पिछले महीने देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बयान दिया कि अलग प्रदेशों के लोगों को भी एक दूसरे से हिंदी में बात करनी चाहिए। इसके बाद देश में हिंदी को लेकर विवाद फिर एक बार सामने आ गया है। कई विपक्ष के नेताओं और जानी-मानी हस्तियों ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। इतिहास के पन्ने के इस अंक में नीलांजन भारत में भाषाओँ के विवाद के इतिहास पर नज़र डाल रहे हैं।