NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
आर्थिक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिये सरकार का जोर एनआरसी पर: माकपा
माकपा के मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी के ताजा अंक के संपादकीय लेख में पार्टी ने मौजूदा सरकार को ‘हिंदुत्ववादी शासक’ बताते हुये कहा कि यह सरकार समाज में सांप्रदायिक विभाजन पैदा कर रही है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
17 Oct 2019
NRC

नई दिल्ली: माकपा ने सरकार पर देश की आर्थिक स्थिति से लोगाों का ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुये गुरुवार को कहा कि इसके लिये राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर सरकार जोर दे रही है।

माकपा के मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी के ताजा अंक के संपादकीय लेख में पार्टी ने मौजूदा सरकार को ‘हिंदुत्ववादी शासक’ बताते हुये कहा कि यह सरकार समाज में सांप्रदायिक विभाजन पैदा कर रही है।

पार्टी ने कहा, ‘ऐसे समय में जबकि देश की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है और लोगों की नौकरियां जा रही हैं, लोगों की क्रयशक्ति घट रही है, हिंदुतववादी शासकों को अपने भीतर के दुश्मन को तलाशना चाहिये।’

पार्टी ने कहा कि एक तरफ सरकार दावा करती है कि एनआरसी की मदद से बंगलादेशी मुस्लिम घुसपैठियों को देश से बाहर कर दिया जायेगा, वहीं दूसरी तरफ सरकार नागरिकता कानून में संशोधन कर हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता देने का भी भरोसा दिला रही है।

अगले साल अप्रैल में एनआरसी की प्रक्रिया शुरु करने से पहले मोदी सरकार नागरिकता कानून में संशोधन प्रस्ताव लेकर आयेगी। इससे पाकिस्तान, बंगलादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक अल्पसंख्यक के रूप में अवैध तरीके से भारत आये हिंदू, बौद्ध, ईसाइ और सिख शरणार्थियों को निर्धारित समयसीमा में भारतीय नागरिकता मिल जायेगी। संशोधन प्रस्ताव में धार्मिक अल्पसंख्यक की श्रेणी से मुस्लिमों को बाहर कर दिया है।

संपादकीय में माकपा ने सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर एक के बाद एक विभाजनकारी मुद्दे को उठाने का आरोप लगाते हुये कहा कि इससे सत्तापक्ष के दो मकसद पूरे होते हैं। पहला, देश में असुरक्षा और भय का वातावरण पैदा होता है और दूसरा, आर्थिक मुद्दों सहित अन्य जरूरी मुद्दों से लोगों का ध्यान भटक जाता है। 

NRC
NRC Crisis
Economic Recession
CPI-M
Hindutva ruler
Communal division
BJP
RSS

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License