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इज़राइल : गोलन हाइट्स में नए ग़ैर क़ानूनी सेटलमेंट को मिली मंज़ूरी, डोनाल्ड ट्रंप पर रखा गया नाम
गोलन हाइट्स सीरिया का इलाक़ा है जिस पर इज़रायल ने 1967 की जंग के बाद से क़ब्ज़ा किया हुआ है
पीपल्स डिस्पैच
15 Jun 2020
इज़राइल

इज़रायल के तथाकथित सेटलमेंट मंत्री ज़िपी होतोवेली ने रविवार 14 जून को ऐलान किया कि सरकार ने क़ब्ज़े वाले गोलन हाइट्स में 'ट्रंप हाइट्स' (हिब्रू में रमत ट्रंप) के निर्माण को मंज़ूरी दे दी है।

टाइम्स ऑफ़ इज़रायल के मुताबिक़ सोशल मीडिया पर किये गए इस ऐलान में कहा गया है कि प्रस्तावित 'ट्रंप हाइट्स' में 300 इज़रायली अधिवासी परिवारों को रखा जाएगा। पहले यहाँ बरुचिम सेटलमेंट था, जिसमें क़रीब एक दर्जन ग़ैर क़ानूनी अधिवासी रहते थे।

अरब देशों के साथ जून 1967 के युद्ध में इजरायल ने सीरिया से गोलन हाइट्स पर कब्जा कर लिया। 1949 के जिनेवा अधिवेशन और यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) के प्रस्ताव के खिलाफ जाकर 1981 में अवैध रूप से गोलान को इजरायल ने रद्द कर दिया। किसी भी देश ने गोलान के इज़रायली एनेक्सीनेशन को तब तक मान्यता नहीं दी थी। ट्रंप ने कार्यकारी रूप से इज़रायल की संप्रभुता को मान्यता देते हुए नेतन्याहू के इज़रायल चुनाव से ठीक पहले मार्च 2019 में अमेरिका दौरे के दौरान हस्ताक्षर कर दिए थे।

गोलन पर इज़रायल की संप्रभुता की मान्यता डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति द्वारा उठाए गए कई इजरायल समर्थक कदमों में से एक थी। इसने अमेरिकी नीति को दीर्घकालिक रूप से उलट दिया और अपने दूतावास को तेल अवीव से कब्जे वाले यरुशलम में स्थानांतरित कर दिया, जिसका दावा फ़िलिस्तीनियों ने भविष्य के फिलिस्तीनी राज्य की राजधानी के रूप में किया है। ट्रम्प ने जनवरी में एक योजना भी प्रस्तावित की है जिसके अनुसार इज़रायल को "स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी राज्य" के बदले में क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक की 30% भूमि प्राप्त होगी। इन सभी क़दमों की फ़िलीस्तीनियों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने आलोचना की है।

इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सबसे पहले जून 2019 में ट्रंप हाइट्स के निर्माण की घोषणा की थी।

    फ़िलिस्तीनी क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों के समान इज़रायल ने क़ब्ज़े वाले गोलन हाइट्स के अंदर कई अवैध बस्तियों का निर्माण किया है। टाइम्स ऑफ़ इज़रायल के अनुसार, गोलन के विभिन्न हिस्सों में लगभग 26,000 अवैध इज़रायली रहते हैं।

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