6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया...भारत के लोकतंत्र के इतिहास में इसे एक बुरे दिन के तौर पर याद किया जाता है। जिस दिन सरेआम देश के संविधान की धज्जियां उड़ा दी गईं। हालांकि तब से अब तक गंगा-जमुना में बहुत पानी बह चुका है, लेकिन इस दिन की याद हर बार सालती है। क्या हुआ था उस दिन और क्या हो रहा है उसके बाद। देखिए पूरी कहानी।