NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
ईरान का दावाः वियना वार्ता को नाकाम करने के लिए इज़रायल ने पिछले महीने परमाणु स्थल पर हमला किया
साल 2018 में 2015 के ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका की वापसी में इज़रायल का दबाव अहम था और इसकी सरकारों ने इस समझौते के पूर्वरूप में लाने के लिए जो बाइडेन के आह्वान का विरोध किया है।
पीपल्स डिस्पैच
07 Jul 2021
ईरान का दावा

मंगलवार 6 जुलाई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरानी सरकार के प्रवक्ता अली रबी ने आरोप लगाया कि पिछले महीने देश के अल्बोर्ज़ प्रांत में करज में स्थित एटोमिक ईनर्जी ऑर्गनाइजेशन ऑफ ईरान (एईओआई) की एक इमारत पर हमले के पीछे इज़रायल का हाथ था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हमले का उद्देश्य वियना में ज्वाइंट कम्प्रीहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन (जेसीपीओए) या ईरान परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए जारी बातचीत को नाकाम करना था।

हालांकि, रबी ने हाल ही में इजरायली मीडिया में किए गए उन दावों का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि 23 जून को हुए हमले ने इस साइट को भारी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि इस हमले में मामूली रुप से सामग्री की क्षति हुई और कोई हताहत नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि, "ज़ियोनिस्ट शासन" द्वारा ये हमले और उसके बाद का प्रोपगैंडा "ईरान को रोकने और यह कहने के लिए किया गया था कि दुनिया को इसके साथ बातचीत करने की कोई आवश्यकता नहीं है"। उन्होंने कहा कि "अब तक नुकसान के किसी भी कार्य ने केवल हमारी क्षमताओं को मजबूत किया है।" ईरानी प्रेस टीवी ने इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया।

करज पर हमला इस साल ईरानी परमाणु स्थलों पर इस तरह का दूसरा हमला था। अप्रैल में नतांज परमाणु परिसर की विद्युत वितरण प्रणाली पर हमला किया गया था जिससे ब्लैकआउट हो गया था। ईरान के इस्फहान प्रांत के नतांज परिसर में पहले भी इस तरह के हमले हुए है। पिछले साल जुलाई में इस पर हमला किया गया था जिससे इसकी एक इमारत को नुकसान पहुंचा था।

ईरान ने पिछले साल नवंबर में अपने परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या के लिए भी इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था। ईरान के सर्वोच्च परमाणु वैज्ञानिक फख़रीज़ादेह की पिछले साल अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी।

हालांकि इजरायल ने इस तरह के हमलों में शामिल होने से न तो इनकार किया है और न ही स्वीकार किया है लेकिन इज़रायल के पूर्व और वर्तमान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और नेफ्ताली बेनेट दोनों ने 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए बातचीत को फिर से शुरू करने का खुलकर विरोध किया है। उन्होंने सार्वजनिक रूप से ईरानी परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का भी संकल्प लिया है।

IRAN
vienna talks
iran israel

Related Stories

ईरानी नागरिक एक बार फिर सड़कों पर, आम ज़रूरत की वस्तुओं के दामों में अचानक 300% की वृद्धि

असद ने फिर सीरिया के ईरान से रिश्तों की नई शुरुआत की

सऊदी अरब के साथ अमेरिका की ज़ोर-ज़बरदस्ती की कूटनीति

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई

ईरान पर विएना वार्ता गंभीर मोड़ पर 

ईरान के नए जनसंख्या क़ानून पर क्यों हो रहा है विवाद, कैसे महिला अधिकारों को करेगा प्रभावित?

2021: अफ़ग़ानिस्तान का अमेरिका को सबक़, ईरान और युद्ध की आशंका

'जितनी जल्दी तालिबान को अफ़ग़ानिस्तान को स्थिर करने में मदद मिलेगी, भारत और पश्चिम के लिए उतना ही बेहतर- एड्रियन लेवी

ईरान की एससीओ सदस्यता एक बेहद बड़ी बात है

ईरान और आईएईए ने ईरान परमाणु कार्यक्रम के निगरानी उपकरणों की मरम्मत को लेकर समझौता किया


बाकी खबरें

  • मुकुल सरल
    ज्ञानवापी प्रकरण: एक भारतीय नागरिक के सवाल
    17 May 2022
    भारतीय नागरिक के तौर पर मेरे कुछ सवाल हैं जो मैं अपने ही देश के अन्य नागरिकों के साथ साझा करना चाहता हूं। इन सवालों को हमें अपने हुक्मरानों से भी पूछना चाहिए।
  • ट्राईकोंटिनेंटल : सामाजिक शोध संस्थान
    कोविड-19 महामारी स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में दुनिया का नज़रिया नहीं बदल पाई
    17 May 2022
    कोविड-19 महामारी लोगों को एक साथ ला सकती थी। यह महामारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) जैसे वैश्विक संस्थानों को मज़बूत कर सकती थी और सार्वजनिक कार्रवाई (पब्लिक ऐक्शन) में नया विश्वास जगा सकती थी…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    धनकुबेरों के हाथों में अख़बार और टीवी चैनल, वैकल्पिक मीडिया का गला घोंटती सरकार! 
    17 May 2022
    “सत्ता से सहमत होने के लिए बहुत से लोग हैं यदि पत्रकार भी ऐसा करने लगें तो जनता की समस्याओं और पीड़ा को स्वर कौन देगा?“
  • ukraine
    सी. सरतचंद
    यूक्रेन में संघर्ष के चलते यूरोप में राजनीतिक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव 
    16 May 2022
    यूरोपीय संघ के भीतर रुसी तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाने के हालिया प्रयास का कई सदस्य देशों के द्वारा कड़ा विरोध किया गया, जिसमें हंगरी प्रमुख था। इसी प्रकार, ग्रीस में स्थित शिपिंग कंपनियों ने यूरोपीय…
  • khoj khabar
    न्यूज़क्लिक टीम
    नफ़रती Tool-Kit : ज्ञानवापी विवाद से लेकर कर्नाटक में बजरंगी हथियार ट्रेनिंग तक
    16 May 2022
    खोज ख़बर में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने बताया कि किस तरह से नफ़रती Tool-Kit काम कर रही है। उन्होंने ज्ञानवापी विवाद से लेकर कर्नाटक में बजरंगी शौर्य ट्रेनिंग में हथियारों से लैस उन्माद पर सवाल उठाए…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License