारी रमाकांत पांडेय ने बताया कि आतिशबाजी वैध लाइसेंस पर बनायी जा रही थी । उन्होने बताया कि आग लगने के कारण की गहनता से जांच करायी जा रही है ।
भाषा
08 Apr 2021
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पटाखा बनाते समय विस्फोट में पांच लोगों की मौत
Image courtesy : Prabhasakshi

बिजनौर, उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक पटाखा फैक्टरी में रखे ज्वलनशील पदार्थ में विस्फोट हो जाने से वहां काम कर रहे पांच मजदूरों की मौत हो गयी । धमाके के सिलसिले में फैक्टरी संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया है । पुलिस ने इसकी जानकारी दी ।

पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि गुरूवार दोपहर जिले के बख्शीवाला गांव में एकांत में बने युसुफ नामक व्यक्ति के मकान के कमरे में आतिशबाजी बनाने का काम चल रहा था । उन्होंने बताया कि नौ मजदूर वहां पटाखे बना रहे थे तभी बारूद में आग लग गयी जो कमरे में फैल गयी ।

सिंह ने बताया कि घटना के बाद चार श्रमिक वहां से निकल गये, लेकिन पांच अन्य आग में घिर गये जिनकी झुलसने से मौत हो गयी । उन्होंने बताया कि उनकी पहचान वेदपाल, चिंटू, प्रदीप, सोनू और ब्रजपाल के रूप में की गयी है।

उन्होंने बताया कि मरने वाले सभी मजदूर निकटवर्ती बुखारा के रहने वाले थे । अधिकारी ने बताया कि इस सिलसिले में पटाखा फैक्टरी संचालक युसुफ को गिरफ्तार कर लिया गया है ।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आग लगने की घटना के लगभग 20 मिनट के भीतर दमकल गाड़ियों ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पा लिया ।

जिलाधिकारी रमाकांत पांडेय ने बताया कि आतिशबाजी वैध लाइसेंस पर बनायी जा रही थी । उन्होने बताया कि आग लगने के कारण की गहनता से जांच करायी जा रही है ।

UttarPradesh
bijnor
Firecracker factory
firecracker factory explosion

Related Stories

प्रयागराज: घर में सोते समय माता-पिता के साथ तीन बेटियों की निर्मम हत्या!

बनारस: आग लगने से साड़ी फिनिशिंग का काम करने वाले 4 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में सड़क दुर्घटना में 15 लोगों की मौत

बसों में जानवरों की तरह ठुस कर जोखिम भरा लंबा सफ़र करने को मजबूर बिहार के मज़दूर?

यूपी: आज़मगढ़ में पुलिस पर दलितों के घर तोड़ने, महिलाओं को प्रताड़ित करने का आरोप; परिवार घर छोड़ कर भागे

गैस सिलिंडर फटने से दोमंजिला मकान ढहा, आठ लोगों की मौत

यूपी: “मौतें नहीं हत्याएं हैं”......श्रमिकों की क़ब्रगाह बनता इफको फूलपुर!

संविदा कर्मी ने की खुदकुशी : लगाया महिला आईपीएस अधिकारी पर आरोप

हाथरस मामला: दो आरोपी गिरफ़्तार, मुख्य आरोपी अभी भी फ़रार, एक लाख का इनाम घोषित

पहाड़ की खदान में पत्थर गिरने से मजदूर की मौत, भाई घायल


बाकी खबरें

  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: ये कहां आ गए हम! यूं ही सिर फिराते फिराते
    29 May 2022
    उधर अमरीका में और इधर भारत में भी ऐसी घटनाएं होने का और बार बार होने का कारण एक ही है। वही कि लोगों का सिर फिरा दिया गया है। सिर फिरा दिया जाता है और फिर एक रंग, एक वर्ण या एक धर्म अपने को दूसरे से…
  • प्रेम कुमार
    बच्चे नहीं, शिक्षकों का मूल्यांकन करें तो पता चलेगा शिक्षा का स्तर
    29 May 2022
    शिक्षाविदों का यह भी मानना है कि आज शिक्षक और छात्र दोनों दबाव में हैं। दोनों पर पढ़ाने और पढ़ने का दबाव है। ऐसे में ज्ञान हासिल करने का मूल लक्ष्य भटकता नज़र आ रहा है और केवल अंक जुटाने की होड़ दिख…
  • राज कुमार
    कैसे पता लगाएं वेबसाइट भरोसेमंद है या फ़र्ज़ी?
    29 May 2022
    आप दिनभर अलग-अलग ज़रूरतों के लिए अनेक वेबसाइट पर जाते होंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि कैसे पता लगाएं कि वेबसाइट भरोसेमंद है या नहीं। यहां हम आपको कुछ तरीके बता रहें हैं जो इस मामले में आपकी मदद कर…
  • सोनिया यादव
    फ़िल्म: एक भारतीयता की पहचान वाले तथाकथित पैमानों पर ज़रूरी सवाल उठाती 'अनेक' 
    29 May 2022
    डायरेक्टर अनुभव सिन्हा और एक्टर आयुष्मान खुराना की लेटेस्ट फिल्म अनेक आज की राजनीति पर सवाल करने के साथ ही नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र के राजनीतिक संघर्ष और भारतीय होने के बावजूद ‘’भारतीय नहीं होने’’ के संकट…
  • राजेश कुमार
    किताब: यह कविता को बचाने का वक़्त है
    29 May 2022
    अजय सिंह की सारी कविताएं एक अलग मिज़ाज की हैं। फॉर्म से लेकर कंटेंट के स्तर पर कविता की पारंपरिक ज़मीन को जगह–जगह तोड़ती नज़र आती हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License