NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
लखनऊ में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कैसा चल रहा है?
योगी सरकार की पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद लखनऊ में नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शनों में शामिल लोगों के हौंसले बुलंद हैं। घंटाघर पर गणतंत्र दिवस मनाने के बाद नागरिक समाज ने ‘योगी सरकार हटाओ-लोकतंत्र बचाओ’ अभियान की शुरुआत की है।
असद रिज़वी
28 Jan 2020
Lucknow Clock tower

उत्तर प्रदेश में लगातार धारा 144 लगाकर धरना-प्रदर्शन आदि पर पाबंदी लगाए जाने से नाराज नागरिक समाज ने ‘योगी सरकार हटाओ-लोकतंत्र बचाओ’ अभियान की शुरुआत की है। नागरिक समाज के लोग घर-घर जा कर लोगों को संशोधित नागरिकता कानून से भारतीय समाज पर पड़ने वाले नकारात्मक असर से अवगत करा रहे हैं। वहीं, शासन-प्रशासन भी अपनी पूरी ताक़त से नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध हो रहे प्रदर्शन को दबाने की कोशिश कर रहा है।

आपको बता दें कि ‘योगी सरकार हटाओ-लोकतंत्र बचाओ’ की शुरुआत नागरिकता संशोधन कानून के मुखर विरोधियों ने मिलकर की है। अभियान के अध्यक्ष आईपीएस एसआर दारापुरी (रिटायर्ड) कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने पूरे प्रदेश को जेलखाने में तब्दील कर दिया है। उत्तर प्रदेश में पुलिस राज चल रहा है। दारापुरी कहते हैं कि मुख्यमंत्री खुद ‘बदला लो' और ‘ठोक दो' जैसी असंवैधानिक शब्दावली का इस्तेमाल कर लोगों के उत्पीड़न के लिए उकसा रहे हैं।

प्रदेश में पुलिस राज!

उल्लेखनीय है कि नागरिक संशोधन कानून के विरोधी एसआर दारापुरी को 20 दिसंबर 2019 को पुलिस ने जेल भेज दिया था। जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून का विरोध करने वालों की सबसे अधिक मौतें उत्तर प्रदेश में हुई हैं। इसलिए प्रदेश में पुलिस राज खत्म कर कानून का राज स्थापित किए जाने की जरूरत है।  

उन्होंने बताया कि विभिन्न लोकतांत्रिक संगठनों ने मिलकर ‘योगी सरकार हटाओ-लोकतंत्र बचाओ’ अभियान पूरे प्रदेश में शुरू किया है। जिसके तहत जन संवाद के लिए आमसभाएं, सम्मेलन, पदयात्रा, जन सम्पर्क किया जायेगा और लोगों को प्रदेश सरकार की अलोकतांत्रिक नीतियों से अवगत कराया जायेगा। इस आंदोलन में अखिलेन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व सांसद इलियास आजमी और रिहाई मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शोएब भी शामिल रहेंगे।

घर घर अभियान

अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) द्वारा एनआरसी, सीएए व एनपीआर के खिलाफ मोहल्लों में घर घर अभियान चलाया जा रहा है। इस सिलसिले में 27 जनवरी लखनऊ के बस्तौली, समौदीपुर और ब्लॉक इंदिरा नगर में अभियान चलाया गया। यह अभियान दस दिनों तक विभिन्न मोहल्लों में चलाया जायेगा। एडवा की मधु गर्ग के अनुसार पुलिस दमन कर के नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध अभियान को नहीं रोक सकती है। उन्होंने कहा कि यह अभियान दस दिनों तक विभिन्न क्षेत्रों में चलाया जायेगा जिसमें आम लोगों को संशोधित नागरिकता कानून से सामाजिक एकता पर पड़ने वाले नकारात्मक असर से अवगत कराया जायेगा।
IMG_5228_0.jpg
आपको बता दें कि पुलिस द्वारा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध चल रहे प्रदर्शन पर दबाव बनाने की कोशिश की गई थी। इसके बावजूद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी 26 जनवरी की सुबह गणतंत्र दिवस समारोह में सम्मिलित होने के लिए घंटा घर पहुंचे।

गौरतलब है कि पुलिस ने समाजवादी पार्टी की छात्र नेता पूजा शुक्ला समेत 06 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने पूजा शुक्ला को जेल भी भेज दिया था, हालांकि अब वो बाहर आ गई हैं। पुलिसिया कार्रवाई के दौरान महिलाओं ने अभद्र भाषा में बातचीत करने का आरोप लगाया और कहाकि उनको मारने-पीटने और जेल भेजने की धमकियां भी दी गई। घंटा घर पर नागरिकता संशोधन क़ानून के विरुद्ध धरना दे रही उज़्मा परवीन ने न्यूज़ क्लिक से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने उनसे अभद्र भाषा में बात की और उनके 08 महीने के बच्चे को छीन लेने की धमकी दी।

धर्मगुरु पर मुक़दमा

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मौलाना डॉ कल्बे सादिक़ (80) के 24 जनवरी को घंटा घर जाकर वहां प्रदर्शन कर रही महिलाओं के समर्थन के ऐलान के बाद उनके पुत्र और 10 अन्य लोगों के विरुद्ध 25 जनवरी को मुक़दमा दर्ज कर दिया गया है।

लंबे समय से बीमार चल रहे मौलाना कल्बे सादिक़ ने व्हील चेयर पर आ कर कहा था कि उन्हें संविधान की रक्षा के लिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर गर्व है। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वह अपना आंदोलन गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से डरे बिना जारी रखें। मौलाना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बोली जा रही भाषा की भी निंदा की थी।

उज़रियाओं गांव में भी सख़्ती

उज़रियाओं गांव, गोमती नगर में नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध धरना दे रही महिलाओं ने भी की पुलिस पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की वरिष्ठ सदस्य मधु गर्ग बताती हैं कि उज़रियाओं में धरना दे रही महिलाओं के विरुद्ध भी पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई। धरना स्थल पर रखी कुर्सियों को फेंक दिया गया और खानपान की सामग्री को पुलिस ने आवारा पशुओं को खिला दिया।

फिलहाल पुलिस का दबाव बेअसर

गणतंत्र दिवस के अवसर पर लखनऊ के ऐतिहासिक घंटाघर पार्क में अभूतपूर्व  प्रदर्शनकारियों का जनसैलाब देखने को मिला। वहां सुबह प्रदर्शनकारियों द्वारा झंडा रोहण और राष्ट्रगान गाया गया। हर तरफ़ तिरंगे ही तिरंगे थे। प्रदर्शनकारी जिसमें पुरुष भी शामिल थे, हाथों में तिरंगे उठाए हुए “आज़ादी” के नारे लगा रहे थे। इस के अलावा राष्ट्रगान के बाद “नगरिकता संशोधन क़ानून वापिस लो” के नारे भी लगाए गये।
IMG_5219_0.jpg
महिलाओं द्वारा राष्ट्र भक्ति के गीत “सारे जहाँ से अच्छा” आदि गाए गए। धरना स्थल पर मौजूद महिलाओं द्वारा नुक्कड़ नाटक भी किया गया, जिसमें नगरिकता संशोधन क़ानून से राष्ट्रीय एकता को होने वाले नुक़सान को दर्शाया गया। इसी तरह उज़रियाओं गांव गोमती नगर में भी गणतंत्र दिवस समारोह मनाया गया।

पुलिस को दिए फूल

गणतंत्र दिवस समारोह के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को महिलाओं और बच्चों ने फ़ूल दिए। उल्लेखनीय है कि इस से पहले भी कंबल और खाना जब्त करने के बाद भी महिलाओं द्वारा ड्यूटी पर तैनात पुलिस को फूल और खाद्य सामग्री दी गई थी।

ख़बर लिखे जाने तक राजधानी लखनऊ के घंटाघर और उज़रियाओं गांव में नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में प्रदर्शन जारी है। धरना स्थल पर बैठी महिलाओं द्वारा देश की एकता के लिए हवन किया जा रहा है। इसके अलावा धरना स्थल पर बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद हैं। अधिवक्ताओं का कहना है कि उनकी मौजूदगी से गैरकानूनी तरीक़े से किसी को हिरासत में नहीं लिया जा सकता है। धरना स्थल पर कवि, समाज सेवी और हिंदू, मुस्लिम और ईसाई धर्मगुरु भी आकर प्रदर्शनकारी महिलाओं से मुलाक़ात कर उनका समर्थन कर रहे हैं।

CAA
NRC
UttarPradesh
UP police
Yogi Adityanath
yogi sarkar
BJP
Lucknow Ghantaghar Protest
71st Republic Day 2020
Section 144
All India People's Women's Committee
All India Muslim Personal Law Board
Religion Politics
Secularism
Sadaf Jafar
SR Darapuri

Related Stories

उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

ग्राउंड रिपोर्ट: चंदौली पुलिस की बर्बरता की शिकार निशा यादव की मौत का हिसाब मांग रहे जनवादी संगठन

यूपी में  पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों का प्रदर्शन

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

UPSI भर्ती: 15-15 लाख में दरोगा बनने की स्कीम का ऐसे हो गया पर्दाफ़ाश

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

मनरेगा मज़दूरों के मेहनताने पर आख़िर कौन डाल रहा है डाका?

दिल्ली : पांच महीने से वेतन व पेंशन न मिलने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

CAA आंदोलनकारियों को फिर निशाना बनाती यूपी सरकार, प्रदर्शनकारी बोले- बिना दोषी साबित हुए अपराधियों सा सुलूक किया जा रहा


बाकी खबरें

  • weekend curfew
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    दिल्ली में ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र शनिवार-रविवार का कर्फ़्यू
    04 Jan 2022
    डीडीएमए की बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा, ‘‘शनिवार और रविवार को कर्फ़्यू रहेगा। लोगों से अनुरोध किया जाता है कि बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें।’’
  • Subramanian Swamy
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    ख़बर भी, नज़र भी: भाजपा के अपने ही बाग़ी हुए जा रहे हैं
    04 Jan 2022
    मोदी सरकार चाहती है कि कोर्ट उनके ही नेता सुब्रमण्यम स्वामी की उस याचिका पर कोई ध्यान न दे जिसमें उन्होंने एअर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया रद्द करने और अधिकारियों द्वारा दी गई मंज़ूरी रद्द करने का…
  • Hindu Yuva Vahini
    विजय विनीत
    बनारस में हिन्दू युवा वाहिनी के जुलूस में लहराई गईं नंगी तलवारें, लगाए गए उन्मादी नारे
    04 Jan 2022
    "हिन्दू युवा वाहिनी के लोग चाहते हैं कि हम अपना धैर्य खो दें और जिससे वह फायदा उठा सकें। हरिद्वार में आयोजित विवादित धर्म संसद के बाद बनारस में नंगी तलवारें लहराते हुए जुलूस निकाले जाने की घटना के…
  • Maulana Hasrat Mohani
    परमजीत सिंह जज
    मौलाना हसरत मोहानी और अपनी जगह क़ायम अल्पसंख्यक से जुड़े उनके सवाल
    04 Jan 2022
    आज भी अल्पसंख्यक असुरक्षित महसूस करते हैं, ऐसे में भारत को संविधान सभा में हुई उन बहसों को फिर से याद दिलाने की ज़रूरत है, जिसमें बहुसंख्यकवाद के कड़वे नतीजों की चेतावनी दी गयी थी।
  • Goa Chief Ministers
    राज कुमार
    गोवा चुनावः  34 साल में 22 मुख्यमंत्री
    04 Jan 2022
    दल बदल के मामले में गोवा बाकी राज्यों को पीछे छोड़ता नज़र आ रहा है। चुनाव से पहले गोवा के आधे से ज्यादा विधायक पार्टी बदल चुके हैं। आलम ये है कि कहना मुश्किल है कि जो विधायक आज इस पार्टी में है कल…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License